परमेश्वर ने स्वप्न में उसे उत्तर दिया, ‘हाँ, मैं जानता हूँ कि तूने निष्कपट हृदय से यह कार्य किया है। मैंने ही तुझे अपने विरुद्ध पाप करने से रोका था। इसलिए मैं ने तुझे उसे स्पर्श भी नहीं करने दिया।
जकर्याह 2:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे अपनी महिमा के लिए तुम्हें लूटने वाले राष्ट्रों के पास भेजा था, तब प्रभु ने यों कहा था: ‘जो तुम्हें स्पर्श करता है, वह मेरी आंख की पुतली को स्पर्श करता है। पवित्र बाइबल सर्वशक्तिमान यहोवा ने मेरे बारे में यह कहा, “उसने मुझे भेजा है, जिन्होंने उन राष्ट्रों में युद्ध में तुमसे चीज़ें छीनीं! उसने तुझे प्रतिष्ठा देने को मुझे भेजा है।” किन्तु उसके बाद, यहोवा मुझे उनके विरूद्ध भेजेगा। क्यों? क्योंकि यदि वे तुम्हें चोट पहुँचायेंगे तो वह यहोवा की आँख की पुतली को चोट पहुँचाना होगा। Hindi Holy Bible क्योंकि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, उस तेज के प्रगट होने के बाद उसने मुझे उन जातियों के पास भेजा है जो तुम्हें लूटती थीं, क्योंकि जो तुम को छूता है, वह मेरी आंख की पुतली ही को छूता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, उस तेज के प्रगट होने के बाद उसने मुझे उन जातियों के पास भेजा है जो तुम्हें लूटती थीं, क्योंकि जो तुम को छूता है, वह मेरी आँख की पुतली ही को छूता है। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि सर्वशक्तिमान याहवेह का यह कहना है: “उन्होंने अपने महिमा के निमित्त ही मुझे उन जातियों के विरुद्ध भेजा है, जिन्होंने तुम्हें लूट लिया हे—क्योंकि यदि कोई तुम्हें छूता है, तो वह उसकी (याहवेह की) आंख की पुतली को छूता है, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि सेनाओं का यहोवा यह कहता है, उस तेज के प्रगट होने के बाद उसने मुझे उन जातियों के पास भेजा है जो तुम्हें लूटती थीं, क्योंकि जो तुम को छूता है, वह मेरी आँख की पुतली ही को छूता है। |
परमेश्वर ने स्वप्न में उसे उत्तर दिया, ‘हाँ, मैं जानता हूँ कि तूने निष्कपट हृदय से यह कार्य किया है। मैंने ही तुझे अपने विरुद्ध पाप करने से रोका था। इसलिए मैं ने तुझे उसे स्पर्श भी नहीं करने दिया।
प्रभु ने अपने वचन के अनुसार, जो उसने अपने सेवक नबियों के मुख से कहा था, यहोयाकीम के विरुद्ध तथा यहूदा प्रदेश को नष्ट करने के लिए कसदी, सीरियाई, मोआबी और अम्मोनी जाति के लुटेरों को भेजा।
यदि तू मेरी आज्ञाओं का पालन करेगा तो तू जीवित रहेगा; अपनी आंखों की पुतली के सदृश मेरी शिक्षाओं को बहुमूल्य जान।
‘निस्सन्देह तेरे खण्डहर, तेरे ध्वस्त स्थान, तेरा उजाड़ देश, तेरे निवासियों के लिए अब पर्याप्त नहीं होगा; पर तुझे हड़पनेवाले लोग दूर भाग जाएंगे।
प्रभु अपने दुष्कर्मी पड़ोसी राष्ट्रों के सम्बन्ध में यह कहता है: ‘जो मीरास मैंने अपने निज लोग इस्राएल को पैतृक अधिकार के लिए दी थी, उसको पड़ोसी राष्ट्रों ने स्पर्श किया है। अत: मैं-प्रभु कहता हूं: देखो, मैं उनको उनके देश से उखाड़ दूंगा, और यहूदा कुल के लोगों को भी उनके मध्य से उखाड़ूंगा।
जब तक उस के देश के पतन का निर्धारित समय नहीं आता, तब तक पृथ्वी की सब जातियां उसकी, उसके पुत्र की और पौत्र की सेवा करेंगी। निर्धारित समय के पश्चात् अनेक जातियां और बड़े राजा उसको अपना गुलाम बना लेंगे।
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : एदोमी राष्ट्र ने यहूदा के वंशजों से प्रतिशोध लिया है, और यों प्रतिशोध लेकर उसने गंभीर अपराध किया है।
‘स्वामी-प्रभु यों कहता है : पलिश्तियों के हृदय में इस्राएल के वंशजों के प्रति युग-युग से शत्रुता की भावना है। इसलिए उन्होंने शत्रुता और द्वेष की भावना से इस्राएलियों से प्रतिशोध लिया, और उनको नष्ट कर दिया।
‘ओ मानव, सोर नगर ने यरूशलेम नगर का मजाक उड़ाया है। उसने यह कहा है, “राष्ट्र-द्वार टूट गया! वह मेरे लिए खुल गया है। यरूशलेम नगर उजड़ गया। उसके विनाश से अब मैं फूलूंगा-फलूंगा।”
तब मैं अधोलोक के जानेवालों के समान तुझको भी गड्ढे में फेंक दूंगा। मैं तुझे प्राचीन युग के लोगों के पास उतार दूंगा। ओ सोर नगर, मैं प्राचीन काल के उजड़े हुए खण्डहरों के समान तुझे एक खण्डहर नगर बना दूंगा। तू अधोलोक में निवास करेगा। तू कभी आबाद नहीं होगा, और तेरी गणना फिर कभी जीवलोक में नहीं की जाएगी।
‘तू सदा से इस्राएलियों के साथ शत्रुता रखता रहा है। जब वे अपने अधर्म के कारण संकट में पड़े हुए थे और उनके अन्तिम दण्ड का समय आ गया था, तब तूने तलवार से उनको मारा था।
मैं तुम पर निवास करनेवाले मनुष्यों और पशुओं दोनों को असंख्य करूंगा। वे बढ़ेंगे और फलेंगे-फूलेंगे। जैसे तुम प्राचीन काल में आबाद थे वैसे ही मैं तुम्हें फिर आबाद करूंगा। मैं पहले से अधिक तुम्हारी भलाई करूंगा। तब तुम्हें अनुभव होगा कि मैं ही प्रभु हूं।
तू यह सोचेगा, “मैं ऐसे ग्रामीण देश पर आक्रमण करूंगा, जो शहरपनाह से नहीं घिरा है। मैं उन लोगों पर हमला करूंगा, जो निश्चिंत निवास करते हैं। वे ऐसे मकानों में रहते हैं, जिनके चारों ओर दीवार नहीं है, जिन के घरों में सांकल और नगर के प्रवेश-द्वारों में अर्गलाएं नहीं हैं।”
‘इसलिए, ओ मानव, नबूवत कर, और गोग से यह कह, स्वामी-प्रभु यों कहता है: जब मेरे निज लोग इस्राएली अपने देश में निश्चिंतता से निवास करते होंगे, तब तू उन पर आक्रमण करने के लिए उत्तेजित होगा
प्रभु यों कहता है : ‘मैं एदोम राज्य के तीन अपराधों, नहीं, उसके चार अपराधों के लिए निस्सन्देह उसे दण्डित करूंगा। मैं उसे नहीं छोड़ूंगा। एदोम ने हाथ में तलवार लेकर अपने भाई का पीछा किया था, उसने दया को एकदम भुला दिया था। उसका क्रोध निरन्तर उबलता रहा, उसने अपनी क्रोधाग्नि बुझने नहीं दी।
प्रभु यों कहता है: ‘मैं अम्मोनी राष्ट्र के तीन अपराधों, नहीं, उसके चार अपराधों के लिए निस्सन्देह उसको दण्ड दूंगा; मैं उसको नहीं छोड़ूंगा। उसने गिलआद क्षेत्र तक अपने राज्य की सीमा को बढ़ाने के लिए युद्ध में गर्भवती स्त्रियों के पेट चीरे थे।
प्रभु यों कहता है : ‘मैं सोर नगर-राज्य के तीन अपराधों, नहीं, उसके चार अपराधों के लिए निस्सन्देह उसे दण्डित करूंगा, मैं उसे नहीं छोड़ूंगा। उसने पूरी कौम को कैद कर एदोम राज्य के हाथ में सौंपा था; और भाई-चारे के समझौते को भुला दिया था।
अनेक राष्ट्र तेरे विरुद्ध एकत्र हुए हैं। वे यह कह रहे हैं, ‘इसे भ्रष्ट कर दो। और हम अपनी आंखों से सियोन का पतन देखें।’
वे असीरिया देश पर तलवार से, राजा निमरोद के देश पर नंगी तलवार से शासन करेंगे। जब असीरियाई सेना हमारे देश पर शासन करेगी, हमारी सीमा पर पैर रखेगी तब वे उसमें से हमें मुक्त करेंगे।
यह देखकर मेरी बैरिन लज्जित होगी, क्योंकि उसने कहा था, ‘कहां है तेरा प्रभु परमेश्वर?’ जब वह गली के कीचड़ की तरह रौंद दी जाएगी, तब मेरी आंखें उसकी पतित दशा देखकर तृप्त होंगी।
तूने लबानोन पर हिंसात्मक कारवाई की थी, वह हिंसा तुझ पर टूट पड़ेगी; लबानोन के पशुओं पर किया गया विनाश तुझे डराएगा; क्योंकि तूने पृथ्वी के लोगों का रक्त बहाया है, तूने पृथ्वी पर देशों की राजधानियों में, उनके निवासियों में हिंसात्मक कार्य किए हैं।
तूने अनेक राष्ट्रों को लूटा था; बचे हुए लोग तुझे लूटेंगे, क्योंकि तूने पृथ्वी के लोगों का रक्त बहाया है। तूने पृथ्वी पर, देशों की राजधानियों में, उनके निवासियों में हिंसात्मक कार्य किए हैं।
प्रभु ने कहा, ‘मैंने मोआब राष्ट्र के ताने सुने; मैंने अम्मोनी राष्ट्र के अपशब्द भी सुने। उन्होंने मेरे निज लोगों पर व्यंग्य बाण छोड़े, मेरी सीमाओं में घुसकर शेखी बघारी।’
उस दिन अनेक राष्ट्र मुझ-प्रभु से मिल जाएंगे, और वे मेरे निज लोग बन जाएंगे। मैं तुम्हारे मध्य में रहूंगा।’ तब तुम्हें ज्ञात होगा कि स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।
मैं उन पर अपना हाथ उठाऊंगा, और उनके गुलाम स्वयं उन्हें लूट लेंगे।’ तब तुम्हें ज्ञात होगा कि स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे भेजा है।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘मैं अपने दूत को अपने आगमन के पूर्व भेज रहा हूं। वह मेरे मार्ग को तैयार करेगा। और वह स्वामी, जिसको तुम ढूंढ़ रहे हो, अपने मन्दिर में अचानक आएगा। विधान का वह दूत, जिससे तुम प्रसन्न हो, देखो, वह आ रहा है।
“राजा उन्हें यह उत्तर देगा, ‘मैं तुम से सच कहता हूँ, जो कुछ तुम ने मेरे इन छोटे से छोटे भाई-बहिनों में से किसी एक के लिए किया, वह तुम ने मेरे लिए ही किया।’
“तब राजा उन्हें उत्तर देगा, ‘मैं तुम लोगों से सच कहता हूँ : जो कुछ तुम ने मेरे इन छोटे से छोटे भाई-बहिनों में से किसी एक के लिए नहीं किया, वह तुम ने मेरे लिए भी नहीं किया।’
परन्तु ‘सहायक’, अर्थात् पवित्र आत्मा, जिसे पिता मेरे नाम पर भेजेगा, तुम्हें सब कुछ सिखाएगा। जो कुछ मैंने तुम से कहा है, वह उसका स्मरण तुम्हें कराएगा।
वह भूमि पर गिर पड़ा और उसने एक आवाज सुनी। कोई उससे कह रहा था, “शाऊल! शाऊल! तू मुझे क्यों सता रहा है?”
प्रभु ने उसको निर्जन प्रदेश में, सुनसान विस्तृत मैदान में, गरजते-चीखते पशुओं से भरे मरुस्थल में पाया था; रक्षा के हेतु उसको घेर कर रखा; उसकी देख-भाल की, आंख की पुतली के सदृश उसको संभालकर रखा।
परमेश्वर की दृष्टि में यह सर्वथा न्याय-संगत है कि वह उन लोगों को कष्ट दे जो आपको कष्ट दे रहे हैं
पिता ने अपने पुत्र को संसार के उद्धारकर्ता के रूप में भेजा। हमने यह देखा है और हम इसकी साक्षी देते हैं।