इन घटनाओं के पश्चात् अब्राम ने एक दर्शन देखा। उन्हें प्रभु का यह संदेश मिला, ‘अब्राम, मत डर, मैं तेरी ढाल हूं। तुझे बड़ा पुरस्कार प्राप्त होगा।’
उत्पत्ति 46:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर ने रात को दर्शन में याकूब से कहा, ‘याकूब! याकूब!’ वह बोले, ‘क्या आज्ञा है?’ पवित्र बाइबल रात में परमेश्वर इस्राएल से सपने में बोला। परमेश्वर ने कहा, “याकूब, याकूब।” और इस्राएल ने उत्तर दिया, “मैं यहाँ हूँ।” Hindi Holy Bible तब परमेश्वर ने इस्राएल से रात को दर्शन में कहा, हे याकूब हे याकूब। उसने कहा, क्या आज्ञा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब परमेश्वर ने इस्राएल से रात को दर्शन में कहा, “हे याक़ूब, हे याक़ूब।” उसने कहा, “क्या आज्ञा।” नवीन हिंदी बाइबल तब परमेश्वर ने रात को दर्शन में इस्राएल से कहा, “याकूब, हे याकूब!” उसने कहा, “क्या आज्ञा।” सरल हिन्दी बाइबल उस रात परमेश्वर ने इस्राएल को दर्शन में कहा “हे, याकोब! याकोब!” उसने कहा, “कहिये, क्या आज्ञा है?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब परमेश्वर ने इस्राएल से रात को दर्शन में कहा, “हे याकूब हे याकूब।” उसने कहा, “क्या आज्ञा।” |
इन घटनाओं के पश्चात् अब्राम ने एक दर्शन देखा। उन्हें प्रभु का यह संदेश मिला, ‘अब्राम, मत डर, मैं तेरी ढाल हूं। तुझे बड़ा पुरस्कार प्राप्त होगा।’
प्रभु ने अब्राम से कहा, ‘निश्चित जान ले कि तेरे वंशज पराए देश में प्रवास करेंगे। वे वहाँ गुलाम बनकर रहेंगे। चार सौ वर्ष तक उन पर अत्याचार होता रहेगा।
परन्तु परमेश्वर ने रात के समय स्वप्न में अबीमेलक के पास आकर उससे कहा, ‘देख, जिस स्त्री को तूने रखा है, उसके कारण तू मर जाएगा; क्योंकि वह दूसरे पुरुष की पत्नी है।’
इन घटनाओं के पश्चात् परमेश्वर ने अब्राहम की परीक्षा ली। उसने उन्हें पुकारा, ‘अब्राहम!’ उन्होंने उत्तर दिया ‘क्या आज्ञा है?’
किन्तु प्रभु के दूत ने स्वर्ग से उन्हें पुकार कर कहा, ‘अब्राहम! अब्राहम!’ वह बोले, ‘क्या आज्ञा है?’
तब परमेश्वर के दूत ने स्वप्न में मुझसे कहा, “याकूब!” मैंने उत्तर दिया, “क्या आज्ञा है?”
नबी जकर्याह उसको परमेश्वर की भक्ति करना सिखाता था। नबी जकर्याह के समय में वह परमेश्वर की बातों में ध्यान लगाता था, और परमेश्वर की इच्छा जानने का प्रयत्न करता था। जब तक वह प्रभु की इच्छा के अनुरूप आचरण करता रहा, तब तक प्रभु ने उसके हरएक कार्य को सफल बनाया।
और रात के समय दर्शन के माध्यम से दानिएल पर रहस्य प्रकट किया गया। दानिएल से स्वर्गिक परमेश्वर को धन्यवाद दिया।
मैंने रात में यह दर्शन देखा: एक मनुष्य लाल घोड़े पर सवार है। वह सघन घाटी में मेंहदी वृक्षों के मध्य खड़ा है। उसके पीछे लाल, [काले], सुरंग और सफेद घोड़े हैं।
प्रभु ने कहा, ‘मेरे वचन सुनो : यदि तुम्हारे मध्य कोई नबी है, तो मैं-प्रभु दर्शन के माध्यम से उस पर स्वयं को प्रकट करता हूं, मैं स्वप्न में उससे वार्तालाप करता हूं।
यह परमेश्वर के वचन सुनने वाले व्यक्ति की वाणी है, जो सर्वशक्तिमान के दर्शन को देखनेवाला दर्शी है; जो गिरता है, जिसकी आंखें खुली रहती हैं;
उसने एक दिन दोपहर के लगभग तीन बजे दर्शन में यह साफ-साफ देखा कि परमेश्वर का दूत उसके पास आ कर कह रहा है, “करनेलियुस!”
वहाँ पौलुस ने रात में एक दर्शन देखा : एक मकिदुनिया-निवासी उनके सामने खड़ा हो कर यह अनुरोध कर रहा है, “आप समुद्र पार कर मकिदुनिया में आइए और हमारी सहायता कीजिए।”
दमिश्क में हनन्याह नामक एक शिष्य रहता था। प्रभु ने उसे दर्शन दे कर कहा, “हनन्याह!” उसने उत्तर दिया, “प्रभु! प्रस्तुत हूँ।”
वह भूमि पर गिर पड़ा और उसने एक आवाज सुनी। कोई उससे कह रहा था, “शाऊल! शाऊल! तू मुझे क्यों सता रहा है?”
प्रभु ने गिद्ओन से कहा, ‘तेरे साथ आवश्यकता से अधिक लोग हैं। इस कारण मैं मिद्यानियों को उनके हाथ में नहीं सौंप सकता। अन्यथा इस्राएली डींग मारेंगे कि उन्होंने अपने ही बल से स्वयं को मुक्त किया है।
प्रभु ने उसी रात गिद्ओन से कहा, ‘उठ और उतर कर मिद्यानियों के पड़ाव पर जा; क्योंकि मैंने उसको तेरे हाथ में सौंप दिया है।
तब प्रभु आ खड़ा हुआ। उसने पहले के समान शमूएल को पुकारा, ‘शमूएल! शमूएल!!’ शमूएल ने उत्तर दिया, ‘प्रभु, बोल! मैं, तेरा सेवक, सुन रहा हूँ।’
तब प्रभु ने शमूएल को पुकारा, ‘शमूएल! शमूएल!!’ उसने उत्तर दिया, ‘आज्ञा दीजिए, मैं प्रस्तुत हूँ।’