एस्तेर 2:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) बारह महीने तक कन्याओं का रूप संवारा गया−यह नियम था। छ: महीने तक गन्धरस के तेल से तथा छ: महीने तक सुगन्धित द्रव्य तथा उबटन के लेप से उनकी सौंदर्य-सज्जा की गई। अपने शृंगार के लिए स्त्रियाँ उन वस्तुओं का उपयोग करती थीं। जब बारह महीने बीत गए तब उन्हें नियमानुसार बारी-बारी से सम्राट क्षयर्ष के पास महल में लाया गया। पवित्र बाइबल इससे पहले कि राजा क्षयर्ष के पास ले जाने के लिये किसी लड़की की बारी आती, उसे यह सब करना पड़ता था। बारह महीने तक उसे सौन्दर्य उपचार करना पड़ता था यानी छ: महीने तक उसे गंधरस का तेल लगाया जाता और छ: महीने तक सुगंधित द्रव्य और तरह—तरह की प्रसाधन सामग्रियों का उपयोग करना होता था। Hindi Holy Bible जब एक एक कन्या की बारी हुई, कि वह क्षयर्ष राजा के पास जाए, ( और यह उस समय हुउा जब उसके साथ स्त्रियों के लिये ठहराए हुए नियम के अनुसार बारह माह तक व्यवहार किया गया था; अर्थात उनके शुद्ध करने के दिन इस रीति से बीत गए, कि छ: माह तक गन्धरस का तेल लगाया जाता था, और छ: माह तक सुगन्धदव्य, और स्त्रियों के शुद्ध करने का और और सामान लगाया जाता था )। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब एक एक कन्या की बारी आई, कि वह क्षयर्ष राजा के पास जाए—और यह उस समय हुआ जब उसके साथ स्त्रियों के लिये ठहराए हुए नियम के अनुसार बारह माह तक व्यवहार किया गया था; अर्थात् उनके शुद्ध करने के दिन इस रीति से बीत गए, कि छ: माह तक गन्धरस का तेल लगाया जाता था, और छ: माह तक सुगन्धद्रव्य, और स्त्रियों के शुद्ध करने का अन्य सामान लगाया जाता था— सरल हिन्दी बाइबल स्त्रियों के लिए निर्धारित नियम के अनुसार जब हर एक नवयुवती राजा अहषवेरोष के सामने जाने के लिए बारह महीनों का निर्धारित काल पूर्ण कर लेती—हर एक की सुंदरता को संवारने के क्रम में छः माह गन्धरस का तेल लगाया जाता था और छः महीने उबटन लगाया जाता था, तब हर एक को बारी-बारी से राजा के सामने लाया जाता था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब एक-एक कन्या की बारी आई, कि वह क्षयर्ष राजा के पास जाए, और यह उस समय हुआ जब उसके साथ स्त्रियों के लिये ठहराए हुए नियम के अनुसार बारह माह तक व्यवहार किया गया था; अर्थात् उनके शुद्ध करने के दिन इस रीति से बीत गए, कि छः माह तक गन्धरस का तेल लगाया जाता था, और छः माह तक सुगन्ध-द्रव्य, और स्त्रियों के शुद्ध करने का अन्य सामान लगाया जाता था। |
प्रत्येक कन्या रनिवास से जो भी वस्तु सम्राट के महल में अपने साथ ले जाना चाहती थी, वह उसको दी जाती थी, और यों वह सम्राट के महल में प्रवेश करती थी।
महाराज अपने साम्राज्य के सब प्रदेशों में उच्चाधिकारी नियुक्त करें जो सुन्दर कुंवारी कन्याओं को शूशनगढ़ के रनिवास में लाएंगे और उनको महाराज की रानियों के प्रबन्धक खोजा हेगय को सौंप देंगे। कन्याओं को शृंगार का सामान दिया जाए।
एस्तर को देखकर हेगय खुश हो गया। उसने उसके साथ कृपापूर्ण व्यवहार किया। उसने शीघ्र ही एस्तर को शृंगार का सामान दिया। इसके अतिरिक्त उसने उसे राजमहल की सात चुनी हुई सेविकाएं दीं तथा उसके भोजन की व्यवस्था कर दी। तत्पश्चात् उसने एस्तर तथा उसकी सेविकाओं को रनिवास के सर्वोत्तम भाग में ठहरा दिया।
‘गन्धरस और लोबान से सुगन्धित, गन्धी के सब प्रकार के मसालों का लेप लगाये, धुएं के खम्भे-सा यह कौन निर्जन प्रदेश से आ रहा है?
उनकी देह में इत्र की सुगन्ध के स्थान पर दुर्गन्ध, कमर में पटुआ के बदले रस्सी होगी। उनके सावधानी से गुन्थे केशों के स्थान पर गंजापन होगा। वे कीमती साड़ी के स्थान पर टाट का कटि वस्त्र पहिनेंगी। उनके सौंदर्य-चिह्नों के स्थान पर गुलामी के दाग होंगे।
तू तेल लेकर मोलेक देवता के पास गई; तू अनेक सुगन्धित द्रव्य काम में लाई। तूने अपने दूतों को दूर-दूर तक भेजा, यहाँ तक कि अधोलोक में भी।