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प्रेरितों के काम 5:39 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

परन्‍तु यदि यह परमेश्‍वर की ओर से है, तो आप इन्‍हें नहीं मिटा सकेंगे और यह बहुत संभव है कि आप परमेश्‍वर के विरोधी प्रमाणित होंगे।”

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पवित्र बाइबल

किन्तु यदि यह परमेश्वर की ओर से है तो तुम उन्हें रोक नहीं पाओगे। और तब हो सकता है तुम अपने आपको ही परमेश्वर के विरोध में लड़ते पाओ!” उन्होंने उसकी सलाह मान ली।

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Hindi Holy Bible

परन्तु यदि परमेश्वर की ओर से है, तो तुम उन्हें कदापि मिटा न सकोगे; कहीं ऐसा न हो, कि तुम परमेश्वर से भी लड़ने वाले ठहरो।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

परन्तु यदि परमेश्‍वर की ओर से है, तो तुम उन्हें कदापि मिटा न सकोगे। कहीं ऐसा न हो कि तुम परमेश्‍वर से भी लड़नेवाले ठहरो।”

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नवीन हिंदी बाइबल

परंतु यदि परमेश्‍वर की ओर से है, तो तुम उन्हें नष्‍ट नहीं कर सकोगे; कहीं ऐसा न हो कि तुम परमेश्‍वर से भी लड़नेवाले ठहरो।” तब उन्होंने उसकी मान ली,

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सरल हिन्दी बाइबल

मगर यदि यह सब परमेश्वर की ओर से है तो आप उन्हें नाश नहीं कर पाएंगे—ऐसा न हो कि इस सिलसिले में आप स्वयं को परमेश्वर का ही विरोध करता हुआ पाएं.”

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

परन्तु यदि परमेश्वर की ओर से है, तो तुम उन्हें कदापि मिटा न सकोगे; कहीं ऐसा न हो, कि तुम परमेश्वर से भी लड़नेवाले ठहरो।”

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प्रेरितों के काम 5:39
23 क्रॉस रेफरेंस  

लाबान और बतूएल ने उत्तर दिया, ‘यह प्रस्‍ताव प्रभु की ओर से आया है। हम तुमसे भला और बुरा कुछ भी नहीं कह सकते।


पहले भी, जब शाऊल हमारे राजा थे, आप ही इस्राएली सेना को युद्ध में ले जाने और वापस लाने में उसका नेतृत्‍व करते थे। प्रभु ने आप से कहा है, “तू मेरे निज लोग, इस्राएलियों का मेषपाल होगा। तू ही इस्राएली राष्‍ट्र का अगुआ होगा।” ’


“प्रभु यों कहता है : आक्रमण मत करो। अपने ही भाई इस्राएल प्रदेश के लोगों से युद्ध मत करो। प्रत्‍येक व्यक्‍ति अपने घर को लौट जाए; क्‍योंकि इस्राएली राष्‍ट्र का यह विभाजन मेरी इच्‍छा से हुआ है।” ’ अत: लोगों ने प्रभु की वाणी सुनी। वे प्रभु के आदेश के अनुसार लौट गए।


“तूने किस की ओर व्‍यंग्‍य-बाण छोड़े थे? किसको गाली दी थी? किसके विरुद्ध आवाज उठाई थी? अहंकार से किसको आंखें दिखाई थीं? क्‍या मुझे, इस्राएल के पवित्र परमेश्‍वर को?


यदि परमेश्‍वर चुप रहता है तो उसको कौन दोषी ठहरा सकता है? जब वह अपना मुख छिपा लेता है तब कौन उसका दर्शन पा सकता है, वह चाहे कोई राष्‍ट्र हो अथवा मनुष्‍य?


प्रभु के विरुद्ध मनुष्‍य की न बुद्धि, न समझ और न सम्‍मति टिक पाती है।


मैं ही परमेश्‍वर हूं, और भविष्‍य में भी मैं ही “वह” रहूंगा। मेरे हाथ से मुक्‍त करनेवाला कोई नहीं है। जो कार्य मैं सम्‍पन्न करता हूं, उसे कोई मिटा नहीं सकता।’


धिक्‍कार है उसे, जो अपने रचनेवाले से तर्क करता है। क्‍या घड़ा अपने बनानेवाले कुम्‍हार से बहस कर सकता है? क्‍या मिट्टी अपने गढ़नेवाले कुम्‍हार से कह सकती है, ‘तू क्‍या बना रहा है?’ अथवा, ‘इसमें मुठिया तो है ही नहीं।’


मैं आदिकाल से ही अन्‍त की बातें बताता आया हूं, मैंने प्राचीनकाल में ही भविष्‍य की घटनाएं घोषित कर दी हैं। मैंने यह कहा है: ‘मेरे संकल्‍प अटल हैं, मैं अपने समस्‍त अभिप्रायों को निस्‍सन्‍देह पूर्ण करूंगा।’


पृथ्‍वी के समस्‍त निवासी उसके सम्‍मुख नगण्‍य हैं; वह स्‍वर्ग की सेना में, पृथ्‍वी के प्राणियों के मध्‍य, अपनी इच्‍छा के अनुसार कार्य करता है। कोई उसका हाथ रोक नहीं सकता, और न प्रश्‍न पूछने का साहस कर सकता है, कि “तूने यह क्‍या किया?’ ”


मैं तुम से कहता हूँ कि तुम ‘पतरस’ अर्थात् ‘चट्टान’ हो और इस ‘चट्टान’ पर मैं अपनी कलीसिया बनाऊंगा और अधोलोक के फाटक इस पर प्रबल नहीं हो पाएँगे।


क्‍योंकि मैं तुम्‍हें ऐसी वाणी और बुद्धि प्रदान करूँगा, जिसका सामना अथवा खण्‍डन तुम्‍हारा कोई विरोधी नहीं कर सकेगा।


जब परमेश्‍वर ने उन्‍हें वही वरदान दिया, जो हमें प्रभु येशु मसीह में विश्‍वास करने वालों को मिला है, तो मैं कौन था जो परमेश्‍वर के मार्ग में बाधा डालता?”


इस प्रकार बड़ा कोलाहल मच गया। फ़रीसी दल के कुछ शास्‍त्री उठकर झगड़ने और यह कहने लगे, “हम इस मनुष्‍य में कोई दोष नहीं पाते। यदि कोई आत्‍मा अथवा स्‍वर्गदूत इससे कुछ बोला हो, तो....।”


किन्‍तु वे स्‍तीफनुस की बुद्धि तथा आत्‍मा का सामना न कर सके, क्‍योंकि वह आत्‍मा से प्रेरित हो कर बोलता था।


“ओ हठधर्मियो! मन से विधर्मियो, और कान से बहरे लोगो! आप लोग सदा ही पवित्र आत्‍मा का विरोध करते हैं, जैसा कि आपके पूर्वज भी किया करते थे।


उसने कहा, “प्रभु! आप कौन हैं?” उत्तर मिला, “मैं येशु हूँ, जिस को तू सता रहा है।


क्‍योंकि परमेश्‍वर की ‘मूर्खता’ मनुष्‍यों के ज्ञान से अधिक विवेकपूर्ण और परमेश्‍वर की ‘दुर्बलता’ मनुष्‍यों की शक्‍ति से अधिक शक्‍तिशाली है।


क्‍या हम प्रभु को चुनौती देना चाहते हैं? क्‍या हम उससे अधिक बलवान हैं?