यहूदा और बिन्यामिन पितृ-कुलों के मुखिया, लेवी कुल के पुरोहित और उप-पुरोहित तथा वे सब लोग यहूदा प्रदेश जाने के लिए तैयार हुए जिनके हृदय को प्रभु परमेश्वर ने यरूशलेम नगर में स्थित अपने भवन के पुनर्निर्माण के लिए उत्प्रेरित किया था।
एज्रा 1:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फारस देश के सम्राट कुस्रू के राज्यकाल का प्रथम वर्ष था। उस वर्ष प्रभु ने नबी यिर्मयाह के मुंह से कहे गए अपने वचन को पूरा करने के लिए सम्राट कुस्रू के हृदय को उत्प्रेरित किया कि वह अपने समस्त साम्राज्य में यह घोषणा करे, और उसको लिपिबद्ध कर ले : पवित्र बाइबल कुस्रू के फारस पर राज्य करने के प्रथम वर्ष यहोवा ने कुस्रू को एक घोषणा करने के लिये प्रोत्साहित किया। कुस्रू ने उस घोषणा को लिखवाया और अपने राज्य में हर एक स्थान पर पढ़वाया। यह इसलिये हुआ ताकि यहोवा का वह सन्देश जो यिर्मयाह द्वारा कहा गया था, सच्चा हो सके। घोषणा यह है: Hindi Holy Bible फारस के राजा कुस्रू के पहिले वर्ष में यहोवा ने फारस के राजा कुस्रू का मन उभारा कि यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के मुंह से निकला था वह पूरा हो जाए, इसलिये उसने अपने समस्त राज्य में यह प्रचार करवाया और लिखवा भी दिया: पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फारस के राजा कुस्रू के पहले वर्ष में यहोवा ने फारस के राजा कुस्रू का मन उभारा कि यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के मुँह से निकला था वह पूरा हो जाए, इसलिये उसने अपने समस्त राज्य में यह प्रचार करवाया और लिखवा भी दिया : सरल हिन्दी बाइबल फारस के राजा कोरेश के शासन के पहले साल में येरेमियाह द्वारा कही गई याहवेह की भविष्यवाणी पूरी करने के उद्देश्य से याहवेह ने फारस के राजा की आत्मा को उभारा. फलस्वरूप उसने सभी राज्य में यह लिखित घोषणा करवा दी: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फारस के राजा कुस्रू के राज्य के पहले वर्ष में यहोवा ने फारस के राजा कुस्रू का मन उभारा कि यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के मुँह से निकला था वह पूरा हो जाए, इसलिए उसने अपने समस्त राज्य में यह प्रचार करवाया और लिखवा भी दिया: |
यहूदा और बिन्यामिन पितृ-कुलों के मुखिया, लेवी कुल के पुरोहित और उप-पुरोहित तथा वे सब लोग यहूदा प्रदेश जाने के लिए तैयार हुए जिनके हृदय को प्रभु परमेश्वर ने यरूशलेम नगर में स्थित अपने भवन के पुनर्निर्माण के लिए उत्प्रेरित किया था।
जरूब्बाबेल, येशुअ तथा इस्राएली कौम के पितृकुलों के शेष मुखियों ने उनसे कहा, ‘अपने परमेश्वर के लिए भवन-निर्माण के कार्य में, हमें आपका सहयोग नहीं चाहिए। हम अकेले ही इस्राएली कौम के परमेश्वर, ‘प्रभु’ के लिए मन्दिर बनाएंगे जैसा हमें फारस के सम्राट, महाराज कुस्रू ने आदेश दिया है।’
नबी हग्गय तथा जकर्याह बेन-इद्दो की उत्साहवर्धक नबूवत से प्रेरणा प्राप्त कर यहूदी समाज के धर्मवृद्धों ने प्रभु का भवन बनाया, और यों वे अपने कार्य में सफल हुए। उन्होंने इस्राएली कौम के परमेश्वर की आज्ञा से तथा फारस देश के सम्राट कुस्रू, दारा और अर्तक्षत्र के आदेशों के अनुसार प्रभु के भवन का निर्माण-कार्य पूरा किया।
उन्होंने सात दिन तक बेखमीर रोटी का पर्व आनन्द-उल्लास से मनाया; क्योंकि प्रभु ने उन्हें आनंदित किया था, और असीरिया के सम्राट का हृदय उनकी ओर उन्मुख किया था। असीरिया के सम्राट ने इस्राएली कौम के परमेश्वर के भवन के निर्माण में उनकी सहायता की थी।
सम्राट कुस्रू ने अपने शासन-काल के प्रथम वर्ष में यरूशलेम नगर में स्थित परमेश्वर के भवन के सम्बन्ध में यह राजाज्ञा प्रसारित की : जहां बलि-पशु चढ़ाए जाते थे, जहां अग्नि-बलि लाई जाती थी, वहां, उसी स्थान पर भवन का पुनर्निर्माण किया जाए। उसकी ऊंचाई सत्ताईस मीटर होगी, और चौड़ाई सत्ताईस मीटर।
हे हमारे पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर, तू धन्य है! तूने यरूशलेम में स्थित अपने इस भवन की साज-सज्जा के लिए सम्राट के हृदय में इच्छा उत्पन्न की।
राजा का हृदय नहर के सदृश है, जो प्रभु के हाथ में है; जहां वह चाहता है वहां वह उसको मोड़ देता है।
मैं राजा कुस्रू के विषय में यह कहता हूं, ‘वह मेरा चरवाहा है, वह मेरे समस्त अभिप्रायों को पूरा करेगा।’ मैंने यरूशलेम के विषय में यह कहा है: ‘उसका पुनर्निर्माण होगा,’ और मन्दिर के विषय में यह कहा है: ‘तेरे भवन की नींव फिर डाली जाएगी।’ ”
प्रभु अपने अभिषिक्त राजा कुस्रू से यह कहता है: ‘राष्ट्रों को तेरे अधीन करने के लिए, उनके राजाओं को शक्तिहीन बनाने के लिए मैंने तुझे सामर्थ्य प्रदान किया है। तू उनके नगरों के प्रवेश-द्वार खोलेगा, वे फिर बन्द न होंगे।
यिर्मयाह का इतिहास : यिर्मयाह के पिता का नाम हिल्कियाह था। उनका पिता बिन्यामिन कुलक्षेत्र के अनातोत नगर के पुरोहितों में से एक था।
‘मैं-प्रभु यों कहता हूँ: जब बेबीलोन के सत्तर वर्ष पूरे हो जाएंगे, तब मैं तुम्हारी सुधि लूंगा, और जो सुन्दर वचन मैंने तुम्हें दिया है, वह पूरा करूंगा, और तुमको यहां वापस लाऊंगा।
इन सैनिकों के साथ फारस, कूश और पूत देशों के सैनिक होंगे, जो सबके सब हाथों में ढाल लिए और सिर पर शिरस्त्राण लगाए होंगे।
राजा नबूकदनेस्सर के राज्य का दूसरा वर्ष था। उसने ऐसे स्वप्न और दृश्य देखे जिनके कारण उसकी आत्मा अशान्त हो गयी और उसकी आंखों से नींद उड़ गई।
सम्राट दारा ने अपने साम्राज्य के अन्तर्गत पृथ्वी की सब कौमों, राष्ट्रों और भाषाओं के लोगों को यह परिपत्र लिखा : ‘तुम्हारी सुख-समृद्धि दिन दूनी रात चौगुनी बढ़े!
उसके राज्य-काल के प्रथम वर्ष में मैं-दानिएल ने धर्मग्रन्थों में उल्लिखित उन वर्षों की संख्या की गणना कर ली, जिनके दौरान यरूशलेम नगर उजाड़ पड़ा रहेगा, जैसा प्रभु ने नबी यिर्मयाह के माध्यम से बताया था। यह संख्या थी सत्तर वर्ष।
योहन ने उत्तर दिया, “मैं हूँ, जैसा कि नबी यशायाह ने कहा है, ‘निर्जन प्रदेश में पुकारने वाले की आवाज : प्रभु का मार्ग सीधा करो।’ ”