फरओ ने अपने हाथ से मुद्रा की अंगूठी निकालकर यूसुफ के हाथ में सौंप दी। उसने यूसुफ को महीन मलमल के वस्त्र पहिनाए। उसने उसके गले में सोने की माला डाली।
एस्तेर 8:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मोरदकय सम्राट के दरबार से बाहर निकला। वह नीले और सफेद रंग की राजकीय पोशाक पहिने हुए था। उसके सिर पर सोने का बड़ा मुकुट था। वह महीन और बैंजनी रंग की चादर ओढ़े हुए था। शूशन नगर के नागरिक उसको देखकर जयजयकार करने लगे। पवित्र बाइबल फिर मोर्दकै राजा के पास से चला गया। मोर्दकै ने राजा से प्राप्त वस्त्र धारण किये हुए थे। उसके कपड़े नीले और सफेद रंग के थे। उसने एक लम्बा सोने का मुकुट पहन रखा था। बढ़िया सूत का बना हुआ बैगनी रंग का चोगा भी उसके पास था। शूशन की राजधानी नगरी में विशेष समारोह हो रहा था। लोग बहुत खुश थे। Hindi Holy Bible तब मोर्दकै नीले और श्वेत रंग के राजकीय वस्त्र पहिने और सिर पर सोने का बड़ा मुमुट धरे हुए और सूक्ष्मसन और बैंजनी रंग का बागा पहिने हुए, राजा के सम्मुख से निकला, और शूशन नगर के लोग आनन्द के मारे ललकार उठे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब मोर्दकै नीले और श्वेत रंग के राजकीय वस्त्र पहिने और सिर पर सोने का बड़ा मुकुट धरे हुए और सूक्ष्म सन और बैंजनी रंग का बागा पहिने हुए, राजा के सम्मुख से निकला, और शूशन नगर के लोग आनन्द के मारे ललकार उठे। सरल हिन्दी बाइबल मोरदकय नीले और सफेद राजकीय वस्त्र धारण हुए, एक गोलाकार स्वर्ण मुकुट धारण किए हुए, तथा उत्कृष्ट मलमल का बैंगनी राजसी पोशाक धारण हुए राजा के उपस्थिति से निकलकर बाहर नगर में आ गया. संपूर्ण राजधानी शूशन नगर के लोग उल्लास से भरकर जयघोष कर रहे थे, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब मोर्दकै नीले और श्वेत रंग के राजकीय वस्त्र पहने और सिर पर सोने का बड़ा मुकुट धरे हुए और सूक्ष्म सन और बैंगनी रंग का बागा पहने हुए, राजा के सम्मुख से निकला, और शूशन नगर के लोग आनन्द के मारे ललकार उठे। |
फरओ ने अपने हाथ से मुद्रा की अंगूठी निकालकर यूसुफ के हाथ में सौंप दी। उसने यूसुफ को महीन मलमल के वस्त्र पहिनाए। उसने उसके गले में सोने की माला डाली।
भोज-स्थल पर चांदी की छड़ों में और संगमर्मर के खम्भों में बैंगनी रंग के पतले सूत की डोरियों पर सफेद सूती परदे टंगे थे और नीले रंग की झालरें लटक रही थीं। लाल, सफेद, पीले, और काले संगमर्मर के फर्श पर सोने और चांदी के आसन रखे थे।
उसके सामर्थ्य और पराक्रम के सब कार्यों का विवरण, तथा सम्राट द्वारा मोरदकय को प्रदान किए गए महान पद का पूर्ण विवरण मादय और फारस के राजाओं के इतिहास-ग्रन्थ में लिखा हुआ है।
हरकारे सम्राट की आज्ञा से शीघ्र ही आदेश-पत्र लेकर चले गए। राजाज्ञा की घोषणा शूशन नगर में भी की गई। तब सम्राट और हामान शराब पीने के लिए बैठे, पर शूशन नगर में घबराहट फैल गई।
तीसरे दिन एस्तर ने अपने राजसी वस्त्र पहिने और सम्राट क्षयर्ष के भवन के सम्मुख महल के अन्त:पुर में उपस्थित हुई। सम्राट महल में प्रवेश-द्वार के सामने अपने सिंहासन पर बैठा था।
वे आए। हामान ने उनके सामने अपनी धन-सम्पत्ति का वैभव प्रदर्शित किया। उसने उन्हें बताया कि उसके कितने पुत्र हैं। उसने यह भी बताया कि सम्राट ने उसका कितना सम्मान किया, और उसकी पदोन्नति की, अपने सब दरबारियों और पदाधिकारियों में उसको सर्वोच्च पद प्रदान किया।
अत: हामान ने राजसी पोशाक और घोड़ा लिया। उसने मोरदकय को राजसी पोशाक पहनाई, और उसको घोड़े पर बैठाकर नगर के चौक में घुमाया। वह उसके आगे-आगे यह घोषणा करता रहा, ‘जिस व्यक्ति से महाराज प्रसन्न होते हैं और जिसको सम्मान देना चाहते हैं, उसके साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है।’
वह राजसी पोशाक लाई जाए, जिसको महाराज स्वयं पहनते हैं। उसकी सवारी के लिए वह राजमुकुट धारण करनेवाला घोड़ा लाया जाए, जिस पर महाराज स्वयं बैठते हैं; तथा
सम्राट का आदेश था कि यह राजाज्ञा जल्दी से जल्दी सब प्रदेशों में पहुँचाई जाए। अत: हरकारे राजकीय तेज घोड़ों पर सवार हुए और द्रुतगति से चले गए। ये घोड़े सम्राट की सेवा में थे। राजधानी शूशन में राजाज्ञा घोषित की गई।
जब धार्मिक मनुष्य का कल्याण होता है, तब सम्पूर्ण नगर जय जयकार करता है किन्तु दुर्जन के विनाश पर सब नगरवासी हर्ष मनाते हैं।
जब धार्मिक मनुष्य विजय प्राप्त करता है तब यह सबके लिए बड़े गौरव की बात होती है; परन्तु दुर्जन के प्रबल होने पर लोग डर के कारण छिप जाते हैं।
जब धार्मिक मनुष्य शासन करते हैं तब जनता आनन्द मनाती है; किन्तु जब दुर्जन सत्ता हथिया लेते हैं, तब जनता शोक मनाती है।
तो, तुम क्या देखने गये थे? बढ़िया कपड़े पहने मनुष्य को? नहीं! बढ़िया कपड़े पहनने वाले राजमहलों में रहते हैं।
फिर भी मैं तुम से कहता हूँ कि राजा सुलेमान अपने समस्त वैभव में उन में से किसी एक के समान विभूषित नहीं था।
“एक धनवान मनुष्य था। वह राजसी बैंगनी वस्त्र और मलमल पहनता था, और प्रतिदिन दावत उड़ाया करता था।