उन्होंने सेवा-कार्य के लिए चिट्ठी डालकर द्वारों का चुनाव किया था। छोटे-बड़े, एक परिवार के बाद दूसरे परिवार ने चिट्ठी निकाली थी।
नहेम्याह 11:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब तक केवल इस्राएली समाज के मुखिया यरूशलेम नगर में रहते थे। अत: शेष इस्राएलियों ने चिट्ठी डालकर यह निश्चय किया कि उनके समाज का प्रत्येक दसवां व्यक्ति पवित्र नगर यरूशलेम में बसेगा, और शेष नौ व्यक्ति यहूदा प्रदेश के किसी भी नगर में रह सकते हैं। पवित्र बाइबल देखो अब इस्राएल के लोगों के मुखिया यरूशलेम में बस गए। इस्राएल के दूसरे लोगों को यह निश्चित करना था कि नगर में और कौन लोग बसेंगे। इसलिए उन्होंने पासे फेंके जिसके अनुसार हर दस व्यक्तियों में से एक को यरूशलेम के पवित्र नगर में रहना था और दूसरे नौ व्यक्तियों को अपने—अपने मूल नगरों में बसना था। Hindi Holy Bible प्रजा के हाकिम तो यरूशलेम में रहते थे, और शेष लोगों ने यह ठहराने के लिये चिट्ठियां डालीं, कि दस में से एक मनुष्य यरूशलेम में, जो पवित्र नगर है, बस जाएं; और नौ मनुष्य और और नगरों में बसें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) प्रजा के हाकिम तो यरूशलेम में रहते थे, और शेष लोगों ने यह ठहराने के लिये चिट्ठियाँ डालीं, कि दस में से एक मनुष्य यरूशलेम में, जो पवित्र नगर है, बस जाएँ; और नौ मनुष्य अन्य नगरों में बसें। सरल हिन्दी बाइबल इस पर प्रजा नायक येरूशलेम में बस गए मगर बाकी लोगों ने चिट्ठी डालकर दस-दस में से एक व्यक्ति को पवित्र नगर येरूशलेम में बस जाने के लिए ठहराया, जबकि बचे हुए नौ-नौ लोग दूसरे नगरों में रह गए इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 प्रजा के हाकिम तो यरूशलेम में रहते थे, और शेष लोगों ने यह ठहराने के लिये चिट्ठियाँ डालीं, कि दस में से एक मनुष्य यरूशलेम में, जो पवित्र नगर है, बस जाएँ; और नौ मनुष्य अन्य नगरों में बसें। |
उन्होंने सेवा-कार्य के लिए चिट्ठी डालकर द्वारों का चुनाव किया था। छोटे-बड़े, एक परिवार के बाद दूसरे परिवार ने चिट्ठी निकाली थी।
ये अपने-अपने वंश के अनुसार पितृ-कुलों के मुखिया थे, प्रमुख व्यक्ति थे। ये यरूशलेम नगर में रहते थे।
वंश-क्रमानुसार समस्त इस्राएली कुलों की गणना हुई। गणना का विवरण ‘इस्राएल प्रदेश और यहूदा प्रदेश के राजाओं का इतिहास-ग्रन्थ’ में लिखा हुआ है। वे प्रभु के प्रति अपने विश्वासघात के कारण बन्दी होकर बेबीलोन देश को निष्कासित हुए थे।
निष्कासन से लौटने के बाद जो लोग सर्वप्रथम अपने पैतृक नगरों में, अपने पैतृक भूमि-क्षेत्रों में पुन: बसे, वे ये थे : इस्राएल प्रदेश के नागरिक, पुरोहित, लेवीय उपपुरोहित और यरूशलेम मन्दिर के सेवक।
यहूदा-प्रदेश, बिन्यामिन कुल, एफ्रइम और मनश्शे गोत्रों के कुछ लोग भी यरूशलेम नगर में बस गए।
‘इसी प्रकार हम−पुरोहित, उपपुरोहित और जनता−चिट्ठी डालकर यह निश्चय करते हैं : इस्राएल के समस्त पितृकुल प्रतिवर्ष अपने नियत समय पर प्रभु परमेश्वर की वेदी पर अग्नि प्रज्वलित करने के लिए लकड़ी लाएंगे; जैसा वेदी की अग्नि के विषय में व्यवस्था-ग्रन्थ में लिखा है।
उस समय मैंने लोगों को यह आदेश भी दिया, ‘प्रत्येक यहूदी अपने सेवक के साथ यरूशलेम में ही रात बिताएगा। इस प्रकार वे दिन में हमारे लिए शहरपनाह पर कारीगर का काम करेंगे, और रात में रक्षकों का।’
तुम अपने को पवित्र नगर के निवासी बताते हो, और इस्राएल के परमेश्वर का सहारा लेते हो, जिसका नाम ‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु’ है।
ओ सियोन, जाग, जाग! अपना बल धारण कर! ओ पवित्र नगर यरूशलेम, अपने सुन्दर वस्त्र पहिन! अब खतना-रहित और अशुद्ध विधर्मी तुझ में प्रवेश नहीं करेंगे।
तब उन्होंने इस प्रकार प्रार्थना की, “प्रभु! तू सब का हृदय जानता है। यह प्रकट कर कि तूने इन दोनों में से किस को चुना है,
उन्होंने उन दोनों के लिए चिट्ठी डाली। चिट्ठी मत्तियस के नाम निकली और वह ग्यारह प्रेरितों के साथ सम्मिलित कर लिया गया।
यहोशुअ ने शिलोह में प्रभु के सम्मुख उनके लिए चिट्ठी डाली। इस प्रकार उसने वहां इस्राएली समाज को, उनके कुलों के अनुसार समस्त देश की भूमि, पैतृक-अधिकार के लिए बांट दी।