पर हदद भाग गया। वह उस समय छोटा बालक था। वह अपने पिता के एदोमी सेवकों के साथ मिस्र देश की ओर गया।
मत्ती 2:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उनके जाने के बाद प्रभु का दूत यूसुफ को स्वप्न में दिखाई दिया और यह बोला, “उठिए! बालक और उसकी माता को लेकर मिस्र देश भाग जाइए। जब तक मैं आप से न कहूँ, वहीं रहिए; क्योंकि हेरोदेस इस बालक को मरवा डालने के लिए इस को ढूँढ़ने वाला है।” पवित्र बाइबल जब वे चले गये तो यूसुफ को सपने में प्रभु के एक दूत ने प्रकट होकर कहा, “उठ, बालक और उसकी माँ को लेकर चुपके से मिस्र चला जा और मैं जब तक तुझ से न कहूँ, वहीं ठहरना। क्योंकि हेरोदेस इस बालक को मरवा डालने के लिए ढूँढेगा।” Hindi Holy Bible उन के चले जाने के बाद देखो, प्रभु के एक दूत ने स्वप्न में यूसुफ को दिखाई देकर कहा, उठ; उस बालक को और उस की माता को लेकर मिस्र देश को भाग जा; और जब तक मैं तुझ से न कहूं, तब तक वहीं रहना; क्योंकि हेरोदेस इस बालक को ढूंढ़ने पर है कि उसे मरवा डाले। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उनके चले जाने के बाद प्रभु के एक दूत ने स्वप्न में यूसुफ को दिखाई देकर कहा, “उठ, उस बालक को और उसकी माता को लेकर मिस्र देश को भाग जा; और जब तक मैं तुझ से न कहूँ, तब तक वहीं रहना; क्योंकि हेरोदेस इस बालक को ढूँढ़ने पर है कि उसे मरवा डाले।” नवीन हिंदी बाइबल जब वे चले गए, तो देखो, प्रभु के एक स्वर्गदूत ने यूसुफ को स्वप्न में दिखाई देकर कहा, “उठ, बालक और उसकी माता को लेकर मिस्र देश को भाग जा, और जब तक मैं तुझसे न कहूँ तब तक वहीं रहना, क्योंकि हेरोदेस इस बालक को मार डालने के लिए उसको ढूँढ़ने वाला है।” सरल हिन्दी बाइबल उनके विदा होने के बाद प्रभु का एक दूत ने योसेफ़ को एक स्वप्न में प्रकट होकर आज्ञा दी, “उठो, बालक और उसकी माता को लेकर मिस्र देश को भाग जाओ और उस समय तक वहीं ठहरे रहना जब तक मैं तुम्हें आज्ञा न दूं क्योंकि हेरोदेस हत्या की मंशा से बालक को खोज रहा है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उनके चले जाने के बाद, परमेश्वर के एक दूत ने स्वप्न में प्रकट होकर यूसुफ से कहा, “उठ! उस बालक को और उसकी माता को लेकर मिस्र देश को भाग जा; और जब तक मैं तुझ से न कहूँ, तब तक वहीं रहना; क्योंकि हेरोदेस इस बालक को ढूँढ़ने पर है कि इसे मरवा डाले।” |
पर हदद भाग गया। वह उस समय छोटा बालक था। वह अपने पिता के एदोमी सेवकों के साथ मिस्र देश की ओर गया।
प्रभु परमेश्वर ने वहां रात के समय स्वप्न में सुलेमान को दर्शन दिया। परमेश्वर ने कहा, ‘मांग, मैं तुझे क्या दूं?’
स्वप्न में, रात के किसी दर्शन में जब मनुष्य गहरी नींद में सोया होता है, जब वह शय्या पर निद्रामग्न रहता है,
फरओ ने अपनी समस्त प्रजा को आदेश दिया, ‘तुम इब्रानियों से उत्पन्न सब लड़कों को नील नदी में फेंक देना, किन्तु लड़कियों को जीवित रहने देना।’
वह इस पर विचार कर ही रहा था कि उसे स्वप्न में प्रभु का दूत दिखाई दिया। दूत ने उससे कहा, “यूसुफ! दाऊद के वंशज! अपनी पत्नी मरियम को अपने यहाँ लाने में नहीं डरें, क्योंकि उनके जो गर्भ है, वह पवित्र आत्मा से है।
“जब वे तुम्हें एक नगर में सताएँ, तो तुम दूसरे नगर में भाग जाना। मैं तुम से सच कहता हूँ, तुम इस्राएल देश के सब नगरों का भ्रमण समाप्त भी नहीं कर पाओगे कि मानव पुत्र आ जाएगा।
उन्हें स्वप्न में यह चेतावनी मिली कि वे हेरोदेस के पास नहीं लौटें, इसलिए वे दूसरे रास्ते से अपने देश चले गये।
हेरोदेस को यह देख कर बहुत क्रोध आया कि ज्योतिषियों ने मुझे धोखा दिया है। उसने सिपाहियों को भेजा और बेतलेहम तथा उसके आसपास के गाँवों में उन सभी बालकों को मरवा डाला, जो ज्योतिषियों से पता लगाए समय के अनुसार दो वर्ष के या उससे कम आयु के थे।
किन्तु जब उसने सुना कि अरखिलाउस अपने पिता हेरोदेस के स्थान पर यहूदा प्रदेश में राज्य कर रहा है, तब वह वहाँ जाने से डर गया और स्वप्न में चेतावनी पा कर गलील प्रदेश चला गया।
उन्होंने यह उत्तर दिया, “शतपति करनेलियुस धार्मिक तथा ईश्वर-भक्त हैं। समस्त यहूदी जनता उनका सम्मान करती है। उन्हें एक पवित्र स्वर्गदूत से यह आज्ञा मिली है कि वह आप को अपने घर बुला भेजें और आपका उपदेश सुनें।”
जब वह स्वर्गदूत, जो उससे बात कर रहा था, चला गया तो करनेलियुस ने दो सेवकों और अपने अनुचरों में से एक धर्मपरायण सैनिक को बुलाया
तब पतरस होश में आये और बोले, “अब मुझे निश्चय हो गया कि प्रभु ने अपने दूत को भेज कर मुझे हेरोदेस के पंजे से छुड़ाया और यहूदियों की सारी आशाओं पर पानी फेर दिया है।”
प्रभु का दूत अचानक आ खड़ा हुआ और कोठरी प्रकाश से भर गई। उसने पतरस की बगल थपथपा कर उन्हें जगाया और कहा, “जल्दी उठिए!” इस पर पतरस की हथकड़ियाँ खुलकर गिर पड़ीं।
बन्दीगृह के अधीक्षक ने पौलुस को यह सन्देश सुनाया, “दण्डाधिकारियों ने कहला भेजा है कि आप लोगों को छोड़ दिया जाये। अब आप बाहर चलिये और शान्ति से जाइए।”
परन्तु प्रभु के दूत ने रात को बन्दीगृह के द्वार खोल दिये और प्रेरितों को बाहर ले जा कर यह कहा,
उसने हमारी जाति के साथ कपटपूर्ण व्यवहार किया, और हमारे पूर्वजों पर अत्याचार किया। उसने हमारे पूर्वजों को बाध्य किया कि वे अपने नवजात शिशुओं को बाहर फेंक दिया करें, जिससे वे जीवित न रह सकें।
देखो, जब प्रभु, समस्त पृथ्वी के स्वामी, की विधान-मंजूषा वहन करनेवाले पुरोहित यर्दन नदी के जल में पैर रखेंगे, तब यर्दन नदी का जल-प्रवाह रुक जाएगा और ऊपर से आने वाला जल एक ढेर के रूप में खड़ा हो जाएगा।’
इस्राएली सूखी भूमि पर उस पार चलते गए। जब तक समस्त इस्राएली कौम ने यर्दन नदी पार नहीं कर ली तब तक प्रभु की विधान-मंजूषा वहन करनेवाले पुरोहित यर्दन नदी के मध्य सूखी भूमि पर स्थिर खड़े रहे।
जिन कार्यों को करने की आज्ञा प्रभु ने यहोशुअ के द्वारा इस्राएली लोगों को दी थी, जब तक वे पूर्ण नहीं हो गए तब तक मंजूषा को वहन करने वाले पुरोहित यर्दन नदी के मध्य में खड़े रहे। ऐसा ही आदेश मूसा ने यहोशुअ को दिया था। लोगों ने जल्दी-जल्दी नदी पार की।
जब प्रभु की विधान-मंजूषा वहन करने वाले पुरोहित यर्दन नदी के मध्य से बाहर निकल आए, और उन्होंने सूखी भूमि पर अपने पैर रखे तब यर्दन नदी का जल अपने पूर्व स्थान पर लौट आया, और पहले के समान उसके किनारों पर बहने लगा।
परन्तु महिला को विशालकाय गरुड़ के दो पंख मिले, जिससे वह निर्जन प्रदेश में अपने उस आश्रय-स्थान को उड़ जाये, जहाँ उसे, सर्प की पहुँच से परे, साढ़े तीन वर्ष तक भोजन मिलनेवाला था।
उसकी पूँछ ने आकाश के एक तिहाई तारे बुहार कर पृथ्वी पर फेंक दिये। वह पंखदार सर्प प्रसव-पीड़ित महिला के सामने खड़ा रहा, जिससे वह नवजात शिशु को निगल जाये।
तब वह महिला निर्जन प्रदेश की ओर भाग गयी, जहाँ परमेश्वर ने उसके लिए आश्रय तैयार करवाया था और उसे बारह सौ साठ दिनों तक भोजन मिलने वाला था।