यों दाऊद ने यहूदा प्रदेश के सब लोगों का हृदय अपनी ओर खींच लिया। उन्होंने एक मत होकर राजा दाऊद के पास सन्देश भेजा, ‘कृपया, आप तथा आपके सब सेवक लौट आइए।’
न्यायियों 20:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अत: दान प्रदेश से बएर-शेबा तक तथा गिलआद प्रदेश में रहनेवाले सब इस्राएली युद्ध के लिए बाहर निकले। समस्त इस्राएली मंडली संगठित होकर प्रभु के सम्मुख मिस्पाह में एकत्र हुई। पवित्र बाइबल इस प्रकार इस्राएल के सभी लोग एक हो गए। वे मिस्पा नगर में यहोवा के सामने खड़े होने के लिए एक साथ आए। वे पूरे इस्राएल देश से आए। गिलाद प्रदेश के सभी इस्राएली लोग भी वहाँ थे। Hindi Holy Bible तब दान से ले कर बर्शेबा तक के सब इस्राएली और गिलाद के लोग भी निकले, और उनकी मण्डली एक मत हो कर मिस्पा में यहोवा के पास इकट्ठी हुई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब दान से लेकर बेर्शेबा तक के सब इस्राएली और गिलाद के लोग भी निकले, और उनकी मण्डली एक मत होकर मिस्पा में यहोवा के पास इकट्ठी हुई। सरल हिन्दी बाइबल फलस्वरूप दान से बेअरशेबा तक सारे इस्राएली, जिनमें गिलआदवासी भी शामिल थे, बाहर निकल आए. उन्होंने एकजुट होकर मिज़पाह में याहवेह के सामने सभा रखी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब दान से लेकर बेर्शेबा तक के सब इस्राएली और गिलाद के लोग भी निकले, और उनकी मण्डली एकमत होकर मिस्पा में यहोवा के पास इकट्ठी हुई। |
यों दाऊद ने यहूदा प्रदेश के सब लोगों का हृदय अपनी ओर खींच लिया। उन्होंने एक मत होकर राजा दाऊद के पास सन्देश भेजा, ‘कृपया, आप तथा आपके सब सेवक लौट आइए।’
वहाँ अब्नेर ने उसे गिलआद, अशूरी, यिज्रएल, एफ्रइम, बिन्यामिन और समस्त इस्राएल प्रदेश का राजा बना दिया।
अत: राजा दाऊद ने योआब तथा अपने साथ के सेना-नायकों को यह आदेश दिया, ‘समस्त इस्राएली कुलों के क्षेत्रों में, दान नगर से बएर-शेबा नगर तक फैल जाओ, और इस्राएली प्रजा के पुरुषों की गणना करो। मैं पुरुषों की संख्या जानना चाहता हूँ।’
प्रभु परमेश्वर ने मेरे पिता दाऊद से यह कहा था, “तेरा पुत्र, जिसे मैं तेरे स्थान पर सिंहासन पर बैठाऊंगा मेरे नाम पर भवन बनाएगा।” अत: मैं अपने प्रभु परमेश्वर के नाम पर एक भवन बनाना चाहता हूं।
जब यहूदा प्रदेश के छापामार-दलों के सेनानायकों और सैनिकों ने सुना कि बेबीलोन के राजा ने गदल्याह को प्रशासक नियुक्त किया है, तब वे सेनानायक अपने सैनिकों के साथ मिस्पाह नगर में गदल्याह के पास आए। सेनानायकों के नाम ये हैं : यिश्माएल बेन-नतनयाह, योहानान बेन-कारेह, सरायाह बेन-तनहूमेत, जो नटोफाहनगर का रहने वाला था; और याजनयाह, जिसका पिता माकाह का निवासी था।
अत: दाऊद ने योआब तथा सेनानायकों को यह आदेश दिया, ‘जाओ, बएर-शेबा से दान नगर तक, युद्ध-सेवा के योग्य समस्त इस्राएली पुरुषों की गणना करो। मेरे पास उनकी रपट लाओ। मैं उनकी संख्या जानना चाहता हूं।’
अत: उन्होंने समस्त इस्राएल देश में−बएरशेबा से दान नगर तक−यह राजाज्ञा घोषित की कि समस्त इस्राएली समाज यरूशलेम में आए, और सब लोग इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के लिए पास्का का पर्व मनाएँ; क्योंकि उन्होंने धर्म-व्यवस्था के अनुसार विशाल संख्या में उसको नहीं मनाया था।
कुलपति इस्राएल के वंशज अपने-अपने नगर में बस चुके थे। जब सातवां महीना आया तब सब इस्राएली संगठित होकर यरूशलेम में एकत्र हुए।
वे संगठित होकर ‘जल-द्वार’ के सम्मुख चौक में एकत्र हुए। उन्होंने शास्त्री एज्रा से निवेदन किया कि वह मूसा के व्यवस्था-ग्रन्थ को लाए जो प्रभु ने इस्राएली कौम को प्रदान किया है।
यिर्मयाह गदल्याह बेन-अहीकाम के पास मिस्पाह नगर में आए, और उसके साथ अपने लोगों के मध्य रहने लगे। ये लोग यहूदा प्रदेश में बच गए थे।
गाद और रूबेन के वंशजों के पास असंख्य पशु थे। उन्होंने यजेर और गिल्आद के भूमि-भागों को देखा। यह पशुओं के योग्य चरागाह था।
तब मूसा ने मनश्शे के पुत्र माकीर के वंशजों को गिलआद प्रदेश दे दिया; और वे उसमें रहने लगे।
मनश्शे यूसुफ का ज्येष्ठ पुत्र था, इसलिए उसके वंशजों को भी चिट्ठी डालकर पैतृक-अधिकार के लिए भूमि प्रदान की गई। गिलआद का पिता और मनश्शे का ज्येष्ठ पुत्र माकीर एक सैनिक था; अत: उसे गिलआद और बाशान प्रदेश प्रदान किए गए।
जब शेष इस्राएली लोगों ने यह सुना तब समस्त इस्राएली मंडली उनसे युद्ध करने के लिए शिलोह में एकत्र हुई।
अत: रूबेन और गाद कुल के तथा अर्ध मनश्शे गोत्र के लोग अपने-अपने भूमि-भाग को लौटे। उन्होंने शेष इस्राएली लोगों को कनान देश के शिलोह नगर पर छोड़ा, और गिलआद प्रदेश की ओर, अपने प्रदेश की ओर बढ़े, जिसको उन्होंने मूसा के द्वारा दिए गए प्रभु के वचन के अनुसार पैतृक-अधिकार में प्राप्त किया था।
वे अस्त्र-शस्त्र से सज्जित चालीस हजार सैनिक थे। वे युद्ध करने के लिए प्रभु के सम्मुख यरीहो के मैदान की ओर गए।
अम्मोनी लोगों ने सेना संगठित की। उन्होंने गिलआद प्रदेश में पड़ाव डाला। इस्राएली एकत्र हुए। उन्होंने मिस्पाह नगर में पड़ाव डाला।
अत: यिफ्ताह गिलआद प्रदेश के धर्मवृद्धों के साथ गया। लोगों ने उसे अपना नेता और सेनानायक नियुक्त किया। यिफ्ताह ने मिस्पाह नगर में प्रभु के सम्मुख सब शर्तें दुहरा दीं।
यिफ्ताह अपने घर मिस्पाह में आया। उसकी पुत्री उसका स्वागत करने के लिए बाहर निकली। वह खंजरी की ताल पर नाच रही थी। वह यिफ्ताह की इकलौती बेटी थी। इसके अतिरिक्त उसका न पुत्र था, न पुत्री।
उन्होंने इस्राएल के पुत्र और अपने कुलपति दान के नाम पर उसका नाम दान नगर रखा। पहले इस नगर का नाम लइश था।
इस्राएली उठे, और वे बेत-एल गए। उन्होंने परमेश्वर से पूछा, ‘हममें से किस कुल को सर्वप्रथम बिन्यामिनियों से युद्ध करने के लिए जाना चाहिए?’ प्रभु ने कहा, ‘यहूदा कुल सर्वप्रथम जाएगा।’
इस्राएली समाज के स्तंभ, अर्थात् इस्राएली कुलों के नेतागण परमेश्वर के निज लोगों की इस धर्मसभा में उपस्थित थे। ये तलवार चलानेवाले चार लाख पैदल सैनिक थे।
तब सब इस्राएली लोग, समस्त सेना बेत-एल गई। वे प्रभु के सम्मुख आए। वे वहाँ प्रभु के सम्मुख बैठ गए। वे रोए। उन्होंने सन्ध्या समय तक उपवास किया, और प्रभु के सम्मुख अग्नि-बलि और सहभागिता-बलि अर्पित की।
तब सब लोग खड़े हो गए। उन्होंने सर्वसम्मति से कहा, ‘हममें से कोई भी व्यक्ति अपने तम्बू में नहीं जाएगा, और न अपने घर को लौटेगा।
उन्होंने पूछा, ‘इस्राएली कुलों में से कौन कुल यहाँ प्रभु के पास धर्मसभा में नहीं आया है?’ अभिशाप की यह महाशपथ घोषित की गई थी कि जो कुल प्रभु के पास मिस्पाह में नहीं आएगा, उसे निश्चय ही मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।
दान प्रदेश से बएर-शेबा तक रहने वाले समस्त इस्राएलियों को ज्ञात हो गया कि शमूएल प्रभु के नबी के रूप में मान्य ठहरा है।