एस्तेर 2:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)13 प्रत्येक कन्या रनिवास से जो भी वस्तु सम्राट के महल में अपने साथ ले जाना चाहती थी, वह उसको दी जाती थी, और यों वह सम्राट के महल में प्रवेश करती थी। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल13 राजा के पास जाने के लिये उन्हें यह सब करना होता था। रनवास से जो कुछ वह चाहती, उसे दिया जाता। अध्याय देखेंHindi Holy Bible13 इस प्रकार से वह कन्या जब राजा के पास जाती थी, तब जो कुछ वह चाहती कि रनवास से राजभवन में ले जाए, वह उसको दिया जाता था। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)13 इस प्रकार से वह कन्या जब राजा के पास जाती थी, तब जो कुछ वह चाहती कि रनवास से राजभवन में ले जाए, वह उसको दिया जाता था। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल13 नवयुवतियां इस प्रक्रिया से राजा के सामने प्रस्तुत की जाती थी: रानी निवास में से राजमहल में ले जाने के लिए कोई भी उपयुक्त वस्तु दे दी जाती थी. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201913 इस प्रकार से वह कन्या जब राजा के पास जाती थी, तब जो कुछ वह चाहती कि रनवास से राजभवन में ले जाए, वह उसको दिया जाता था। अध्याय देखें |
बारह महीने तक कन्याओं का रूप संवारा गया−यह नियम था। छ: महीने तक गन्धरस के तेल से तथा छ: महीने तक सुगन्धित द्रव्य तथा उबटन के लेप से उनकी सौंदर्य-सज्जा की गई। अपने शृंगार के लिए स्त्रियाँ उन वस्तुओं का उपयोग करती थीं। जब बारह महीने बीत गए तब उन्हें नियमानुसार बारी-बारी से सम्राट क्षयर्ष के पास महल में लाया गया।
कन्या सम्राट के महल में शाम को प्रवेश करती थी और सबेरे वहाँ से निकलकर दूसरे रनिवास में चली जाती थी। यह दूसरा रनिवास राज-खोजा शाशगज के अधिकार में था। शाशगज सम्राट की रखेलों की देखभाल करता था। जब कन्या सम्राट को पसन्द आती थी, तब वह दूसरी बार उसके महल में जाती थी। सम्राट उसको नाम लेकर बुलाता था; अन्यथा नहीं।