6 नहीं, अमर हैं तो मेरे शब्द और मेरी संविधियां जो मैंने अपने सेवक नबियों को दी थीं। क्या वे तुम्हारे पूर्वजों पर सच सिद्ध नहीं हुई? अत: तुम्हारे पूर्वजों ने पश्चात्ताप किया और यह कहा: “स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने हमारे साथ जैसा व्यवहार करने का निश्चय किया था, वैसा ही उसने किया। उसने हमारे बुरे मार्गों और दुष्कर्मों के अनुरूप हमारे साथ व्यवहार किया और हमें दण्ड दिया।” ’
6 नबी मेरे सेवक थे। मैंने उनका उपयोग तुम्हारे पूर्वजों को अपने व्यवस्था और अपनी शिक्षा देने के लिये किया और तम्हारे पूर्वजों ने अन्त में शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने कहा, ‘सर्वशक्तिमान यहोवा ने वह किया जिसे करने को उसने कहा था। उसने हमारे बुरे रहन—सहन और सभी बुरे किये गए कामों के लिये दण्ड दिया।’ इस प्रकार वे परमेश्वर के पास वापस लौटे।”
6 परन्तु मेरे वचन और मेरी आज्ञाएं जिन को मैं ने अपने दास नबियों को दिया था, क्या वे तुम्हारे पुरखाओं पर पूरी न हुई? तब उन्होंने मन फिराया और कहा, सेनाओं के यहोवा ने हमारे चालचलन और कामों के अनुसार हम से जैसा व्यवहार करने को कहा था, वैसा ही उसने हम को बदला दिया है॥
6 परन्तु मेरे वचन और मेरी आज्ञाएँ जिन को मैं ने अपने दास नबियों को दिया था, क्या वे तुम्हारे पुरखाओं पर पूरी न हुईं? तब उन्होंने मन फिराया और कहा, सेनाओं के यहोवा ने हमारे चालचलन और कामों के अनुसार हम से जैसा व्यवहार करने को कहा था, वैसा ही उसने हम को बदला दिया है।”
6 पर मेरे वचन और कानून, जो मैंने अपने सेवक भविष्यवक्ताओं को दिये थे, क्या वे तुम्हारे पूर्वजों की मृत्यु के बाद भी बने हुए नहीं हैं? “तब उन्होंने प्रायश्चित किया और कहा, ‘सर्वशक्तिमान याहवेह ने ठीक वही किया है जैसा कि हमारे चालचलन और हमारे कर्मों के कारण हमारे साथ किया जाना चाहिये, जैसा कि उन्होंने करने की ठानी थी.’ ”
6 परन्तु मेरे वचन और मेरी आज्ञाएँ जिनको मैंने अपने दास नबियों को दिया था, क्या वे तुम्हारे पुरखाओं पर पूरी न हुईं? तब उन्होंने मन फिराया और कहा, सेनाओं के यहोवा ने हमारे चाल चलन और कामों के अनुसार हम से जैसा व्यवहार करने का निश्चय किया था, वैसा ही उसने हमको बदला दिया है।” (विला. 2:17)
जो प्रभु ने निश्चय किया था, उसने उसको पूरा किया, उसने अपनी धमकी पूरी की। जैसा उसने बहुत पहले आदेश दिया था, उस वचन के अनुसार उसने कार्य किया। उसने निर्दयतापूर्वक नगर का विध्वन्स कर दिया। ओ यरूशलेम! उसने तेरे शत्रुओं को तुझ पर हंसने और आनन्द मनाने का अवसर प्रदान किया; तेरे बैरियों की शक्ति को बढ़ाया।
‘परन्तु यदि तू अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी नहीं सुनेगा, उसकी उन समस्त आज्ञाओं और संविधियों के अनुसार, जिनका आदेश आज मैं तुझे दे रहा हूँ, कार्य करने को तत्पर नहीं होगा, तो ये अभिशाप तेरे पास आकर तुझ को पकड़ लेंगे।
जब तक प्रभु अपने हृदय के संकल्प को कार्य रूप में परिणत नहीं करेगा, और उसको पूर्ण नहीं कर लेगा, तब तक वह अपने क्रोध को शांत नहीं करेगा। अन्तिम दिनों में तुम्हें यह बात स्पष्ट समझ में आ जाएगी।
जो लोग तलवार की मार से बच जाएंगे, वे मिस्र देश से यहूदा प्रदेश को लौटेंगे, किन्तु उनकी संख्या थोड़ी ही होगी। तब यहूदा प्रदेश के ये बचे हुए लोग जो मिस्र देश में बसने के लिए आए हैं, इस सच्चाई को जानेंगे के मेरा वचन सच सिद्ध हुआ अथवा उनका।
परमेश्वर मनुष्य नहीं है कि वह झूठ बोले, और न वह मनुष्य का पुत्र है कि पश्चात्ताप करे! जो उसने कहा, क्या वह उसको न करे? जो वह बोले, क्या वह उसको पूर्ण न करे?
उनके कुकर्मों का आरम्भ गिलगाल नगर में हुआ था, वहाँ से ही मैं उनसे घृणा करने लगा था। मैं उनके कुकर्मों के कारण अपने निवास से उन्हें निकाल दूंगा। मैं उनसे फिर प्रेम नहीं करूंगा। उनके सब शासक विद्रोही हैं।
तब प्रभु ने मुझसे कहा, ‘ओ मानव, ये हड्डियां मानो इस्राएल के सब वंशज हैं। देख, वे कहते हैं, “हमारी हड्डियां सूख गईं। हमारी आशा टूट गई। हम पूर्णत: नष्ट हो चुके हैं।”
‘प्रभु सच्चा है; मैंने ही उसके वचन से विद्रोह किया है। ओ विश्व की सब कौमो! मेरी बात सुनो, मेरे दु:ख पर ध्यान दो। मेरे जवान बेटे और बेटियां बन्दी बनकर निर्वासित हो गए।
पर यह अच्छी तरह समझ लो कि अगर तुम मुझे प्राण-दण्ड दोगे, तो तुम निर्दोष मनुष्य की हत्या करने के कारण दोषी ठहरोगे, और मेरी हत्या का दोष तुम पर, इस नगर पर और नगर-निवासियों के मत्थे पड़ेगा। क्योंकि यह सच है कि प्रभु ने मुझे तुम्हें यह वचन सुनाने के लिए भेजा है।’
ओ यहूदा प्रदेश की जनता, ओ यरूशलेम के निवासियो, मुझे प्रसन्न करने के लिए शारीरिक खतना नहीं, वरन् मन का खतना करो। अन्यथा तुम्हारे दुष्कर्म देखकर मेरा क्रोध अग्नि के सदृश भड़क उठेगा, और वह कभी शान्त नहीं होगा।’
मैं अपने सेवक के वचन को सच प्रमाणित करता हूं, मैं अपने संदेश-वाहकों के परामर्श को सफल करता हूं। मैं यरूशलेम के विषय में यह कहता हूं, ‘तू फिर आबाद होगा।’ मैंने यहूदा प्रदेश के नगरों के विषय में यह कहा है: ‘इनका पुनर्निर्माण होगा; मैं उनके खण्डहरों को फिर खड़ा करूंगा।’
जब तक तू नष्ट नहीं हो जाएगा, तब तक ये अभिशाप तुझ पर आकर तेरा पीछा करेंगे, तुझे पकड़े रहेंगे, क्योंकि तूने अपने प्रभु परमेश्वर की वाणी नहीं सुनी, उसकी आज्ञाओं और संविधियों का पालन नहीं किया, जिनका उसने तुझे आदेश दिया था।
‘जब तक तू नष्ट नहीं हो जाएगा, अविलम्ब मिट नहीं जाएगा तब तक प्रभु तेरे बुरे कार्यों के कारण, तेरे समस्त उद्यमों पर अभिशाप, उलझन और विफलता भेजेगा, क्योंकि तूने प्रभु को छोड़ दिया है।
अत: स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु परमेश्वर यों कहता है: ‘उन्होंने तुझे “हवा” कहा है, इसलिए देख, मैं तेरे मुंह में अपने शब्दों को अग्नि बना दूंगा, और यहूदा प्रदेश की जनता तथा यरूशलेम के निवासियों को सूखी लकड़ी! मेरे अग्निमय वचन उन्हें भस्म कर देंगे।’
‘प्रभु, नगर की यह मोर्चाबन्दी देख! शत्रु-सैनिक नगर पर कब्जा करने के लिए दीवारों में चढ़ रहे हैं। तलवार, अकाल और महामारी के कारण यह नगर कसदी सेना के हाथ में पड़ गया है। कसदी सैनिक नगर-वासियों से लड़ रहे हैं। प्रभु, जो तूने कहा था, वह पूरा हो रहा है। और यह तू स्वयं देख रहा है।
‘जा, और कूश देश के निवासी एबेदमेलेक से यह कह: “इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: इस नगर को दण्ड देने के लिए जो वचन मैंने कहे हैं, उनको मैं अवश्य पूरा करूंगा, और उनसे इस नगर का बुरा ही होगा, भला नहीं। तेरी आंखों के सामने उस दिन मेरे सब वचन पूर्ण होंगे।
‘प्रभु कहता है : जब मैं तुम्हें इस देश में दण्ड दूंगा, तब यह उसका संकेत-चिह्न होगा, ताकि तुम यह निश्चय ही जान लो कि मेरे ये अनिष्ट वचन अवश्य पूरे होंगे :
सम्राट दारा के शासन-काल के दूसरे वर्ष के ग्यारहवें महीने (शबाट महीने) की चौबीसवीं तारीख को प्रभु का यह सन्देश इद्दो के पौत्र और बेरेकयाह के पुत्र नबी जकर्याह को मिला। जकर्याह ने कहा:
ऐसे ही जो शब्द मेरे मुंह से निकलता है, वह मेरे पास खाली नहीं लौटेगा; वरन् जिस उद्देश्य से मैंने उसको उच्चारा था, वह उसको पूरा करेगा; जिसके लिए मैंने उसको भेजा था, वह उसको सफल करेगा।’
‘स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर यों कहता है: जो विपत्तियां मैं यरूशलेम नगर तथा यहूदा प्रदेश के सब नगरों के रहनेवालों पर ढाह चुका हूं, वे तुमने देखी हैं। आज वे स्थान उजाड़ पड़े हैं, और वहां कोई नहीं रहता है।
अत: मैंने उन पर क्रोध और प्रकोप उण्डेल दिया। मैंने यहूदा प्रदेश के नगरों और यरूशलेम के गली-कूचों को अपनी क्रोधाग्नि से भस्म कर दिया। वे उजाड़ और निर्जन हो गए, और आज तक वैसे ही उजाड़ और निर्जन पड़े हैं।