सामरी राज्य के पतन का कारण यह है : उसने अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी को नहीं सुना, और उसके विधान का उल्लंघन किया। जो आज्ञाएं प्रभु ने अपने सेवक मूसा को दी थीं, इस्राएली लोगों ने न उनको सुना, और न उनके अनुसार कार्य किया।
दानिय्येल 9:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) समस्त इस्राएली कौम ने तेरी वाणी को सुनने से इन्कार किया। उन्होंने तेरी व्यवस्था का उल्लंघन किया और तेरी ओर से मुंह फेर लिया। अत: जो शाप और शपथ तेरे सेवक मूसा की व्यवस्था में लिखे हुए हैं, वे हम पर बरसने लगे; क्योंकि हमने तेरे प्रति पाप किया था। पवित्र बाइबल इस्राएल का कोई भी व्यक्ति तेरी शिक्षाओं पर नहीं चला। वे सभी भटक गये थे। उन्होंने तेरे आदेशों का पालन नहीं किया। मूसा, (जो परमेश्वर का सेवक था) की व्यवस्था के विधान में शापों और वादों का उल्लेख हुआ है। वे शाप और वादे व्यवस्था के विधान पर नहीं चलने के दण्ड का बखान करते हैं और वे सभी बातें हमारे संग घट चुकी हैं क्योंकि हमने यहोवा के विरोध में पाप किये हैं। Hindi Holy Bible वरन सब इस्राएलियों ने तेरी व्यवस्था का उल्लंघन किया, और ऐसे हट गए कि तेरी नहीं सुनी। इस कारण जिस शाप की चर्चा परमेश्वर के दास मूसा की व्यवस्था में लिखी हुई है, वह शाप हम पर घट गया, क्योंकि हम ने उसके विरुद्ध पाप किया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वरन् सब इस्राएलियों ने तेरी व्यवस्था का उल्लंघन किया, और ऐसे हट गए कि तेरी नहीं सुनी। इस कारण जिस शाप की चर्चा परमेश्वर के दास मूसा की व्यवस्था में लिखी हुई है, वह शाप हम पर घट गया, क्योंकि हम ने उसके विरुद्ध पाप किया है। सरल हिन्दी बाइबल सारे इस्राएल ने आपके कानून का उल्लंघन किया है और आपकी बातों को मानने के बदले उससे दूर हट गये हैं. “इसलिये परमेश्वर के सेवक, मोशेह के कानून में लिखित शाप और ठहराया गया दंड हमारे ऊपर उंडेल दिया गया है, क्योंकि हमने आपके विरुद्ध पाप किया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वरन् सब इस्राएलियों ने तेरी व्यवस्था का उल्लंघन किया, और ऐसे हट गए कि तेरी नहीं सुनी। इस कारण जिस श्राप की चर्चा परमेश्वर के दास मूसा की व्यवस्था में लिखी हुई है, वह श्राप हम पर घट गया, क्योंकि हमने उसके विरुद्ध पाप किया है। |
सामरी राज्य के पतन का कारण यह है : उसने अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी को नहीं सुना, और उसके विधान का उल्लंघन किया। जो आज्ञाएं प्रभु ने अपने सेवक मूसा को दी थीं, इस्राएली लोगों ने न उनको सुना, और न उनके अनुसार कार्य किया।
प्रभु यों कहता है, देख मैं इस स्थान पर, इसके सब निवासियों पर विपत्ति ढाहूंगा। इस पुस्तक की जो बातें यहूदा प्रदेश के राजा ने पढ़ी हैं, उनको मैं पूर्ण करूंगा।
बैल अपने मालिक को जानता है, गधा अपने स्वामी की नांद को पहचानता है; पर इस्राएल मुझे नहीं जानता, मेरे निज लोगों में समझ नहीं!’
इस कारण मैंने पवित्र स्थान के प्रशासकों को पदच्युत कर दिया, मैंने याकूब को संहार के लिए, इस्राएल को निन्दा के हेतु त्याग दिया।
तब तू उनको यह उत्तर देना, “प्रभु कहता है: क्योंकि तुम्हारे पूर्वजों ने मुझ-प्रभु को त्याग दिया था, और वे अन्य देवी-देवताओं का अनुसरण करने लगे थे। वे उनकी सेवा और पूजा करते थे। उन्होंने मेरा पूर्ण परित्याग कर दिया था, और मेरी व्यवस्था का पालन नहीं किया था।
तेरे सभी प्रेमी तुझे भूल गए हैं; अब वे तेरी कामना नहीं करते। मैंने तुझे शत्रु जैसा मारा है, निर्दय शत्रु के समान तुझे कठोर दण्ड दिया है; क्योंकि तूने बड़े-बड़े दुष्कर्म किये हैं, तेरे पाप गंभीर हैं।
वे मिस्र देश से इस देश में आए। उन्होंने इस देश में प्रवेश किया, और इस पर अधिकार कर लिया। ‘किन्तु उन्होंने तेरी वाणी नहीं सुनी, और तेरी व्यवस्था के अनुसार आचरण नहीं किया। उन्होंने वे कार्य नहीं किये जिनको करने का आदेश तूने उनको दिया था। अत: तूने यह विपत्ति उन पर ढाही।
और उसने उस नबूवत को पूरा भी किया। प्रभु ने वैसा ही किया जैसा उसने कहा था। आप लोगों ने प्रभु के विरुद्ध पाप किया, उसकी वाणी नहीं सुनी, इसलिए यह विपत्ति आप पर पड़ी।
सुनो, यह असहनीय था; प्रभु और अधिक तुम्हारे इस दुष्कर्म को, इस घृणास्पद कार्य को सह नहीं सका। उसने तुम्हारे देश को उजाड़ दिया। तुम्हारा देश निर्जन और सुनसान हो गया। वह शापित हो गया और बर्बाद हो गया, जैसा वह आज तक है।
क्योंकि तुमने आकाश की रानी के लिए धूप जलायी थी; क्योंकि तुमने प्रभु के प्रति पाप किया था, और उसकी वाणी नहीं सुनी थी। तुमने उसके धर्मनियमों, संविधियों और सािक्षयों के अनुरूप आचरण नहीं किया; इस कारण यह विपत्ति तुम पर आयी, और आज तक बनी हुई है।’
ओ पृथ्वी, सुन! मैं इस इस्राएली जाति पर इसके दुष्कर्मों का फल, अनिष्ट का बवण्डर ला रहा हूं; क्योंकि इन लोगों ने मेरे वचनों पर ध्यान नहीं दिया, मेरे नियमों का तिरस्कार कर दिया।
वे ये कौमें हैं: मिस्री, यहूदी, एदोमी, अम्मोनी, मोआबी और मरुस्थल में रहनेवाली अरबी कौम, जो अपने गालों के बालों को मूंड़ती है। ये सब खतना-रहित हैं, और इस्राएल के वंशज भी हृदय से खतना-रहित हैं।’
मूसा की व्यवस्था में लिखित समस्त विपत्तियाँ हम पर पड़ीं, तो भी हमने अपने प्रभु परमेश्वर की कृपा-दृष्टि प्राप्त करने का प्रयत्न नहीं किया और न हम अपने अधर्ममय आचरण को छोड़कर तेरे सत्य वचन सुनने को तत्पर हुए।
हमने पाप किया। हमने दुष्कर्म किए, और तेरे प्रति दुष्ट व्यवहार किया। तेरी आज्ञाओं और आदेशों की अवहेलना कर तुझसे विद्रोह किया।
नहीं, अमर हैं तो मेरे शब्द और मेरी संविधियां जो मैंने अपने सेवक नबियों को दी थीं। क्या वे तुम्हारे पूर्वजों पर सच सिद्ध नहीं हुई? अत: तुम्हारे पूर्वजों ने पश्चात्ताप किया और यह कहा: “स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने हमारे साथ जैसा व्यवहार करने का निश्चय किया था, वैसा ही उसने किया। उसने हमारे बुरे मार्गों और दुष्कर्मों के अनुरूप हमारे साथ व्यवहार किया और हमें दण्ड दिया।” ’
उन्होंने अपने हृदय को पत्थर बना लिया ताकि वे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की व्यवस्था को न मानें, और न उसके सन्देश को सुनें, जो उसने अपने आत्मा के द्वारा प्राचीन काल के नबियों के माध्यम से दिए थे। अत: स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का भयंकर क्रोध उन पर भड़क उठा।
ओ यहूदा के वंशजो, ओ इस्राएल के वंशजो! तुम्हारे नाम से राष्ट्र श्राप देते थे, पर अब मैं तुम्हे बचाऊंगा और तुम आशिष का माध्यम बनोगे। मत डरो, पर अपने हाथों को मजबूत बनाओ।
उन राष्ट्रों के समान, जिनको प्रभु ने तेरे सामने नष्ट किया था, तू भी नष्ट हो जाएगा, क्योंकि तूने अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी नहीं सुनी थी।