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नीतिवचन 27:24 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

क्‍योंकि नकदी रुपया-पैसा सदा टिकता नहीं, और न मनुष्‍य का गौरव पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहता है।

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पवित्र बाइबल

क्योंकि धन दौलत तो टिकाऊ नहीं होते हैं। यह राजमुकुट पीढ़ी—पीढ़ी तक बना नहीं रहता है।

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Hindi Holy Bible

क्योंकि सम्पत्ति सदा नहीं ठहरती; और क्या राजमुकुट पीढ़ी-पीढ़ी चला जाता है?

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

क्योंकि सम्पत्ति सदा नहीं ठहरती; और क्या राजमुकुट पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहता है?

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नवीन हिंदी बाइबल

धन-संपत्ति तो सदा नहीं रहती, और न ही राजमुकुट पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहता है।

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सरल हिन्दी बाइबल

क्योंकि, न तो धन-संपत्ति चिरकालीन होती है, और न यह कहा जा सकता है कि राजपाट आगामी सभी पीढ़ियों के लिए सुनिश्चित हो गया.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

क्योंकि सम्पत्ति सदा नहीं ठहरती; और क्या राजमुकुट पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहता है?

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नीतिवचन 27:24
15 क्रॉस रेफरेंस  

तेरा वंश और तेरा राज्‍य मेरे सम्‍मुख सदा स्‍थिर रहेंगे। तेरा सिंहासन सर्वदा अटल रहेगा।” ’


उसने मेरी प्रतिष्‍ठा मुझसे छीन ली है; उसने मेरे सिर से मुकुट उतार लिया है।


उसका वंश सदा चलता रहेगा उसका सिंहासन मेरे सामने सूर्य जैसा चमकता रहेगा।


तूने अपने सेवक के साथ अपने विधान को त्‍याग दिया; तूने उसके मुकुट को भूमि पर गिराकर अशुद्ध कर दिया।


पूंजीपति बनने के लिए अपना पसीना मत बहाना; इस लोभ से बचने में ही बुद्धिमानी है।


धन-सम्‍पत्ति चंचल होती है, पलक झपकते वह हाथ से निकल जाती है; मानो उसको पंख उग आते हैं, और वह गरुड़ के समान तीव्र गति से आकाश की ओर उड़ जाती है।


मैंने सूर्य के नीचे धरती पर एक दु:खद बुराई देखी : धन का स्‍वामी अपने अनिष्‍ट के लिए धन संग्रह करता है।


उसकी राज्‍य-सत्ता बढ़ती जाएगी, उसके कल्‍याणकारी कार्यों का अन्‍त न होगा। वह दाऊद के सिंहासन पर बैठेगा, और उसके राज्‍य को संभालेगा। वह अब से लेकर सदा के लिए न्‍याय के कार्यों से उसको सुदृढ़ करेगा, अपने धार्मिक आचरण से उसे सम्‍भालेगा। स्‍वर्गिक सेनाओं के प्रभु का धर्मोत्‍साह यह कार्य पूर्ण करेगा!


राजा और राजमाता से यह कहो: ‘महाराज और राजमाता, सिंहासन पर नहीं, वरन् अब भूमि पर बैठिए; क्‍योंकि आपके सिर से सुन्‍दर मुकुट उतार लिया गया है!’


स्‍वतंत्र राष्‍ट्र का प्रतीक मुकुट हमारे सिर से नीचे गिर गया। धिक्‍कार है हमें! क्‍योंकि हमने पाप किया है।


स्‍वामी-प्रभु यों कहता है: तू अपनी पगड़ी उतार दे। अपने सिर से मुकुट अलग कर। तू पहले जैसा अधिपति नहीं रहा। जो नीचा है, उसे ऊंचा कर; और जो ऊंचा है, उसे नीचा।


प्रभु के प्रकोप-दिवस पर न उनका सोना, और न चांदी उन्‍हें प्रभु के प्रकोप से मुक्‍त कर सकेगी। प्रभु की ईष्‍र्या-अग्‍नि से सम्‍पूर्ण पृथ्‍वी भस्‍म हो जाएगी। वह पृथ्‍वी के समस्‍त निवासियों को अचानक पूर्णत: नष्‍ट कर देगा।


जो धनी है, वह अपनी हीनता पर गौरव करे; क्‍योंकि वह घास के फूल की तरह नष्‍ट हो जायेगा।


अब तुम्‍हारा राज्‍य स्‍थिर नहीं रहेगा। प्रभु ने अपने हृदय के अनुरूप एक पुरुष को खोज लिया है। उसने अपने लोगों पर शासन करने के लिए अगुए के रूप में उसे नियुक्‍त कर लिया है; क्‍योंकि तुमने उस आज्ञा का पालन नहीं किया, जो प्रभु ने तुम्‍हें दी थी।’