परमेश्वर सियोन की रक्षा करेगा, और यहूदा प्रदेश के नगरों को फिर बसाएगा! प्रभु के सेवक वहाँ बसकर उस देश पर अधिकार कर लेंगे।
ओबद्याह 1:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सियोन पर्वत पर बचे हुए लोग निवास करेंगे। सियोन पर्वत पुन: पवित्र होगा, याकूब वंशीय पुन: अपना अधिकार प्राप्त करेंगे। पवित्र बाइबल किन्तु सिय्योन पर्वत पर कुछ बचकर रह जाने वाले होंगे। यह मेरा पवित्र स्थान होगा। याकूब का राष्ट्र उन चीजों को वापस पाएगा जो उसकी थीं। Hindi Holy Bible परन्तु उस समय सिय्योन पर्वत पर बचे हुए लोग रहेंगे, ओर वह पवित्र स्थान ठहरेगा; और याकूब का घराना अपने निज भागों का अधिकारी होगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु उस समय सिय्योन पर्वत पर बचे हुए लोग रहेंगे, और वह पवित्रस्थान ठहरेगा; और याक़ूब का घराना अपने निज भागों का अधिकारी होगा। सरल हिन्दी बाइबल किंतु बचकर निकले लोग ज़ियोन पर्वत पर रहेंगे; वह पवित्र होगा, और याकोब के वंशज अपनी संपत्ति पर फिर अधिकार करेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु उस समय सिय्योन पर्वत पर बचे हुए लोग रहेंगे, ओर वह पवित्रस्थान ठहरेगा; और याकूब का घराना अपने निज भागों का अधिकारी होगा। |
परमेश्वर सियोन की रक्षा करेगा, और यहूदा प्रदेश के नगरों को फिर बसाएगा! प्रभु के सेवक वहाँ बसकर उस देश पर अधिकार कर लेंगे।
सियोन का उद्धार न्याय से होगा; बुराई से विमुख होनेवाले लोगों की मुक्ति धार्मिकता से होगी।
उस दिन प्रभु का अंकुर, जिसको उसने रोपा था, सुन्दर और भव्य होगा, शेष बचे हुए इस्राएलियों के लिए भूमि की उपज गौरव और गर्व की बात होगी।
मैं अपना उद्धार तुम्हारे समीप ला रहा हूं, अब वह तुमसे बहुत दूर नहीं है। मेरी ओर से उद्धार में देर नहीं होगी। मैं सियोन को अपना उद्धार, और इस्राएल को अपनी महिमा प्रदान करूंगा।
तेरे सब निवासी धार्मिक होंगे; वे सदा के लिए देश पर अधिकार करेंगे, जिससे मेरी महिमा हो। ये लोग मेरे पौधे की शाखाएँ हैं; इन्हें मैंने अपने हाथ से रचा है।
मैं याकूब की संतति में से एक वंश, यहूदा कुल में से अपने पर्वतों का एक वारिस उत्पन्न करूंगा। मेरे मनोनीत लोग उन पर अधिकार करेंगे; मेरे सेवक वहाँ निवास करेंगे।
इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : ‘जब मैं यहूदा प्रदेश के निवासियों की समृद्धि लौटा दूंगा, तब वे पुन: अपने नगरों में, यहूदा प्रदेश में यह कह कर सियोन की प्रशंसा करेंगे : “ओ पवित्र सियोन पर्वत, धर्म से परिपूर्ण नगर यरूशलेम! प्रभु तुझ पर आशिष की वर्षा करता रहे।”
तब यहूदा प्रदेश के बचे हुए लोग जो मिस्र देश में आकर बस गए हैं, पूर्णत: नष्ट हो जाएंगे। यदि वे स्वदेश लौटने की इच्छा करते हैं तो भी वे यहां से बच कर, अपना प्राण बचा कर, यहूदा प्रदेश नहीं जा सकेंगे कि वहां पुन: बस जाएं। केवल कुछ लोग भाग कर अपना प्राण बचाएंगे, और यहूदा प्रदेश को लौटेंगे।’
जो लोग तलवार की मार से बच जाएंगे, वे मिस्र देश से यहूदा प्रदेश को लौटेंगे, किन्तु उनकी संख्या थोड़ी ही होगी। तब यहूदा प्रदेश के ये बचे हुए लोग जो मिस्र देश में बसने के लिए आए हैं, इस सच्चाई को जानेंगे के मेरा वचन सच सिद्ध हुआ अथवा उनका।
‘मैं-प्रभु, तुझसे कहता हूं, ओ मेरे सेवक याकूब, मत डर; क्योंकि मैं तेरे साथ हूं; जिन राष्ट्रों में मैंने तुझे खदेड़ दिया था, उन-सबका मैं पूर्ण संहार करूंगा; किन्तु मैं तेरा पूर्ण विनाश नहीं करूंगा। मैं तुझको दण्ड दूंगा, मैं तुझे बिना दण्ड दिए नहीं छोड़ूंगा, परन्तु मैं तुझे उचित परिमाण में दण्ड दूंगा।’
अन्य मनुष्य तथा मेरे निज लोग इस्राएली तुम पर चलेंगे-फिरेंगे। वे तुम्हारे मालिक होंगे, और तुम उनकी पैतृक सम्पत्ति बनोगे। तुम फिर कभी उनको उनकी सन्तान से वंचित नहीं करोगे।’
जो मनुष्य तलवार, महामारी और अकाल से बच जाता है, वह पहाड़ पर भाग जाता है। ये बचे हुए लोग ऐसे हैं मानो घाटियों में रहनेवाले कबूतर। हर एक बचा हुआ आदमी अपने-अपने अधर्म के लिए शोक मना रहा है।
किन्तु सर्वोच्च परमेश्वर के भक्त ही राज्य को प्राप्त करेंगे। वे सदा-सर्वदा उस राज्य पर अधिकार करेंगे, युगानुयुग तक।”
उस दिन यह होगा : जो भी व्यक्ति मुझ-प्रभु का नाम लेगा, वह संकट से मुक्त होगा। सियोन पहाड़ पर संकटमुक्त व्यक्ति रहेंगे। जैसा मैंने कहा है: यरूशलेम नगर में बचे हुए वे लोग होंगे, जिन्हें मैं-प्रभु ने बुलाया है।
‘तब तुम्हें अनुभव होगा, कि मैं तुम्हारा प्रभु परमेश्वर हूं, और मैं अपने पवित्र पर्वत सियोन पर निवास करता हूं। यरूशलेम पवित्र नगर बनेगा, और उसके मार्ग से विदेशी कभी नहीं जा सकेंगे।
तुम मेरे मन्दिर का सोना-चांदी ले गए, तुमने मेरी बहुमूल्य वस्तुएं अपने मन्दिर में रख लीं।
देखो, मैं तुम्हारा स्वामी-प्रभु, तुम्हारे पापमय राज्य को देख रहा हूं। मैं पृथ्वी की सतह से तुम्हारे राज्य को मिटा दूंगा। पर हां, मैं याकूब वंश को पूर्णत: नष्ट नहीं करूंगा।’ प्रभु ने यह कहा है।
वे पूर्ण निश्चिन्तता के साथ खेती-किसानी करेंगे, और समृद्ध होंगे। अंगूर-उद्यानों में फल लगेंगे। भूमि पर प्रचुरता से फसल होगी और आकाश से ओस की वर्षा होगी। मैं इस्राएल के शेष वंशजों को ये वस्तुएं प्रदान करूंगा और वे इन्हें प्राप्त करेंगे।
प्रभु यों कहता है: मैं सियोन पर्वत को लौटूंगा। मैं यरूशलेम के मध्य निवास करूंगा और यरूशलेम “सत्य नगर” कहलाएगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का पर्वत “पवित्र पर्वत” होगा।
लेकिन उस में न तो कोई अपवित्र वस्तु प्रवेश कर पायेगी और न कोई ऐसा व्यक्ति, जो घृणित काम करता या झूठ बोलता है। वे ही प्रवेश कर पायेंगे, जिनके नाम मेमने के जीवन-ग्रन्थ में अंकित हैं।