न्यायियों 19:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह उन दिनों की बात है जब इस्राएली समाज में राजा की प्रथा न थी। लेवी कुल का एक मनुष्य था। वह एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश से सुदूर क्षेत्र में प्रवास करता था। उसने यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर की एक स्त्री को रखेल के रूप में रख लिया था। पवित्र बाइबल उन दिनों इस्राएल के लोगों का कोई राजा नहीं था। एक लेवीवंशी व्यक्ति एप्रैम के पहाड़ी प्रदेश के बहुत दूर के क्षेत्र में रहता था। उस व्यक्ति ने एक स्त्री को अपनी दासी बना रखा था जो उसकी पत्नी की तरह थी। वह यहूदा प्रदेश के बेतलेहेम नगर की निवासी थी। Hindi Holy Bible उन दिनों में जब इस्राएलियों का कोई राजा न था, तब एक लेवीय पुरूष एप्रैम के पहाड़ी देश की परली ओर परदेशी हो कर रहता था, जिसने यहूदा के बेतलेहेम में की एक सुरैतिन रख ली थी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन दिनों में जब इस्राएलियों का कोई राजा न था, तब एक लेवीय पुरुष एप्रैम के पहाड़ी देश की परली ओर परदेशी होकर रहता था, जिसने यहूदा के बैतलहम की एक रखैल रख ली थी। सरल हिन्दी बाइबल उन दिनों में, जब इस्राएल का कोई राजा न था. एफ्राईम के दूर के पहाड़ी इलाके में एक लेवी निवास करता था. वह यहूदियों के बेथलेहेम नगर से एक स्त्री ले आया कि वह स्त्री उसकी उप-पत्नी हो जाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उन दिनों में जब इस्राएलियों का कोई राजा न था, तब एक लेवीय पुरुष एप्रैम के पहाड़ी देश की परली ओर परदेशी होकर रहता था, जिसने यहूदा के बैतलहम में की एक रखैल रख ली थी। |
पर अपनी रखेल स्त्रियों से उत्पन्न पुत्रों को केवल उपहार देकर अपने जीवनकाल में ही अपने पुत्र इसहाक से दूर, पूर्व दिशा में, पूर्वी प्रदेश में भेज दिया।
अत: सेवकों ने अबशालोम के लिए महल की छत पर एक तम्बू ताना। अबशालोम ने समस्त इस्राएली राष्ट्र की आँखों के सामने अपने पिता की रखेलों के साथ सहवास किया। उन दिनों में अहीतोफल का परामर्श ऐसा वचन माना जाता था मानो वह परमेश्वर से पूछा गया है। दाऊद और अबशालोम दोनों अहीतोफल के परामर्श को इतना महत्वपूर्ण मानते थे।
तब योआब राजा के पास महल में आया। उसने कहा, ‘महाराज, आज आपने अपने सैनिकों का मुँह शर्म से काला कर दिया, जिन्होंने आज आपके प्राण, आपके पुत्र-पुत्रियों के प्राण, आपकी पत्नियों और रखैलों के प्राण बचाए।
दाऊद यरूशलेम के अपने महल में आया। राजा ने अपनी दस रखेलों को, जिन्हें वह महल की देख-भाल के लिए छोड़ गया था, पहरे में अलग महल में रखा। यद्यपि वह उनकी भोजन-व्यवस्था करता रहा, तथापि उसने उनके साथ फिर सहवास नहीं किया। वे मृत्युपर्यन्त अपने महल में कैद रहीं। वे विधवा के सदृश जीवन व्यतीत करती रहीं।
शाऊल की एक रखेल थी। उसका नाम रिस्पाह था। वह अय्याह की पुत्री थी। अब्नेर ने उसको रख लिया। ईशबोशेत ने अब्नेर से कहा, ‘आपने मेरे पिता की रखेल से सम्भोग क्यों किया?’
हेब्रोन नगर से आने के पश्चात् दाऊद ने यरूशलेम नगर में अनेक स्त्रियों को अपनी पत्नी तथा रखेल बनाया, जिनसे अन्य पुत्र और पुत्रियाँ उत्पन्न हुईं।
उसकी सात सौ पत्नियाँ थीं, जो राजकन्याएँ थीं। इनके अतिरिक्त तीन सौ रखेलें थीं। सुलेमान की पत्नियों ने प्रभु की ओर से उसका हृदय विमुख कर दिया।
रहबआम की अठारह रानियां और साठ रखेल थीं। उसके अट्ठाईस बेटे और साठ बेटियां थीं। किन्तु वह अपनी रानियों और रखेलों से अधिक माकाह से प्रेम करता था, जो अबशालोम की पुत्री थी।
कन्या सम्राट के महल में शाम को प्रवेश करती थी और सबेरे वहाँ से निकलकर दूसरे रनिवास में चली जाती थी। यह दूसरा रनिवास राज-खोजा शाशगज के अधिकार में था। शाशगज सम्राट की रखेलों की देखभाल करता था। जब कन्या सम्राट को पसन्द आती थी, तब वह दूसरी बार उसके महल में जाती थी। सम्राट उसको नाम लेकर बुलाता था; अन्यथा नहीं।
कर्मचारियों ने आदेश का पालन किया। जो सोने-चांदी के पात्र यरूशलेम में परमेश्वर के मन्दिर से लूट लिए गए थे, उनको कर्मचारियों ने राजा बेलशस्सर के सामने पेश किया। तब राजा ने तथा उसके सामंतों, रानियों और रखेलों ने उन पात्रों में शराब डालकर पी।
क्या प्रभु ने पति और पत्नी को एक हो जाने के लिए नहीं बनाया? तो क्या आत्मा इस में सम्मिलित नहीं है? और पति-पत्नी के एक होने का क्या उद्देश्य है? यही कि वे धर्मपरायण सन्तान उत्पन्न करें। अत: अपने प्रति सावधान रहो। कोई भी पति अपनी युवावस्था की पत्नी के प्रति विश्वासघात न करे।
‘ओ बेतलेहम, यहूदा प्रदेश के नगर! तू यहूदा प्रदेश के प्रमुख नगरों में किसी से कम नहीं है; क्योंकि तुझ में एक नेता उत्पन्न होगा, जो मेरी प्रजा इस्राएल का चरवाहा बनेगा।’ ”
उन्होंने उसके शव को उसके पैतृक भूमि-भाग तिम्नत-सेराह नगर में गाड़ा, जो एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश में गाश पर्वत के उत्तर में स्थित है।
हारून के पुत्र एलआजर की मृत्यु हो गई। उन्होंने उसके शव को एलआजर के पुत्र पीनहास के नगर गिबहा में गाड़ा, जो उसे एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश में दिया गया था।
उन दिनों में इस्राएली समाज में राजा की प्रथा नहीं थी। हर एक व्यक्ति वही कार्य करता था, जो उसकी दृष्टि में उचित प्रतीत होता था।
यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर का रहनेवाला एक युवक था। वह यहूदा के गोत्रों में से था। वस्तुत: वह लेवी वंश का था, और प्रवासी के रूप में वहाँ रहता था।
उसने निवास-स्थान प्राप्त करने के लिए यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर से प्रस्थान किया। वह यात्रा करते हुए एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश में मीकाह के घर पर पहुँचा।
उन दिनों में इस्राएली समाज में राजा की प्रथा न थी। उन्हीं दिनों में दान-कुल के लोग निवास के लिए भूमि की खोज में थे; क्योंकि अब तक उन्हें इस्राएली कुलों के मध्य पैतृक अधिकार के लिए भूमि प्राप्त नहीं हुई थी।
एक बूढ़ा मनुष्य सन्ध्या समय अपने खेत के काम को समाप्त कर घर लौट रहा था। वह एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश का रहने वाला था। पर वह गिबआह नगर में प्रवास कर रहा था। उस स्थान के रहनेवाले लोग बिन्यामिन कुल के थे।
एक दिन उसकी रखेल उससे नाराज हो गई। अत: वह उसको छोड़कर यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर में अपने पिता के घर चली गई। वहाँ वह चार महीने तक रही।
उन दिनों में इस्राएली समाज में राजा की प्रथा न थी। हर एक व्यक्ति वही कार्य करता था जो उसकी दृष्टि में उचित प्रतीत होता था।
जब वह इस्राएली क्षेत्र में पहुँच गया तब उसने एफ्रइम पहाड़ी में नरसिंघा फूँका। इस्राएली उसके साथ पहाड़ी प्रदेश से नीचे उतरे। वह उनके आगे-आगे था।