इस युद्ध में तुम्हें हथियार उठाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। ओ यहूदा प्रदेश के निवासियो तथा यरूशलेम के रहने वालो, तुम पंिक्त बांध कर वहीं खड़े रहना। तब तुम देखना, मैं-प्रभु तुम्हारा किस प्रकार उद्धार करता हूँ।” इसलिए मत डरो, और न ही तुम्हारा हृदय भय से कांपे। कल तुम उनका सामना करने के लिए प्रस्थान करना। देखो, प्रभु तुम्हारे साथ होगा।’
वह इस पर विचार कर ही रहा था कि उसे स्वप्न में प्रभु का दूत दिखाई दिया। दूत ने उससे कहा, “यूसुफ! दाऊद के वंशज! अपनी पत्नी मरियम को अपने यहाँ लाने में नहीं डरें, क्योंकि उनके जो गर्भ है, वह पवित्र आत्मा से है।
उनके जाने के बाद प्रभु का दूत यूसुफ को स्वप्न में दिखाई दिया और यह बोला, “उठिए! बालक और उसकी माता को लेकर मिस्र देश भाग जाइए। जब तक मैं आप से न कहूँ, वहीं रहिए; क्योंकि हेरोदेस इस बालक को मरवा डालने के लिए इस को ढूँढ़ने वाला है।”
प्रभु ने यहोशुअ से कहा, ‘इनसे मत डर; क्योंकि मैं कल, इस समय तक, इस्राएलियों के कारण इनका वध कर चुका हूंगा। तू इनके घोड़ों को पंगु बना देना, इनके रथों में आग लगा देना।’
प्रभु का आत्मा उस पर उतरा। उसने इस्राएलियों पर शासन किया। वह मसोपोतामिया के राजा कूशन-रिश्आतइम से युद्ध करने बाहर निकला। प्रभु ने राजा को उसके हाथ में सौंप दिया। कूशन-रिश्आतइम शासक ओतनीएल के अधीन हो गया।
उसने इस्राएलियों से कहा, ‘मेरे पीछे-पीछे आओ। प्रभु ने तुम्हारे शत्रु मोआबियों को तुम्हारे हाथ में सौंप दिया है।’ वे एहूद के पीछे गए। उन्होंने यर्दन नदी के घाटों पर, जो मोआब देश की ओर थे, अधिकार कर लिया, और एक भी मोआबी पुरुष को वहाँ से बचकर जाने नहीं दिया।
अत: गिद्ओन ने लोगों के हाथ से घड़े और नरसिंघे ले लिए। उसने तीन सौ पुरुषों को रोक लिया, और शेष इस्राएली लोगों को अपने-अपने तम्बू में भेज दिया। मिद्यानियों का पड़ाव गिद्ओन के पड़ाव के नीचे, घाटी में था।