नीतिवचन 12:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) धार्मिक मनुष्य के विचार न्यायसंगत होते हैं पर दुर्जन सदा छल-कपट की बातें सोचता है। पवित्र बाइबल धर्मी की योजनाएँ न्याय संगत होती हैं जबकि दुष्ट की सलाह कपटपूर्ण रहती है। Hindi Holy Bible धर्मियों की कल्पनाएं न्याय ही की होती हैं, परन्तु दुष्टों की युक्तियां छल की हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) धर्मियों की कल्पनाएँ न्याय ही की होती हैं, परन्तु दुष्टों की युक्तियाँ छल की हैं। नवीन हिंदी बाइबल धर्मियों के विचार न्यायसंगत होते हैं, परंतु दुष्टों की युक्तियाँ कपटपूर्ण होती हैं। सरल हिन्दी बाइबल धर्मी की धारणाएं न्याय संगत होती हैं, किंतु दुष्ट व्यक्ति के परामर्श छल-कपट पूर्ण होते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 धर्मियों की कल्पनाएँ न्याय ही की होती हैं, परन्तु दुष्टों की युक्तियाँ छल की हैं। |
धार्मिक मनुष्य की अभिलाषा केवल भलाई होती है; पर दुर्जन की आशा का परिणाम प्रभु का क्रोध होता है!
चरित्रवान पत्नी अपने पति की शोभा है, पर व्यभिचारिणी पत्नी मानो अपने पति की हड्डियों का क्षय है!
दुर्जन के शब्द हिंसा से भरे होते हैं, किन्तु धार्मिक मनुष्य के वचन लोगों को बचाते हैं।
विवेकी मनुष्य की बुद्धि क्या है? अपने मार्ग को पहचानना; परन्तु मूर्खो की मूर्खता केवल धोखा देना है।
दुर्जन मनुष्य अपने मार्ग को छोड़ दे, और अधार्मिक व्यक्ति अपने बुरे विचारों को। वह प्रभु की ओर लौटे, जिससे प्रभु उस पर दया करे। वह हमारे परमेश्वर के पास आए; क्योंकि प्रभु उसे पूर्णत: क्षमा करेगा।
ओ यरूशलेम, अपने हृदय से दुष्कर्म की इच्छा निकाल दे, और हृदय को धो ले। तब ही तू बच सकती है। कब तक तेरे अन्त: करण में बुरे विचार घर किए रहेंगे?
वे झूठ का शब्द फेंकने के लिए धनुष के सदृश अपनी जीभ को, प्रत्यंचा पर चढ़ाते हैं; सच्चाई नहीं, वरन् असत्य की फसल सारे देश में खूब पैदा हो रही है! वे दुष्कर्म पर दुष्कर्म करते जाते हैं। उनके विषय में स्वयं प्रभु कहता है: ‘वे मेरी उपस्थिति का अनुभव नहीं करते हैं।’
हर आदमी अपने पड़ोसी को ठगता है, उन्होंने सच न बोलने की कसम खा रखी है, वे सदा झूठ बोलते हैं, वे दुष्कर्म करते हैं, और पश्चात्ताप से मुंह फेर लेते हैं।
हेरोदेस को यह देख कर बहुत क्रोध आया कि ज्योतिषियों ने मुझे धोखा दिया है। उसने सिपाहियों को भेजा और बेतलेहम तथा उसके आसपास के गाँवों में उन सभी बालकों को मरवा डाला, जो ज्योतिषियों से पता लगाए समय के अनुसार दो वर्ष के या उससे कम आयु के थे।
उन्होंने आपस में यह परामर्श किया कि हम किस प्रकार येशु को छल से गिरफ्तार करें और उन्हें मार डालें।
इसलिए समय से पूर्व, प्रभु के आने तक, आप किसी बात का न्याय मत कीजिए। वही अन्धकार में छिपी हुई बातों को प्रकाश में लायेंगे और मनुष्यों के हृदय के गुप्त अभिप्राय प्रकट करेंगे। उस समय हर एक को परमेश्वर की ओर से यथायोग्य श्रेय दिया जायेगा।
हम लोक-लज्जावश कुछ बातें छिपाना नहीं चाहते। हम न तो छल-कपट करते और न परमेश्वर का वचन विकृत करते हैं। हम प्रकट रूप से सत्य का प्रचार करते हैं। यही उन सब मनुष्यों के पास हमारी सिफारिश है, जो परमेश्वर के सामने हमारे विषय में निर्णय करना चाहते हैं।