परन्तु येहू अपने सम्पूर्ण हृदय से इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर की व्यवस्था पर नहीं चला। उसने सावधानी से उसका पालन नहीं किया। जैसे यारोबआम ने इस्राएली जनता से पाप कराए थे वैसे ही येहू ने भी किया। वह यारोबआम के पाप-मार्ग से विमुख नहीं हुआ।
नहेम्याह 10:29 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इन सबने अपने प्रतिष्ठित जाति-भाइयों के साथ यह शपथ खाई : ‘हम परमेश्वर की व्यवस्था के अनुसार आचरण करेंगे, जो उसने अपने सेवक मूसा को प्रदान की थी। हम अपने स्वामी प्रभु की सब आज्ञाओं, उसके न्याय-सिद्धान्तों और संविधियों का पालन करेंगे, और उनके अनुरूप कार्य करेंगे। Hindi Holy Bible अपने भाई रईसों से मिलकर शपथ खाई, कि हम परमेश्वर की उस व्यवस्था पर चलेंगे जो उसके दास मूसा के द्वारा दी गई है, और अपने प्रभु यहोवा की सब आज्ञाएं, नियम और विधियां मानने में चौकसी करेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अपने भाई रईसों से मिलकर शपथ खाई, कि हम परमेश्वर की उस व्यवस्था पर चलेंगे जो उसके दास मूसा के द्वारा दी गई है, और अपने प्रभु यहोवा की सब आज्ञाएँ, नियम और विधियाँ मानने में चौकसी करेंगे। सरल हिन्दी बाइबल अपने संबंधियों और उनके रईसों के साथ मिल गए. इन्होंने अपने आप पर एक शाप ले लिया और उन्होंने याहवेह की व्यवस्था के पालन करने की शपथ ली, वह व्यवस्था, जो परमेश्वर के सेवक मोशेह द्वारा दी गयी थी; सभी ने प्रण किया, कि वे परमेश्वर, हमारे प्रभु याहवेह की सभी आज्ञाओं, नियमों और विधियों का पालन करने में चौकसी करेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अपने भाई रईसों से मिलकर शपथ खाई, कि हम परमेश्वर की उस व्यवस्था पर चलेंगे जो उसके दास मूसा के द्वारा दी गई है, और अपने प्रभु यहोवा की सब आज्ञाएँ, नियम और विधियाँ मानने में चौकसी करेंगे। |
परन्तु येहू अपने सम्पूर्ण हृदय से इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर की व्यवस्था पर नहीं चला। उसने सावधानी से उसका पालन नहीं किया। जैसे यारोबआम ने इस्राएली जनता से पाप कराए थे वैसे ही येहू ने भी किया। वह यारोबआम के पाप-मार्ग से विमुख नहीं हुआ।
तब राजा योशियाह मंच पर खड़ा हुआ। उसने प्रभु के साथ यह विधान स्थापित किया, कि वह प्रभु का अनुसरण करेगा, अपने सम्पूर्ण हृदय और सम्पूर्ण प्राण से उसकी आज्ञाओं, सािक्षयों तथा संविधियों का पालन करेगा। वह इस विधान की पुस्तक में लिखे गए वचनों पर दृढ़ रहेगा। समस्त जनता ने भी प्रतिज्ञा की, कि वह विधान का पालन करेगी।
निष्कासन से लौटने के बाद जो लोग सर्वप्रथम अपने पैतृक नगरों में, अपने पैतृक भूमि-क्षेत्रों में पुन: बसे, वे ये थे : इस्राएल प्रदेश के नागरिक, पुरोहित, लेवीय उपपुरोहित और यरूशलेम मन्दिर के सेवक।
तब योशियाह मंच पर खड़ा हुआ। उसने प्रभु के साथ विधान की धर्मविधि सम्पन्न की कि वह प्रभु का अनुसरण करेगा, अपने सम्पूर्ण हृदय और सम्पूर्ण प्राण से उसकी आज्ञाओं, सािक्षयों, तथा संविधियों का पालन करेगा। वह इस विधान की पुस्तक में लिखे गए वचनों पर दृढ़ रहेगा।
‘हे इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर, तूने अपने सेवक, मेरे पिता दाऊद को यह वचन दिया था, और उससे यह कहा था, “यदि तेरे पुत्र, अपने आचरण के प्रति सावधान रहेंगे, जैसा तू मेरे सम्मुख निष्ठापूर्वक चलता है वैसा वे भी मेरी व्यवस्था पर चलेंगे, तो मैं इस्राएल के सिंहासन पर बैठने के लिए तेरे वंश में पुरुष का अभाव न होने दूंगा।” हे प्रभु, अपने इस वचन को पूर्ण कर।
तब मैंने उन्हें डांटा और उन्हें कटु शब्द कहे। मैंने कुछ को मारा-पीटा और उनके बाल नोचे। मैंने परमेश्वर के नाम पर उन्हें यह शपथ दी : ‘तुम गैर-यहूदी कौमों के पुत्रों से अपनी पुत्रियों का विवाह नहीं करोगे, और न अपना और न अपने पुत्रों का विवाह उनकी पुत्रियों से करोगे।
मन्दिर के सेवक : सीहा, हसूपा, तब्बाओत, केरोस, सीअहा, पादोन, लबाना, हगबा, शलमई, हानान, गिद्देल, गहर, रायाह, रसीन, नकोदा, गज्जाम, उज्जा, पासेह, बेसई, मूनीम, नपीसीम, बकबूक, हकूपा, हर्हूर, बसलीत, महीदा, हर्शा, बर्कोस, सीसरा, तेमह, नसीह और हतीपा के वंशज थे।
अत: पुरोहित एज्रा ने सातवें महीने के प्रथम दिन धर्म-सभा के सम्मुख व्यवस्था-ग्रन्थ प्रस्तुत किया। इस धर्म-सभा में स्त्री-पुरुष तथा वे सब लोग उपस्थित थे जो पाठ को सुनकर समझ सकते थे।
उसने जल-द्वार के सम्मुख चौक में स्त्री-पुरुषों तथा उन सब लोगों के सामने व्यवस्था-ग्रन्थ को पढ़ना आरम्भ किया जो सुन कर समझ सकते थे। एज्रा सबेरे से दोपहर तक उसको पढ़ता रहा। सब लोगों के कान व्यवस्था-ग्रन्थ के पाठ की ओर लगे थे।
उन्होंने उस देश की अन्य जातियों से स्वयं को अलग किया, और खड़े होकर अपने पूर्वजों के अधर्म और अपने पापों को स्वीकार किया।
‘इन सब बातों के कारण हम तेरे साथ सुदृढ़ व्यवस्थान स्थापित करते हैं। हम उसको लिख देते हैं; और उस पर हमारे शासक, उपपुरोहित और पुरोहित हस्ताक्षर करेंगे।’
कि वे अंत तक प्रभु की संविधि का पालन करें; उसकी व्यवस्था को मानते रहें। प्रभु की स्तुति करो!
हे प्रभु, हमारे स्वामी! तेरा नाम समस्त पृथ्वी पर कितना महान है! तेरी महिमा का स्तुतिगान स्वर्ग पर होता है,
प्रभु याकूब के वंश पर पुन: दया करेगा। वह इस्राएल को फिर अपनाएगा। वह इस्राएलियों को उनके देश में फिर बसाएगा। विदेशी भी उनसे मिल जाएंगे, और याकूब के वंशजों के साथ घुल-मिल कर रहेंगे।
‘यिर्मयाह, तू उनसे यह कहना : “प्रभु यों कहता है : यदि तुम मेरी बात नहीं सुनोगे, जो व्यवस्था मैंने तुम्हारे सामने रखी है, उस पर नहीं चलोगे,
‘तुम ने अभी-अभी पश्चात्ताप किया था। तुम ने अपने जाति-बन्धु को मुक्त करने की घोषणा की। जो मन्दिर मेरे नाम से प्रसिद्ध है, उसमें तुमने मेरे सम्मुख समझौता किया कि तुम अपने-अपने दास-दासी को मुक्त कर दोगे। तुम्हारा यह कार्य मेरी दृष्टि में उचित था।
मैं तुम्हारे भीतर अपना आत्मा प्रतिष्ठित करूंगा। तब तुम मेरी संविधियों के अनुसार आचरण करोगे, और मेरे आदेशों का तत्परतापूर्वक पालन करोगे।
तुम मेरे लिए पवित्र होगे; क्योंकि मैं प्रभु, पवित्र हूँ। मैंने तुम्हें अन्य जातियों से अलग किया है कि तुम मेरे अपने बनो।
‘मेरे सेवक मूसा की व्यवस्था, संविधियों और न्याय-सिद्धान्तों को स्मरण रखो। यह मैंने उसे होरेब पर्वत पर समस्त इस्राएली लोगों के लिए दिए थे।
तो (पुरोहित स्त्री को अभिशाप की शपथ दिलाए और वह उससे कहे) प्रभु तुमको तुम्हारे लोगों के मध्य घृणास्पद बनाए। लोग तुम्हारा नाम लेकर शाप दें। प्रभु तुम्हारी जाँघ को सड़ाए, और शरीर को फुलाए।
व्यवस्था निश्चय ही मूसा द्वारा दी गयी थी, किन्तु अनुग्रह और सत्य येशु मसीह द्वारा आए।
“क्या मूसा ने तुम्हें व्यवस्था नहीं दी? फिर भी तुम लोगों में कोई व्यवस्था का पालन नहीं करता। “तुम लोग मुझे मार डालने की ताक में क्यों रहते हो?”
जब बरनबास ने वहाँ पहुच कर परमेश्वर का अनुग्रह देखा, तो वह आनन्दित हो उठे। उन्होंने सब को प्रोत्साहित किया कि वे सम्पूर्ण हृदय से प्रभु के प्रति निष्ठावान बने रहें;
फिर भी कुछ व्यक्ति उनके साथ हो लिये और विश्वासी बन गये, जैसे परिषद् का सदस्य दियोनिसियुस, दमरिस नामक महिला तथा अन्य कई व्यक्ति।
आप उन लोगों की बात नहीं मानिए क्योंकि उनमें चालीस से अधिक व्यक्ति पौलुस की घात में बैठे हुए हैं। उन्होंने शपथ ली है कि वे तब तक न तो खायेंगे और न पियेंगे, जब तक वे पौलुस का वध न कर दें। वे अभी तैयार हैं, और आपके निर्णय की प्रतीक्षा में हैं।”
मूसा ने समस्त इस्राएली समाज को बुलाया, और उनसे यह कहा, ‘ओ इस्राएल! जो संविधियाँ और न्याय-सिद्धान्त आज मैं तुम्हारे कान में डाल रहा हूँ, उनको सुनो। तुम उन्हें सीखना, और उनको व्यवहार में लाने के लिए सदा तत्पर रहना।
तुम उनका पालन करना, और उनके अनुसार कार्य करना; जैसी तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने तुम्हें आज्ञा दी है। तुम न दाहिनी ओर मुड़ना और न बायीं ओर।