उसी दिन इसहाक के सेवकों ने आकर एक कुएं के विषय में बताया जिसे उन्होंने खोदा था। उन्होंने इसहाक से कहा, ‘हमें जल मिल गया है।’
नीतिवचन 10:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) गरीबी का कारण आलस्य है; पर कठोर परिश्रम से गरीब मनुष्य भी धनवान हो जाता है। पवित्र बाइबल सुस्त हाथ मनुष्य को दरिद्र कर देते हैं, किन्तु परिश्रमी हाथ सम्पत्ति लाते हैं। Hindi Holy Bible जो काम में ढिलाई करता है, वह निर्धन हो जाता है, परन्तु कामकाजी लोग अपने हाथों के द्वारा धनी होते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो काम में ढिलाई करता है, वह निर्धन हो जाता है, परन्तु काम–काजी लोग अपने हाथों के द्वारा धनी होते हैं। नवीन हिंदी बाइबल ढीले हाथों से काम करनेवाला निर्धन हो जाता है, परंतु परिश्रमी के हाथ उसे धनी बना देते हैं। सरल हिन्दी बाइबल निर्धनता का कारण होता है आलस्य, किंतु परिश्रमी का प्रयास ही उसे समृद्ध बना देता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो काम में ढिलाई करता है, वह निर्धन हो जाता है, परन्तु कामकाजी लोग अपने हाथों के द्वारा धनी होते हैं। |
उसी दिन इसहाक के सेवकों ने आकर एक कुएं के विषय में बताया जिसे उन्होंने खोदा था। उन्होंने इसहाक से कहा, ‘हमें जल मिल गया है।’
ग्रीष्म ऋतु में, अपने आहार की व्यवस्था करनेवाला मनुष्य बुद्धिमान है; पर, जो मनुष्य फसल की कटाई के समय सोता है, वह निंदा का कारण बनता है।
मुक्त हृदय से लुटानेवाला मनुष्य धनवान होता जाता है; पर जो मनुष्य जितना देना चाहिए उतना नहीं देता; वह अभावग्रस्त हो जाता है।
आलसी मनुष्य अपने लक्ष्य तक कभी नहीं पहुंच पाता, किन्तु कठोर परिश्रम करनेवाला व्यक्ति अपार धन-सम्पत्ति अर्जित कर लेता है।
आलसी मनुष्य के हृदय में इच्छाएं उत्पन्न होती हैं, पर वह उनको पूरा नहीं कर पाता; किन्तु कठोर परिश्रम करनेवाले की सब अभिलाषाएं पूर्ण होती हैं।
आलस्य करने से मनुष्य गहरी नींद में सो जाता है, निस्सन्देह आलसी मनुष्य सदा भूखा ही रहता है।
जो मनुष्य आलसी है, वह अपना हाथ भोजन की थाली में डालता है, पर कौर को मुंह तक नहीं ले जाता।
नींद को प्यार मत करो, अन्यथा तुम गरीब हो जाओगे; आंखें खोलकर कठोर परिश्रम करो तो तुम्हें रोटी का अभाव न होगा।
आलसी किसान खरीफ के मौसम में हल नहीं जोतता, इसलिए जब वह कटनी के समय फसल खोजता है, तब उसके हाथ कुछ नहीं लगता।
परिश्रमी पुरुष की योजनाएँ निस्सन्देह समृद्धि लाती हैं; परन्तु जो मनुष्य उतावली करता है, उसको निराशा ही हाथ लगती है।
नश्वर भोजन के लिए नहीं, बल्कि उस भोजन के लिए परिश्रम करो, जो शाश्वत जीवन तक बना रहता है और जिसे मानव-पुत्र तुम्हें देगा; क्योंकि पिता परमेश्वर ने मानव-पुत्र पर अपनी स्वीकृति की मोहर लगाई है।”
मेरे प्रिय भाइयो और बहिनो! आप विश्वास में दृढ़ तथा अटल बने रहें। आप प्रभु के कार्य में निरंतर बढ़ते जाएं, और आप यह निश्चित जानिए कि प्रभु के लिए किया गया आप का परिश्रम व्यर्थ नहीं है।