Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनों -




यशायाह 46:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

13 मैं अपना उद्धार तुम्‍हारे समीप ला रहा हूं, अब वह तुमसे बहुत दूर नहीं है। मेरी ओर से उद्धार में देर नहीं होगी। मैं सियोन को अपना उद्धार, और इस्राएल को अपनी महिमा प्रदान करूंगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

13 मैं भले काम करूँगा! मैं शीघ्र ही अपने लोगों की रक्षा करूँगा। मैं अपने सिय्योन और अपने अद्भुत इस्राएल के लिये उद्धार लाऊँगा।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

13 मैं अपनी धामिर्कता को समीप ले आने पर हूं वह दूर नहीं है, और मेरे उद्धार करने में विलम्ब न होगा; मैं सिय्योन का उद्धार करूंगा और इस्राएल को महिमा दूंगा॥

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

13 मैं अपनी धार्मिकता को समीप ले आने पर हूँ वह दूर नहीं है, और मेरे उद्धार करने में विलम्ब न होगा; मैं सिय्योन का उद्धार करूँगा और इस्राएल को महिमा दूँगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

13 मैं अपनी धार्मिकता को पास ला रहा हूं, यह दूर नहीं है; मेरे द्वारा उद्धार करने में देर न हो. मैं इस्राएल के लिए अपनी महिमा, और ज़ियोन का उद्धार करूंगा.”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

13 मैं अपनी धार्मिकता को समीप ले आने पर हूँ वह दूर नहीं है, और मेरे उद्धार करने में विलम्ब न होगा; मैं सिय्योन का उद्धार करूँगा और इस्राएल को महिमा दूँगा।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि




यशायाह 46:13
34 क्रॉस रेफरेंस  

भला हो कि सियोन पर्वत से इस्राएल का उद्धार प्रकट हो। जब प्रभु अपने निज लोगों को समृद्धि पुन: प्रदान करेगा, तब याकूब आनन्‍द मनाएगा, और इस्राएल हर्षित होगा।


परमेश्‍वर हमारा गढ़ और शक्‍ति है; वह संकट में उपलब्‍ध महा सहायक है।


परमेश्‍वर नगर के मध्‍य में है, नगर टलेगा नहीं; परमेश्‍वर पौ फटते ही उसकी सहायता करेगा।


करुणा और सच्‍चाई आपस में मिलेंगी, धार्मिकता एवं शान्‍ति परस्‍पर चुंबन करेंगी।


निश्‍चय प्रभु का उद्धार उन लोगों के समीप है जो उससे डरते हैं; प्रभु की महिमा हमारे देश में निवास करेगी।


“देखो, प्रभु परमेश्‍वर ही मेरा उद्धारकर्ता है; मुझे उसपर पूर्ण भरोसा है, मैं डरूंगा नहीं; क्‍योंकि प्रभु ही मेरा बल, और मेरी रक्षा है। वह मेरा उद्धारकर्ता बन गया है।”


इसलिए प्रभु, स्‍वामी यों कहता है: “देखो, मैं सियोन की नींव के लिए एक पत्‍थर, कसौटी पर कसा गया एक पत्‍थर, सुदृढ़ नींव के लिए आधार-शिला का कीमती पत्‍थर रख रहा हूं: ‘विश्‍वास करनेवाला अपने विश्‍वास में डगमगाता नहीं।’


ये सब मेरे नाम से आराधना करते हैं, इनको मैंने अपनी महिमा के लिए रचा है, इनको मैंने गढ़ा है, इनको मैंने बनाया है।”


ओ आकाश, गीत गा, क्‍योंकि प्रभु ने कार्य सम्‍पन्न किया है। ओ पृथ्‍वी के अधोलोक, जयजयकार कर। ओ पर्वतो, जंगलो, और वन-वृक्षों, उच्‍चस्‍वर में गाओ। प्रभु ने याकूब को मुक्‍त किया है, इस्राएल में प्रभु की महिमा की जाएगी।


ओ आकाश, धर्म की वर्षा कर। ओ आकाश-मण्‍डल, धार्मिकता बरसा। धरती की सतह खुल जाए, जिससे उद्धार का अंकुर फूटे। वह धार्मिकता को भी उपजाए। मैं-प्रभु ने ही उसे रचा है।


मेरा मुक्‍ति-कार्य समीप है; मेरा उद्धार ज्‍योति के सदृश प्रकट होगा; मैं अपने भुजबल से सब राष्‍ट्रों पर शासन करूंगा। समुद्रतट के द्वीप मेरी प्रतीक्षा करेंगे; वे मेरे सामर्थ्य पर आशा रखेंगे।


तेरे विरुद्ध बनाया गया कोई भी शस्‍त्र सफल न होगा; जो साक्षी न्‍यायालय में तेरे विरुद्ध प्रस्‍तुत होगी, तू उसको निरस्‍त करने में सफल होगी। यह प्रभु के सेवकों की नियति है, मैं उनको विजय प्रदान करता हूं।’ प्रभु यह कहता है।


प्रभु यों कहता है : ‘न्‍याय का पालन करो, और धर्म के कार्य करो; क्‍योंकि मेरी मुक्‍ति का आगमन समीप है, मेरा उद्धार शीघ्र प्रकट होगा।


तेरे सब निवासी धार्मिक होंगे; वे सदा के लिए देश पर अधिकार करेंगे, जिससे मेरी महिमा हो। ये लोग मेरे पौधे की शाखाएँ हैं; इन्‍हें मैंने अपने हाथ से रचा है।


समुद्रतट के द्वीप प्रभु की प्रतीक्षा करेंगे; सर्वप्रथम तर्शीश के जलयान दूर देश से सोना और चांदी के साथ तेरे पुत्र-पुत्रियों को लाएँगे। प्रभु ने मुझे और सुन्‍दर बनाया है, अत: वे तेरे प्रभु परमेश्‍वर के नाम के लिए, इस्राएल के पवित्र परमेश्‍वर के लिए उन्‍हें लाएंगे।


जैसे भूमि उपज को उगाती है, जैसे उद्यान में बोया गया बीज अंकुरित होता है, वैसे ही स्‍वामी-प्रभु समस्‍त राष्‍ट्रों के सम्‍मुख धार्मिकता और स्‍तुति अपने निज लोगों में अंकुरित करेगा।


प्रभु ने मुझे इसलिए भेजा है कि मैं सियोन में शोक करनेवालों को राख नहीं, वरन् विजय-माला पहनाऊं; विलाप नहीं, बल्‍कि उनके मुख पर आनन्‍द का तेल मलूं, उन्‍हें निराशा की आत्‍मा नहीं, वरन् स्‍तुति की चादर ओढ़ाऊं, ताकि वे धार्मिकता के बांज वृक्ष कहलाएँ; वे प्रभु के पौधे कहलाएँ और उनसे प्रभु की महिमा हो।


मैं सियोन के विषय में अब चुप नहीं रहूंगा, मैं यरूशलेम के कारण चैन न लूंगा, जब तक उसकी धार्मिकता प्रकाश के सदृश न चमकने लगे, जब तक उसका उद्धार मशाल की तरह न जलने लगे।


देखो, प्रभु ने पृथ्‍वी के सीमान्‍तों तक, यह आदेश प्रसारित किया है: सियोन के निवासियों से यह कहो, ‘देखो, तुम्‍हारा उद्धारकर्ता आ रहा है, उसका पुरस्‍कार उसके साथ है, उसके आगे-आगे उसका प्रतिशोध है।’


यह नगर पृथ्‍वी के सब राष्‍ट्रों में मेरे लिए एक आनन्‍ददायक नाम, स्‍तुति और महिमा का स्‍थान बन जाएगा। जो भलाई मैं इस नगर के रहने वालों के लिए करूंगा, उसके विषय में पृथ्‍वी की सब जातियां सुनेंगी, और उनसे भयभीत होंगी। मैं इस नगर का कल्‍याण करूंगा और इस को समृद्ध बनाऊंगा। इसके कल्‍याण और समृद्धि को देख कर विश्‍व की जातियां डर से कांपेंगी।’


उस दिन यह होगा : जो भी व्यक्‍ति मुझ-प्रभु का नाम लेगा, वह संकट से मुक्‍त होगा। सियोन पहाड़ पर संकटमुक्‍त व्यक्‍ति रहेंगे। जैसा मैंने कहा है: यरूशलेम नगर में बचे हुए वे लोग होंगे, जिन्‍हें मैं-प्रभु ने बुलाया है।


‘तब तुम्‍हें अनुभव होगा, कि मैं तुम्‍हारा प्रभु परमेश्‍वर हूं, और मैं अपने पवित्र पर्वत सियोन पर निवास करता हूं। यरूशलेम पवित्र नगर बनेगा, और उसके मार्ग से विदेशी कभी नहीं जा सकेंगे।


मैंने प्रभु के प्रति पाप किया है; जब तक प्रभु मेरा पक्ष नहीं लेगा, और मेरे पक्ष में निर्णय नहीं देगा, तब तक मुझे प्रभु का कोप सहना ही होगा। वह मुझे प्रकाश तक पहुंचाएगा; और मैं उसके उद्धार के दर्शन करूंगी।


दर्शन के पूर्ण होने में कुछ देर है, पर वह अवश्‍य पूरा होगा, वह झूठा नहीं होगा। यदि उसके पूर्ण होने में देर हो, तो प्रतीक्षा कर। यह दर्शन अवश्‍य सिद्ध होगा, उसमें अधिक विलम्‍ब न होगा।’


पहाड़ पर जाओ; वहां से इमारती लकड़ी लाओ और मेरे भवन को बनाओ। तब मैं भवन को देखकर प्रसन्न होऊंगा, और अपनी महिमा प्रकट करूंगा। मैं-प्रभु तुमसे यह कह रहा हूं:


जो कुछ मेरा है, वह तेरा है और जो तेरा है वह मेरा है। मैं उनमें महिमान्‍वित हुआ हूँ।


शुभ समाचार में परमेश्‍वर की धार्मिकता, जो आदि से अन्‍त तक विश्‍वास पर आधारित है, प्रकट हो रही है, जैसा कि धर्मग्रन्‍थ में लिखा है : “धार्मिक मनुष्‍य विश्‍वास के द्वारा जीवन प्राप्‍त करेगा”


ताकि उसके महिमामय अनुग्रह की स्‍तुति हो। वह अनुग्रह हमें उसके प्रिय पुत्र द्वारा मिला,


यह उस दिन होगा जब प्रभु अपने संतों में महिमा-मंडित होने और उन सब में आश्‍चर्य का कारण बनने आयेंगे, जिन्‍होंने विश्‍वास किया है। और विश्‍वास का विषय तो वह साक्षी है, जो हमने आपको दी है।


इस प्रकार हमारे परमेश्‍वर की और प्रभु येशु मसीह की कृपा के द्वारा हमारे प्रभु येशु का नाम आप में गौरवान्‍वित होगा, और आप लोग भी उन में गौरवान्‍वित होंगे।


क्‍योंकि धर्मग्रन्‍थ यह कहता है, “जो आने वाला है, वह थोड़े ही समय बाद आयेगा। वह देर नहीं करेगा।


इसलिए धर्मग्रन्‍थ में यह लेख है, “मैं सियोन में एक चुना हुआ मूल्‍यवान् कोने का पत्‍थर रखता हूँ और जो उस पर विश्‍वास करेगा, उसे निराश नहीं होना पड़ेगा।”


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों