उसी दिन गाद दाऊद के पास आया। उसने दाऊद से कहा, ‘जाइए और यबूसी अरौनाह के खलियान में प्रभु के लिए एक वेदी प्रतिष्ठित कीजिए।’
निर्गमन 27:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘तू बबूल की लकड़ी की एक वेदी बनाना जो दो मीटर पचीस सेंटीमीटर लम्बी और दो मीटर पचीस सेंटीमीटर चौड़ी होगी। वेदी वर्गाकार हो। उसकी ऊंचाई एक मीटर पैंतीस सेंटीमीटर होनी चाहिए। पवित्र बाइबल यहोवा ने मूसा से कहा, “बबूल की लकड़ी का उपयोग करो और एक वेदी बनाओ। वेदी वर्गाकार होनी चाहिए। यह साढ़े सात फुट लम्बी साढ़े सात फुट चौड़ी और साढ़े चार फुट ऊँची होनी चाहिए। Hindi Holy Bible फिर वेदी को बबूल की लकड़ी की, पांच हाथ लम्बी और पांच हाथ चौड़ी बनवाना; वेदी चौकोर हो, और उसकी ऊंचाई तीन हाथ की हो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “फिर वेदी को बबूल की लकड़ी की, पाँच हाथ लम्बी और पाँच हाथ चौड़ी बनवाना; वेदी चौकोर हो, और उसकी ऊँचाई तीन हाथ की हो। नवीन हिंदी बाइबल “फिर तू बबूल की लकड़ी की एक वेदी बनवाना, जिसकी लंबाई और चौड़ाई पाँच-पाँच हाथ हो; वेदी वर्गाकार हो, और उसकी ऊँचाई तीन हाथ हो। सरल हिन्दी बाइबल “बबूल की लकड़ी से एक वेदी बनवाना, तथा उसकी ऊंचाई एक मीटर पैंतीस सेंटीमीटर हो, वह वेदी चौकोर हो, सवा दो मीटर लंबी और सवा दो मीटर चौड़ी हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “फिर वेदी को बबूल की लकड़ी की, पाँच हाथ लम्बी और पाँच हाथ चौड़ी बनवाना; वेदी चौकोर हो, और उसकी ऊँचाई तीन हाथ की हो। |
उसी दिन गाद दाऊद के पास आया। उसने दाऊद से कहा, ‘जाइए और यबूसी अरौनाह के खलियान में प्रभु के लिए एक वेदी प्रतिष्ठित कीजिए।’
उसने प्रभु के सम्मुख की कांस्य वेदी को मन्दिर के सामने से, अर्थात् अपनी नई वेदी और प्रभु-मन्दिर के बीच में से, हटा दिया और उसको अपनी वेदी के उत्तर की ओर रख दिया।
हारून और उसके पुत्र अग्नि-बलि की वेदी और धूप-वेदी पर बलि चढ़ाया करते थे। इनके अतिरिक्त वे परमपवित्र स्थान के सब कार्य करते थे। वे इस्राएली समाज की ओर से प्रायश्चित के लिए बलि भी चढाते थे। इस प्रकार वे उन सब कार्यों को करते थे जिनका आदेश परमेश्वर के सेवक मूसा ने उन्हें दिया था।
उसने पीतल की एक वेदी बनाई। वह नौ मीटर चौड़ी और नौ मीटर लम्बी थी। वह साढ़े चार मीटर ऊंची थी।
उस समय येशुअ बेन-योसादाक अपने सहयोगी पुरोहितों के साथ तथा जरूब्बाबेल बेन-शालतिएल अपने भाई-बन्धुओं के साथ तैयार हुए। उन्होंने परमेश्वर के भक्त-जन मूसा की व्यवस्था के अनुसार वेदी पर अग्नि-बलि चढ़ाने के लिए इस्राएल के परमेश्वर की वेदी बनाई।
मूसा ने प्रभु के सब वचन लिख लिये। वह सबेरे उठे। उन्होंने पहाड़ की तलहटी में एक वेदी बनाई, और इस्राएल के बारह कुलों के अनुसार बारह स्तम्भ खड़े किये।
अग्नि-बलि की वेदी, पीतल की झंझरी, डण्डे और उसके सब पात्र, कण्डाल और उसकी आधार-पीठिका;
पीतल की वेदी, उसकी पीतल की झंझरी, डण्डे और उसके समस्त पात्र; कण्डाल और उसकी आधार-पीठिका;
तू अग्नि-बलि की वेदी एवं उसके समस्त पात्रों का अभ्यंजन करना। तू वेदी को पवित्र करना। तब वेदी परम पवित्र हो जाएगी।
उन्होंने मिलन-शिविर के निवास-स्थान के द्वार पर अग्नि-बलि की वेदी रखी और उस पर अग्नि-बलि तथा अन्न-बलि चढ़ाई; जैसी प्रभु ने मूसा को आज्ञा दी थी।
उन्हें यह दायित्व सौंपा गया था : वे मंजूषा, मेज, दीपाधार, वेदियों, पवित्र-स्थान की अन्य वस्तुओं जिनको पुरोहित के सेवा-कार्य में प्रयुक्त किया जाता है, और अन्त:पट से सम्बन्धित समस्त सेवा-कार्य करते थे।
वे वेदी के समस्त पात्र, जो सेवा-कार्य में प्रयुक्त होते हैं, अंगीठियाँ, कांटे, कटोरे और फावड़ियाँ उस लोहित रंग के वस्त्र पर रखेंगे। तत्पश्चात् वे उसके ऊपर सूंस के चमड़े का आच्छादन बिछाएंगे। वे वेदी में डण्डे लगाएंगे।
हमारी भी एक वेदी है। जो सांसारिक शिविर में उपासना करते हैं, उन्हें इस वेदी पर से खाने का अधिकार नहीं है।