उसने अब्राम को यह आशीर्वाद दिया : ‘आकाश और पृथ्वी का सृष्टिकर्ता सर्वोच्च परमेश्वर, अब्राम को आशिष दे।
उत्पत्ति 47:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यूसुफ अपने पिता याकूब के पास आया। उसने उन्हें फरओ के सम्मुख उपस्थित किया। याकूब ने फरओ को आशीर्वाद दिया। पवित्र बाइबल तब यूसुफ ने अपने पिता याकूब को अन्दर फ़िरौन के सामने बुलाया। याकूब ने फिरौन को आशीर्वाद दिया। Hindi Holy Bible तब यूसुफ ने अपने पिता याकूब को ले आकर फिरौन के सम्मुख खड़ा किया: और याकूब ने फिरौन को आशीर्वाद दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यूसुफ ने अपने पिता याक़ूब को ले आकर फ़िरौन के सम्मुख खड़ा किया; और याक़ूब ने फ़िरौन को आशीर्वाद दिया। नवीन हिंदी बाइबल तब यूसुफ अपने पिता याकूब को अंदर ले आया और उसे फ़िरौन के सामने खड़ा किया, और याकूब ने फ़िरौन को आशीर्वाद दिया। सरल हिन्दी बाइबल फिर योसेफ़ पिता याकोब को भी फ़रोह से मिलाने लाए. याकोब ने फ़रोह को आशीष दी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यूसुफ ने अपने पिता याकूब को ले आकर फ़िरौन के सम्मुख खड़ा किया; और याकूब ने फ़िरौन को आशीर्वाद दिया। |
उसने अब्राम को यह आशीर्वाद दिया : ‘आकाश और पृथ्वी का सृष्टिकर्ता सर्वोच्च परमेश्वर, अब्राम को आशिष दे।
याकूब अपने पिता के पास ममरे नगर (अथवा किर्यत-अर्बा अर्थात् हेब्रोन नगर) में आया, जहाँ अब्राहम और इसहाक ने प्रवास किया था।
योआब भूमि पर मुँह के बल गिरा। उसने राजा का अभिवादन किया। उसे धन्य! धन्य! कहा। योआब ने कहा, ‘हे मेरे स्वामी, महाराज! आज आपके सेवक को ज्ञात हुआ कि मैंने आपकी कृपा-दृष्टि प्राप्त की है। महाराज ने अपने सेवक की विनती स्वीकार की।’
तत्पश्चात् सब लोगों ने यर्दन नदी पार की। राजा दाऊद भी उस पार गया। राजा ने बर्जिल्लय का चुम्बन लिया, और उसे आशीर्वाद दिया। तब बर्जिल्लय अपने निवास-स्थान को लौट गया।
अत: तोई ने अपने पुत्र योराम को राजा दाऊद के पास उसका कुशल-क्षेम पूछने और उसे बधाई देने के लिए भेजा; क्योंकि दाऊद ने हदद-एजेर से युद्ध कर उसे पराजित किया था। हदद-एजेर की तोई से शत्रुता थी। योराम अपने साथ सोना, चांदी और पीतल के पात्र लाया।
और सुनो: राजदरबारी हमारे स्वामी, महाराज दाऊद के पास आए, और उन्हें इन शब्दों में बधाई दी: “परमेश्वर सुलेमान का नाम आपके नाम से भी अधिक प्रसिद्ध करे! उनके सिंहासन को आपके सिंहासन से अधिक महान् करे।” यह सुनकर महाराज दाऊद ने शय्या पर ही प्रभु की वन्दना की।
उसने आठवें दिन लोगों को विदा किया। लोगों ने राजा के लिए शुभ कामना प्रकट की और अपने-अपने घर को लौट गए। उनके हृदय आनन्द और हर्ष से भरे हुए थे कि प्रभु ने अपने सेवक दाऊद और अपने निज लोग इस्राएलियों के लिए कितने भले कार्य किये हैं।
एलीशा ने गेहजी से कहा, ‘तू तुरन्त तैयार हो। अपने हाथ में मेरी सोंटी ले, और अविलम्ब जा। यदि मार्ग में तुझे कोई परिचित व्यक्ति मिलेगा, तो तू उसका कुशल-मंगल पूछने के लिए मत रुकना। यदि मार्ग में कोई व्यक्ति तेरा कुशल-मंगल पूछेगा तो तू उत्तर देने के लिए मत रुकना। तू बालक के मुख पर मेरी सोंटी रख देना।’
शिष्यों के साथ भोजन करते समय येशु ने रोटी ली, आशिष माँग कर तोड़ी और शिष्यों को दी, और कहा, “लो, खाओ। यह मेरी देह है।”
येशु ने रोटी ली और धन्यवाद की प्रार्थना करने के बाद उसे तोड़ा और यह कहते हुए शिष्यों को दिया, “यह मेरी देह है, जो तुम्हारे लिए दी जा रही है। यह मेरी स्मृति में किया करो”।
यहोशुअ ने शुभ-कामना प्रकट की; और कालेब बेन-यपून्ने को पैतृक-अधिकार के लिए हेब्रोन नगर दे दिया।
तत्पश्चात् यहोशुअ ने उन्हें आशीर्वाद देकर उनके पैतृक भूमि-भाग को भेज दिया। वे अपने निवास-स्थान की ओर चले गए।
सब मनुष्यों का सम्मान करें। भाई-बहिनों से प्रेम करें, परमेश्वर पर श्रद्धा रखें और सम्राट् का सम्मान करें।
पुरोहित एली एलकानाह और उसकी पत्नी हन्नाह को आशीर्वाद देता, और यह कहता था, ‘जो पुत्र इस स्त्री ने प्रभु को अर्पित किया है, उसके स्थान पर प्रभु तुम्हें इस स्त्री के द्वारा संतति प्रदान करे।’ उसके बाद वे अपने घर चले जाते थे।