उसी दिन इसहाक के सेवकों ने आकर एक कुएं के विषय में बताया जिसे उन्होंने खोदा था। उन्होंने इसहाक से कहा, ‘हमें जल मिल गया है।’
नीतिवचन 13:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आलसी मनुष्य के हृदय में इच्छाएं उत्पन्न होती हैं, पर वह उनको पूरा नहीं कर पाता; किन्तु कठोर परिश्रम करनेवाले की सब अभिलाषाएं पूर्ण होती हैं। पवित्र बाइबल आलसी मनोरथ पालता है पर कुछ नहीं पाता, किन्तु परिश्रमी की जितनी भी इच्छा है, पूर्ण हो जाती है। Hindi Holy Bible आलसी का प्राण लालसा तो करता है, और उस को कुछ नहीं मिलता, परन्तु कामकाजी हृष्ट पुष्ट हो जाते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) आलसी का प्राण लालसा तो करता है, और उसको कुछ नहीं मिलता, परन्तु काम–काजी हृष्ट पुष्ट हो जाते हैं। नवीन हिंदी बाइबल आलसी लालसा तो करता है, फिर भी उसे कुछ नहीं मिलता; परंतु परिश्रमी की लालसा पूरी होती है। सरल हिन्दी बाइबल आलसी मात्र लालसा ही करता रह जाता है. किंतु उसे प्राप्त कुछ भी नहीं होता, जबकि परिश्रमी की इच्छा पूर्ण हो जाती है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 आलसी का प्राण लालसा तो करता है, परन्तु उसको कुछ नहीं मिलता, परन्तु कामकाजी हष्ट-पुष्ट हो जाते हैं। |
उसी दिन इसहाक के सेवकों ने आकर एक कुएं के विषय में बताया जिसे उन्होंने खोदा था। उन्होंने इसहाक से कहा, ‘हमें जल मिल गया है।’
उदारता से देनेवाला मनुष्य सम्पन्न होता है; दूसरे के खेत को सींचनेवाले किसान की भूमि भी सींची जाती है।
जो किसान अपनी भूमि को स्वयं जोतता-गोड़ता है, उसको रोटी का अभाव नहीं होता! पर जो मनुष्य व्यर्थ की योजनाओं में समय गुजारता है, वह नासमझ है!
आलसी मनुष्य अपने लक्ष्य तक कभी नहीं पहुंच पाता, किन्तु कठोर परिश्रम करनेवाला व्यक्ति अपार धन-सम्पत्ति अर्जित कर लेता है।
अपनी वाणी पर संयम रखनेवाला मनुष्य अपने जीवन की रक्षा करता है; पर व्यर्थ गाल बजानेवाला व्यक्ति अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारता है।
आलसी किसान खरीफ के मौसम में हल नहीं जोतता, इसलिए जब वह कटनी के समय फसल खोजता है, तब उसके हाथ कुछ नहीं लगता।
आलसी मनुष्य की इच्छाएं ही उसको मार डालती हैं; क्योंकि वह अपनी इच्छा की पूर्ति के लिए हाथों से काम नहीं करता।
परिश्रमी पुरुष की योजनाएँ निस्सन्देह समृद्धि लाती हैं; परन्तु जो मनुष्य उतावली करता है, उसको निराशा ही हाथ लगती है।
तो मैंने देखा कि खेत में कंटीली झाड़ियां उग आयी हैं, भूमि बिच्छू पौधे से ढक गई है; उसकी पत्थर की दीवार भी गिर गई है।
आलसी मनुष्य नकली डर का बहाना बनाता है। वह कहता है, ‘रास्ते में सिंह है; गलियों में सिंह है।’
लालची मनुष्य लड़ाई-झगड़ा उभाड़ता है; किन्तु प्रभु पर भरोसा करनेवाला निस्सन्देह धन-सम्पन्न होगा।
मेरी बात को सुननेवाला मनुष्य धन्य है। वह प्रतिदिन मेरे द्वार पर आस लगाए खड़ा रहता है; वह मेरी प्रतीक्षा में द्वार पर पलकें बिछाए रहता है।
मैं अपनी साड़ी उतार चुकी हूं, अब उसे मैं फिर कैसे पहनूं? मैं अपने पैर धो चुकी हूं, मैं उन्हें कैसे भूमि पर रखकर मैला करूं?
प्रभु निरन्तर तेरा मार्गदर्शन करता रहेगा, और वह अभाव के दिनों में भी तुझे तृप्त करेगा। वह तेरी हड्डियों को मजबूत बनाएगा, और तू सिंचे हुए उद्यान के सदृश हरा-भरा होगा; तू उस झरने के समान होगा, जिसका जल कभी नहीं सूखता।
याकूब के असंख्य वंशजों को कौन गिन सकता है? कौन गणना कर सकता है इस्राएल के करोड़ों की? भला हो कि मेरी मृत्यु निष्कपट व्यक्ति के सदृश हो! मेरा अन्त उन लोगों के समान हो!’
नश्वर भोजन के लिए नहीं, बल्कि उस भोजन के लिए परिश्रम करो, जो शाश्वत जीवन तक बना रहता है और जिसे मानव-पुत्र तुम्हें देगा; क्योंकि पिता परमेश्वर ने मानव-पुत्र पर अपनी स्वीकृति की मोहर लगाई है।”
मैं चाहता हूँ कि आपकी आशा परिपूर्ण हो जाने तक आप लोगों में हर एक व्यक्ति यही तत्परता दिखलाता रहे।
तत्पश्चात् वे यहोशुअ के पास लौटे। उन्होंने उससे कहा, ‘सब लोगों को ऐ नगर जाने की आवश्यकता नहीं। केवल दो या तीन हजार सैनिक वहाँ जाएं और उस पर आक्रमण करें। ऐ नगर के निवासी थोड़े हैं; इसलिए सब इस्राएलियों को वहाँ जाने का कष्ट न दीजिए।’