‘समर्पण-व्रतधारी व्यक्ति की यह व्यवस्था है : जब उसके समर्पण-व्रत की अवधि पूरी होगी, तब उसे मिलन-शिविर के द्वार पर लाया जाएगा।
मत्ती 2:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वहाँ वह नासरत नामक नगर में जा कर बस गया। इस प्रकार नबियों का यह कथन पूरा हुआ : “वह नासरी कहलाएगा।” पवित्र बाइबल चल पड़ा और वहाँ नासरत नाम के नगर में घर बना कर रहने लगा ताकि भविष्यवक्ताओं द्वारा कहा गया वचन पूरा हो: वह नासरी कहलायेगा। Hindi Holy Bible और नासरत नाम नगर में जा बसा; ताकि वह वचन पूरा हो, जो भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा कहा गया था, कि वह नासरी कहलाएगा॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और नासरत नामक नगर में जा बसा, ताकि वह वचन पूरा हो, जो भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा कहा गया था : “वह नासरी कहलाएगा।” नवीन हिंदी बाइबल और नासरत नामक नगर में आ बसा, जिससे कि वह वचन जो भविष्यवक्ताओं के द्वारा कहा गया था, पूरा हो कि वह नासरी कहलाएगा। सरल हिन्दी बाइबल तथा नाज़रेथ नामक नगर में जाकर बस गए कि भविष्यवक्ताओं द्वारा कहा गया-यह वचन पूरा हो: वह नाज़री कहलाएगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और नासरत नामक नगर में जा बसा, ताकि वह वचन पूरा हो, जो भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा कहा गया थाः “वह नासरी कहलाएगा।” (लूका 18:7) |
‘समर्पण-व्रतधारी व्यक्ति की यह व्यवस्था है : जब उसके समर्पण-व्रत की अवधि पूरी होगी, तब उसे मिलन-शिविर के द्वार पर लाया जाएगा।
इसके बाद पतरस बाहर प्रवेश-द्वार पर चला गया। किन्तु एक दूसरी सेविका ने उसे देख लिया और वहाँ खड़े हुए लोगों से कहा, “यह व्यक्ति येशु नासरी के साथ था।”
“नासरत-निवासी येशु! हमें आपसे क्या काम? क्या आप हमें नष्ट करने आए हैं? मैं जानता हूँ कि आप कौन हैं : परमेश्वर के भेजे हुए पवित्र जन!”
उन दिनों येशु गलील प्रदेश के नासरत नगर से आए। उन्होंने यर्दन नदी में योहन से बपतिस्मा ग्रहण किया।
छठे महीने स्वर्गदूत गब्रिएल परमेश्वर की ओर से, गलील प्रदेश के नासरत नामक नगर में एक कुँआरी के पास भेजा गया,
प्रभु की व्यवस्था के अनुसार सब कुछ पूरा कर लेने के बाद वे गलील प्रदेश में अपने नगर नासरत को लौट गये।
उन्होंने उत्तर दिया, “येशु नासरी को।” येशु ने उनसे कहा, “मैं वह हूँ।” वहाँ उनका विश्वासघाती यूदस भी उन लोगों के साथ खड़ा था।
पिलातुस ने एक दोषपत्र भी लिखवा कर क्रूस पर लगवा दिया। वह इस प्रकार था : “येशु नासरी, यहूदियों का राजा।”
इस्राएली भाइयो! मेरी बातें ध्यान से सुनिए! आप लोग स्वयं जानते हैं कि परमेश्वर ने येशु नासरी के द्वारा आप लोगों के बीच कितने सामर्थ्य एवं आश्चर्य के कार्य किए तथा चिह्न दिखाये हैं। इस से यह प्रमाणित हुआ कि येशु परमेश्वर की ओर से आप लोगों के पास भेजे गये थे।
हमारा अनुभव है कि यह मनुष्य संक्रामक रोग के सदृश है। यह दुनिया भर के सब यहूदियों में आंदोलन करता-फिरता है और नासरी कुपंथ का मुखिया है।
देख, तू गर्भवती होगी, और एक पुत्र को जन्म देगी। उसके सिर पर उस्तरा नहीं फेरना; क्योंकि बालक जन्म से ही परमेश्वर को समर्पित नाजीर होगा। वह इस्राएलियों को पलिश्ती जाति के हाथ से मुक्त करना आरम्भ करेगा।’
उसने प्रभु से यह स्पष्ट मन्नत मानी, ‘हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, यदि तू अपनी सेविका के दु:ख पर निश्चय ही दृष्टि करेगा, मेरी सुधि लेगा, अपनी सेविका को नहीं भूलेगा, और मुझे, अपनी सेविका को एक पुत्र प्रदान करेगा तो मैं उसे जीवन भर के लिए तुझ-प्रभु की सेवा में अर्पित कर दूँगी। उसके सिर पर उस्तरा कभी नहीं फेरा जाएगा।’