निर्गमन 19:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सीनय पर्वत धुएं से आच्छादित था, क्योंकि प्रभु अग्नि में उस पर उतरा था। सहसा भट्ठे के धुएँ के सदृश उसका धुआँ ऊपर उठा और सारा पहाड़ बहुत कांपने लगा। पवित्र बाइबल सीनै पर्वत धुएँ से ढका था। पर्वत से धुआँ इस प्रकार उठा जैसे किसी भट्टी से उठता है। यह इसलिए हुआ कि यहोवा आग में पर्वत पर उतरे और साथ ही सारा पर्वत भी काँपने लगा। Hindi Holy Bible और यहोवा जो आग में हो कर सीनै पर्वत पर उतरा था, इस कारण समस्त पर्वत धुएं से भर गया; और उसका धुआं भट्टे का सा उठ रहा था, और समस्त पर्वत बहुत कांप रहा था पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और यहोवा जो आग में होकर सीनै पर्वत पर उतरा था, इस कारण समस्त पर्वत धूएँ से भर गया; और उसका धूआँ भट्टे का सा उठ रहा था, और समस्त पर्वत बहुत काँप रहा था। नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि यहोवा आग में होकर सीनै पर्वत पर उतरा था, इसलिए सारा पर्वत धुएँ से भर गया। उसका धुआँ भट्ठे के धुएँ के समान उठ रहा था, तथा सारा पर्वत अत्यंत काँप रहा था। सरल हिन्दी बाइबल पूरा सीनायी पर्वत धुएं से भरा था, क्योंकि याहवेह आग में होकर उतरे थे और धुआं ऊपर उठ रहा था, जिस प्रकार भट्टी का धुआं ऊपर उठता है. पूरा पर्वत बहुत कांप रहा था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और यहोवा जो आग में होकर सीनै पर्वत पर उतरा था, इस कारण समस्त पर्वत धुएँ से भर गया; और उसका धुआँ भट्ठे का सा उठ रहा था, और समस्त पर्वत बहुत काँप रहा था। |
सूर्य अस्त होने के पश्चात् जब घोर अन्धकार छा गया, तब एक धुंआती हुई अंगीठी और एक जलती हुई मशाल उन टुकड़ों के मध्य से होकर गई।
उन्होंने सदोम, गमोरा और घाटी के समस्त प्रदेश पर दृष्टि की और देखा कि धधकती भट्टी के सदृश धुआं भूमि से निकलकर ऊपर जा रहा है।
‘प्रभु, तू सीनय पर्वत पर उतरा था, और तूने हमारे पूर्वजों से स्वर्ग से वार्तालाप किया था। तब तूने उन्हें उचित न्याय-सिद्धान्त, सच्चे धर्म-नियम, भली सविधियां और अच्छी आज्ञाएं प्रदान की थीं।
वह पृथ्वी पर दृष्टिपात करता है, और वह कांप उठती है; वह पर्वतों को स्पर्श करता है, और वे धुआं उगलने लगते हैं।
परमेश्वर, तूने मूसलाधार वर्षा की थी। जब तेरी मीरास निराश हुई थी, तब तूने ही उसे विश्वास में स्थिर किया था।
तेरे गर्जन का शब्द बवण्डर में सुनाई पड़ा; विद्युत से भूमण्डल आलोकित हो उठा; पृथ्वी कंपित होकर डोल उठी।
वह पत्थरों अथवा तीरों से मारा जाएगा। चाहे मनुष्य हो अथवा पशु वह जीवित नहीं रहेगा। ऐसे व्यक्ति या पशु को कोई मनुष्य स्पर्श न करे।” जब नरसिंगे का शब्द देर तक सुनाई दे तब कुछ निश्चित लोग पर्वत पर चढ़ेंगे।’
तत्पश्चात मूसा लोगों को परमेश्वर से भेंट कराने के लिए शिविर से बाहर लाए। वे पहाड़ की तलहटी में खड़े हो गए।
जब लोगों ने मेघ-गर्जन, विद्युत का चमकना, नरसिंगे का स्वर और पहाड़ से धुआं निकलता हुआ देखा तब वे डरकर कांपने लगे। वे दूर खड़े हो गए।
पहाड़ के शिखर पर प्रभु की महिमा का दर्शन इस्राएली समाज की दृष्टि में प्रचण्ड अग्नि के सदृश प्रतीत हुआ।
प्रभु के दूत ने उन्हें झाड़ी के मध्य अग्नि-शिखा में दर्शन दिया। मूसा ने देखा कि अग्नि से झाड़ी जल तो रही है पर वह भस्म नहीं हो रही है।
तू सबेरे तैयार रहना। तू सबेरे ही सीनय पर्वत पर चढ़ना, और शिखर पर मेरे सम्मुख प्रस्तुत होना।
वह रुका, उसने पृथ्वी को नापा। उसने देखा, राष्ट्र हिल गए। युग-युग से खड़े पहाड़ बिखर गए। शाश्वत पहाड़ियाँ डूब गईं। उसकी गति आदि काल से एक-सी है।
पहाड़ियों के मध्य की घाटी अवरुद्ध हो जाएगी, क्योंकि उनके मध्य की यह नई घाटी आसाल नदी तक जाएगी। यह अवरुद्ध हो जाएगी जैसे यहूदा के राजा उज्जियाह के राज्यकाल में भूकम्प के कारण अवरुद्ध हो गई थी। तब मेरा प्रभु परमेश्वर अपने सब पवित्र संतों के साथ आएगा।
जाति के विरुद्ध जाति और राज्य के विरुद्ध राज्य उठ खड़ा होगा। जहाँ-तहाँ अकाल पड़ेंगे और भूकम्प आएँगे।
मूसा ने कहा, ‘प्रभु सीनय पर्वत से आया, वह सेईर देश से हम पर उदित हुआ, वह पारन पर्वत से प्रकाशवान हुआ। वह लाखों पवित्र प्राणियों के मध्य से आया। उसके दाहिने हाथ में ज्वालामय अग्नि थी।
उसने तुझे ताड़ित करने के लिए आकाश से अपनी वाणी सुनाई थी, और पृथ्वी पर अपनी महान् अग्नि दिखाई थी। तूने स्वयं अग्नि के मध्य से उसके वचन सुने थे।
‘प्रभु ने ये ही वचन पहाड़ पर तुम्हारी समस्त धर्म-महासभा से कहे थे। वह अग्नि के मध्य, मेघ और सघन अन्धकार में से उच्च स्वर में बोला था। तत्पश्चात् उसने कुछ नहीं कहा वरन् उन्हें पत्थर की दो पट्टियों पर लिखा और उनको मुझे दे दिया।
और आप को, जो कष्ट सह रहे हैं, और हम को, उस समय विश्राम दे, जब प्रभु येशु प्रकट होंगे और अपने शक्तिशाली दूतों के साथ प्रज्वलित अग्नि में आकाश से उतरेंगे। तब वह उन लोगों को दण्डित करेंगे, जो परमेश्वर को स्वीकार नहीं करते और हमारे प्रभु येशु का शुभ समाचार सुनने से इन्कार करते हैं।
आप लोग ऐसे स्थूल तत्व के निकट नहीं पहुँचे हैं, जिसे आप स्पर्श कर सकते हैं। यहाँ न तो धधकती अग्नि है और न काले बादल; न घोर अन्धकार और न झंझावात;
उस समय उसकी वाणी ने पृथ्वी को हिला दिया था; किन्तु अब वह यह घोषित करता है, “मैं एक बार और न केवल पृथ्वी को, बल्कि आकाश को भी हिलाऊंगा।”
प्रभु का दिन चोर की तरह आ जायेगा। उस दिन आकाश गरजता हुआ विलीन हो जायेगा, मूलतत्व जल कर पिघल जायेंगे और पृथ्वी तथा उस पर किए गए मनुष्यों के कर्म प्रत्यक्ष हो जाएंगे।
परमेश्वर की महिमा और उसके सामर्थ्य के कारण मन्दिर धूएँ से भर गया था और कोई तब तक मन्दिर में प्रवेश नहीं कर सकता था, जब तक सात स्वर्गदूतों की सात विपत्तियाँ पूरी न हो जायें।
उसने अगाध गर्त्त का विवर खोला। इस पर विवर में से दूआँ निकला, जो बड़ी भट्टी के धूएँ-जैसा था और विवर के धूएँ से सूर्य और वायुमण्डल अन्धकारमय हो गया।
इस्राएल के प्रभु परमेश्वर के सम्मुख, सीनय पर्वत के प्रभु के सामने, पर्वत कंपित हो गए!