शबा देश की रानी ने प्रभु का नाम तथा सुलेमान की कीर्ति सुनी। वह पहेलियों से सुलेमान की परीक्षा करने के लिए आई।
प्रेरितों के काम 8:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह उठ कर चल पड़ा। उस समय इथियोपिया देश का एक ख़ोजा इथियोपियाई महारानी कन्दाके का उच्चाधिकारी तथा कोषाध्यक्ष था। वह आराधना के लिए यरूशलेम आया था, पवित्र बाइबल सो वह तैयार हुआ और चल पड़ा। वहीं एक कूश का खोजा था। वह कूश की रानी कंदाके का एक अधिकारी था जो उसके समुचे कोष का कोषपाल था। वह आराधना के लिये यरूशलेम गया था। Hindi Holy Bible वह उठकर चल दिया, और देखो, कूश देश का एक मनुष्य आ रहा था जो खोजा और कूशियों की रानी कन्दाके का मन्त्री और खजांची था, और भजन करने को यरूशलेम आया था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह उठकर चल दिया, और देखो, कूश देश का एक मनुष्य आ रहा था जो खोजा और कूशियों की रानी कन्दाके का मंत्री और खजांची था। वह आराधना करने को यरूशलेम आया था। नवीन हिंदी बाइबल वह उठकर गया; और देखो, इथियोपिया देश का एक व्यक्ति, जो खोजा और इथियोपिया की रानी कंदाके का मंत्री तथा कोषाध्यक्ष था, आराधना करने यरूशलेम आया था। सरल हिन्दी बाइबल फ़िलिप्पॉस इस आज्ञा के अनुसार चल पड़े. मार्ग में उनकी भेंट एक खोजे से हुई, जो इथियोपिया की रानी कन्दाके की राज्यसभा में मंत्री था. वह आराधना के लिए येरूशलेम आया हुआ था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह उठकर चल दिया, और तब, कूश देश का एक मनुष्य आ रहा था, जो खोजा और कूशियों की रानी कन्दाके का मंत्री और खजांची था, और आराधना करने को यरूशलेम आया था। |
शबा देश की रानी ने प्रभु का नाम तथा सुलेमान की कीर्ति सुनी। वह पहेलियों से सुलेमान की परीक्षा करने के लिए आई।
“जो राष्ट्र मुझे जानते हैं, मैं उनमें मिस्र और बेबीलोन का उल्लेख करता हूं; पलिश्ती और इथियोपिया और सोर को भी देखो- उनके संबंध में कहा जाता है: ‘यह वहां उत्पन्न हुआ था।’
उस समय उस कौम के लोग जिनसे दूर और पास के सब देश डरते हैं, जो ऊंचे-ऊंचे और चिकनी चमड़ीवाले हैं, जो शक्तिशाली और विजयी राष्ट्र हैं, जिनका देश नदियों के द्वारा कटा हुआ है, स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु को भेंट चढ़ाएंगे। उनकी भेंट सियोन पर्वत पर, जहाँ स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का नाम प्रतिष्ठित है लाई जाएगी।
मैं उत्तर के राज्यों को आदेश दूंगा, “इन्हें छोड़ दो।” मैं दक्षिण के राज्यों से यह कहूंगा, ‘इन्हें मत रोको।” मेरे पुत्रों को दूर-दूर देशों से लाओ, मेरी पुत्रियों को पृथ्वी के सीमान्तों से एकत्र करो।
प्रभु इस्राएली लोगों से यों कहता है: ‘मिस्र देश की धन-सम्पत्ति, इथियोपिआ देश की व्यापार-सामग्री तेरी हो जाएगी। ऊंचे कदवाले सबाई लोग तेरे पास आएंगे और वे तेरे हो जाएंगे; वे तेरा अनुसरण करेंगे। वे बेड़ियों में बंधे हुए तेरे पास आएंगे और तेरे सम्मुख सिर झुकाएंगे। वे तुझ से यह कहते हुए अनुनय-विनय करेंगे, “ईश्वर केवल आपके साथ है, उसे छोड़ दूसरा कोई ईश्वर नहीं है; उसके अतिरिक्त अन्य ईश्वर नहीं है।” ’
मिद्यान और एपा देशों की ऊंटनियों के, ऊंटों के कारवां तुझे ढक लेंगे। वे शबा देश से आएंगे। वे अपने साथ सोना और लोबान लाएंगे और प्रभु के प्रशंसात्मक कार्यों का शुभ-सन्देश सुनाएँगे।
मैं उनके मध्य एक चिह्न स्थापित करूंगा। मैं उनमें से अपने बचे हुए लोगों को अनेक राष्ट्रों में तथा उन सुदूर राष्ट्रों में भेजूंगा जिन्होंने न मेरा नाम सुना है, और न मेरी महिमा के दर्शन किए हैं : तर्शीश, धनुर्धारी पूत और लूद, तूबल और यवन; उन राष्ट्रों में वे मेरी महिमा प्रकट करेंगे।’
क्या हबशी अपनी काली त्वचा अथवा चीता अपने चित्ते बदल सकता है? तब तू कैसे अपना स्वभाव बदल कर सत्कर्म कर सकती है; क्योंकि तुझे तो दुष्कर्म करने की आदत है?
एबेद-मेलेक नामक एक खोजा था। वह कूश देश का निवासी था। वह उस समय राजभवन में था। जब उसने सुना कि यिर्मयाह अंधे-कुएं में डाल दिए गए हैं, तब वह राजभवन से बाहर निकला, और राजा के पास गया। उस समय राजा बिन्यामिन द्वार पर न्यायासन पर बैठा था।
‘जा, और कूश देश के निवासी एबेदमेलेक से यह कह: “इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: इस नगर को दण्ड देने के लिए जो वचन मैंने कहे हैं, उनको मैं अवश्य पूरा करूंगा, और उनसे इस नगर का बुरा ही होगा, भला नहीं। तेरी आंखों के सामने उस दिन मेरे सब वचन पूर्ण होंगे।
इथियोपिआ देश की नदियों के उस पार से, मेरे आराधकों, मेरे बिखरे हुए लोगों का समूह मुझे भेंट चढ़ाने आएंगे।
न्याय के दिन दक्षिण की रानी इस पीढ़ी के साथ खड़ी होगी और इसे दोषी ठहराएगी; क्योंकि वह सुलेमान की बुद्धिमत्तापूर्ण बातें सुनने के लिए पृथ्वी के सीमान्तों से आयी थी, और देखो, यहाँ वह है, जो सुलेमान से भी महान है!
यह आज्ञा समुद्र के उस पार भी नहीं है कि तू कह सके, “कौन व्यक्ति हमारे लिए समुद्र के उस पार जाएगा, और उसको हमारे पास लाएगा कि हम उसको सुन सकें और उसके अनुसार कार्य कर सकें?”
विश्वास के कारण अब्राहम ने परमेश्वर का बुलावा स्वीकार किया कि वह उस देश को जाएं जिसको वह विरासत में प्राप्त करने वाले थे। अब्राहम यह न जानते हुए भी कि वह कहाँ जा रहे हैं, उन्होंने उस देश के लिए प्रस्थान किया।