लिआ गर्भवती हुई। उसने एक पुत्र को जन्म दिया। उसने उसका नाम ‘रूबेन’ रखा; क्योंकि वह कहती थी, ‘प्रभु ने मेरी पीड़ा पर दृष्टि की है। अब निश्चय ही मेरा पति मुझसे प्रेम करेगा।’
उत्पत्ति 49:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘ओ रूबेन! तू मेरा ज्येष्ठ पुत्र, मेरा बल और मेरे पौरुष का प्रथम फल है। तू अहंकार का धनी, और शक्ति में श्रेष्ठ है। पवित्र बाइबल “रूबेन, तुम मेरे प्रथम पुत्र हो। तुम मेरे पहले पुत्र और मेरी शक्ति का पहला सबूत हो। तुम मेरे सभी पुत्रों से अधिक गर्वीले और बलवान हो। Hindi Holy Bible हे रूबेन, तू मेरा जेठा, मेरा बल, और मेरे पौरूष का पहिला फल है; प्रतिष्ठा का उत्तम भाग, और शक्ति का भी उत्तम भाग तू ही है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे रूबेन, तू मेरा जेठा, मेरा बल और मेरे पौरुष का पहला फल है; प्रतिष्ठा का उत्तम भाग और शक्ति का भी उत्तम भाग तू ही है। नवीन हिंदी बाइबल “हे रूबेन, तू मेरा पहलौठा, मेरा बल और मेरे पौरुष का पहला फल है; तू ही मेरी प्रतिष्ठा और शक्ति का उत्तम भाग है। सरल हिन्दी बाइबल “रियूबेन, तुम तो मेरे बड़े बेटे, मेरे बल एवं मेरे पौरुष का फल हो, प्रतिष्ठा और शक्ति का उत्तम भाग तुम ही हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे रूबेन, तू मेरा जेठा, मेरा बल, और मेरे पौरूष का पहला फल है; प्रतिष्ठा का उत्तम भाग, और शक्ति का भी उत्तम भाग तू ही है। |
लिआ गर्भवती हुई। उसने एक पुत्र को जन्म दिया। उसने उसका नाम ‘रूबेन’ रखा; क्योंकि वह कहती थी, ‘प्रभु ने मेरी पीड़ा पर दृष्टि की है। अब निश्चय ही मेरा पति मुझसे प्रेम करेगा।’
जब याकूब उसी देश में निवास कर रहा था तब रूबेन अपने पिता की रखेल बिल्हा के पास गया और उसके साथ सहवास किया। याकूब ने यह बात सुनी। याकूब के बारह पुत्र थे।
ये लिआ के पुत्र थे : रूबेन (याकूब का ज्येष्ठ पुत्र), शिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार और ज़बूलून।
इस्राएल अर्थात् याकूब के पुत्रों के नाम जो मिस्र देश में आए थे, ये हैं: याकूब का ज्येष्ठ पुत्र रूबेन;
उसने अपने पिता से कहा, ‘पिताजी, ऐसा मत कीजिए। देखिए, यह है ज्येष्ठ पुत्र। उसके सिर पर अपना दाहिना हाथ रखिए।’
ये इस्राएल के ज्येष्ठ पुत्र रूबेन के वंशज थे। (यद्यपि रूबेन ज्येष्ठ पुत्र था; किन्तु उसने पिता की पत्नी से बलात्कार किया था, इसलिए उसके ज्येष्ठ पुत्र होने का जन्म-सिद्ध अधिकार उसके छोटे भाई यूसुफ के पुत्रों को दे दिया गया था। इस कारण रूबेन के नाम का उल्लेख वंशावली में जन्म के क्रमानुसार नहीं किया गया है।
उसने मिस्र देश में समस्त पहिलौठों को, हाम के शिविरों में उत्पन्न पौरुष के प्रथम फलों को नष्ट कर दिया।
रूबेन कुल का भूमिक्षेत्र : एफ्रइम के भूमिक्षेत्र से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक का क्षेत्र रूबेन कुल का होगा।
इस्राएल के ज्येष्ठ पुत्र रूबेन के वंशजों की संख्या, उनकी पीढ़ी के गोत्रों और पूर्वजों के परिवारों में, नामों की गिनती के अनुसार, हरएक सिर, प्रत्येक पुरुष, जो बीस वर्ष तथा इससे अधिक आयु का था और युद्ध में जाने के योग्य था, यह थी :
इस्राएल का ज्येष्ठ पुत्र रूबेन; रूबेन के पुत्र : हनोक, जिससे हनोकीय गोत्र निकला; पल्लू जिससे पल्लुआयी गोत्र निकला;
वरन् वह अपनी अप्रिय स्त्री के पुत्र को कुल सम्पत्ति में से दुगुना भाग देकर उसके ज्येष्ठ पुत्र होने के विशिष्ट अधिकार को स्वीकार करेगा, क्योंकि वह ही उसके पौरुष का प्रथम फल है। उसको ही ज्येष्ठ पुत्र होने का विशिष्ट अधिकार प्राप्त है।
परन्तु इन कुलों के व्यक्ति इस्राएली समाज को शाप देने के लिए एबल पर्वत पर खड़े होंगे : रूबेन, गाद, आशेर, जबूलून, दान और नफ्ताली।
“लौदीकिया की कलीसिया के दूत को यह लिखो : “जो ‘आमेन’ है, जो विश्वस्त तथा सच्चा साक्षी एवं परमेश्वर की सृष्टि का मूलस्रोत है, उसका सन्देश इस प्रकार है :