गिनती 7:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह उसका चढ़ावा था : चांदी का एक परात, जिसका भार पवित्र-स्थान की तौल के अनुसार डेढ़ किलो था, और आठ सौ ग्राम चांदी की एक चिलमची−दोनों पात्रों में अन्न-बलि के लिए तेल सम्मिश्रित मैदा भरा था−; Hindi Holy Bible उसकी भेंट यह थी, अर्थात पवित्रस्थान वाले शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चांदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चांदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसकी भेंट यह थी, अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए मैदे से भरे थे; सरल हिन्दी बाइबल भेंट में उसने अन्नबलि के लिए चांदी की एक परात एवं एक चांदी की कटोरी भेंट की, जिनमें तेल मिला हुआ मैदा भरा गया था. पात्र पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल तथा कटोरी सत्तर शेकेल की थी; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसकी भेंट यह थी, अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात, और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा, ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे; |
तब मैंने उनके सम्मुख चान्दी, सोना, पात्र, तथा सम्राट और उनके मंत्री-परिषद, सामन्तों और इस्राएली जनता द्वारा परमेश्वर के भवन के लिए चढ़ाई गई भेंटों को
तू धूप के लिए परात, धूपदान, तथा पेयार्पण के लिए सुराहियाँ और चषक बनाना। तू इन्हें शुद्ध सोने से बनाना।
जिस व्यक्ति की गणना की गई है, वह यह देगा : पवित्र स्थान की तौल के अनुसार चाँदी का आधा सिक्का (एक सिक्के में प्राय: बारह ग्राम है)। वह प्रभु को आधा सिक्का भेंट के रूप में देगा।
उसने मेज पर रखने के लिए शुद्ध सोने के पात्र बनाए : धूप के लिए परात, धूपदान, तथा पेयार्पण के लिए सुराहियाँ और चषक।
अंगरक्षकों का प्रधान अपने साथ इनको भी ले गया : कटोरियां, कलछियां, चिलमचियां, हांडियां, दीपाधार, धूपदान, पेयबलि के प्याले। जिन पात्रों पर चांदी और सोना मढ़ा था, वह उनका सोना-चांदी भी ले गया।
शराब पीने के पश्चात् उसने अपने कर्मचारियों को आदेश दिया कि उसके पिता नबूकदनेस्सर द्वारा यरूशलेम के मन्दिर से लाए गए सोने-चांदी के पात्र उसके सम्मुख लाए जाएं, ताकि उन पात्रों में वह, उसके सामंत, उसकी रानियां और रखेल शराब पीएं।
‘जब कोई व्यक्ति प्रभु को अन्न-बलि का चढ़ावा चढ़ाएगा तब उसका चढ़ावा मैदे का होना चाहिए। वह उस पर तेल उण्डेलेगा, और लोबान को उस पर रखेगा।
प्रत्येक मूल्यांकन पवित्र-स्थान की तौल में होगा। चांदी का एक सिक्का प्राय: बारह ग्राम का होगा।
यदि वह पुरुष है और उसकी आयु बीस वर्ष से साठ वर्ष तक है, तो पवित्र स्थान की तौल के अनुसार उसका मूल्य चांदी के पचास सिक्के होंगे।
उस दिन घोड़ों की घंटियों पर भी यह लिखा होगा : ‘प्रभु के लिए पवित्र’। जैसे वेदी के सम्मुख कटोरे पवित्र होते हैं, वैसे ही प्रभु के मन्दिर की हंडियां पवित्र होंगी।
चढ़ावा चढ़ाने वाला व्यक्ति मुझ-प्रभु को उसमें अर्पित प्रत्येक मेमने के साथ एक किलो मैदा, जो दो लिटर तेल से सम्मिश्रित होगा, अन्न-बलि में चढ़ाएगा।
इसके अतिरिक्त पेर कर निकाले गए दो लिटर तेल-सम्मिश्रित एक किलो मैदा अन्न-बलि में अर्पित करना।
तुम नव चन्द्र की अग्नि-बलि तथा उसकी अन्न-बलि, निरन्तर अग्नि-बलि और उसकी अन्न-बलि तथा इन सबकी पेय-बलि आदेशानुसार अर्पित करने के अतिरिक्त, इसे भी सुखद सुगन्ध, प्रभु को अग्नि में अर्पित बलि के रूप में चढ़ाना।
तू प्रति व्यक्ति के लिए चांदी के पांच सिक्के लेना। ये पवित्र-स्थान की तौल के अनुसार हों, अर्थात् एक सिक्के में प्राय: बारह ग्राम हो।
अपना चढ़ावा चढ़ाया : चांदी का एक परात, जिसका भार पवित्र-स्थान की तौल के अनुसार डेढ़ किलो था, और आठ सौ ग्राम चांदी की एक चिलमची−दोनों पात्रों में अन्न-बलि के लिए तेल सम्मिश्रित मैदा भरा था−;
उसकी माँ ने उसे पहले से सिखा दिया था। इसलिए वह बोली, “मुझे इसी समय थाली में योहन बपतिस्मादाता का सिर दीजिए।”