जो तुझे आशिष देंगे, मैं उनको आशिष दूँगा। परन्तु जो तुझे शाप देगा, उसे मैं शाप दूँगा। पृथ्वी के समस्त कुटुम्ब तेरे द्वारा मुझसे आशिष पाएँगे।’
उत्पत्ति 27:29 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राष्ट्र तेरी सेवा करें, विभिन्न जातियाँ तुझे दण्दवत् करें। तू अपने भाइयों का स्वामी बने। तेरी माँ के पुत्र तुझे दण्दवत् करें। तुझे शाप देने वाले स्वयं शापित हों, पर आशिष देनेवाले, आशिष प्राप्त करें।’ पवित्र बाइबल सभी लोग तुम्हारी सेवा करें। राष्ट्र तुम्हारे सामने झुकें। तुम अपने भाईयों के ऊपर शासक होगे। तुम्हारी माँ के पुत्र तुम्हारे सामने झुकेंगे और तुम्हारी आज्ञा मानेंगे। हर एक व्यक्ति जो तुम्हें शाप देगा, शाप पाएगा और हर एक व्यक्ति जो तुम्हें आशीर्वाद देगा, आशीर्वाद पाएगा।” Hindi Holy Bible राज्य राज्य के लोग तेरे आधीन हों, और देश देश के लोग तुझे दण्डवत करें: तू अपने भाइयों का स्वामी हो, और तेरी माता के पुत्र तुझे दण्डवत करें: जो तुझे शाप दें सो आप ही स्रापित हों, और जो तुझे आशीर्वाद दें सो आशीष पाएं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) राज्य राज्य के लोग तेरे अधीन हों, और देश देश के लोग तुझे दण्डवत् करें। तू अपने भाइयों का स्वामी हो, और तेरी माता के पुत्र तुझे दण्डवत् करें। जो तुझे शाप दें वे आप ही शापित हों, और जो तुझे आशीर्वाद दें वे आशीष पाएँ।” नवीन हिंदी बाइबल राज्य-राज्य के लोग तेरे अधीन हों, और जाति-जाति के लोग तुझे दंडवत् करें। तू अपने भाइयों का स्वामी हो, और तेरी माता के पुत्र तुझे दंडवत् करें। जो तुझे शाप दें वे शापित हों, और जो तुझे आशीर्वाद दें वे आशिष पाएँ।” सरल हिन्दी बाइबल सभी राष्ट्र तुम्हारी सेवा करेंगे, जाति-जाति के लोग तुम्हारे सामने झुकेंगे, तुम अपने भाइयों के ऊपर शासक होंगे; तुम्हारी मां के पुत्र तुम्हारे सामने झुकेंगे. जो तुम्हें शाप देंगे वे स्वयं शापित होंगे और जो तुम्हें आशीष देंगे वे आशीष पायेंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 राज्य-राज्य के लोग तेरे अधीन हों, और देश-देश के लोग तुझे दण्डवत् करें; तू अपने भाइयों का स्वामी हो, और तेरी माता के पुत्र तुझे दण्डवत् करें। जो तुझे श्राप दें वे आप ही श्रापित हों, और जो तुझे आशीर्वाद दें वे आशीष पाएँ।” |
जो तुझे आशिष देंगे, मैं उनको आशिष दूँगा। परन्तु जो तुझे शाप देगा, उसे मैं शाप दूँगा। पृथ्वी के समस्त कुटुम्ब तेरे द्वारा मुझसे आशिष पाएँगे।’
याकूब बोला, ‘पहले मुझसे शपथ खाओ।’ अत: एसाव ने उससे शपथ खाई, और उसे अपने ज्येष्ठ होने का अधिकार बेच दिया।
इसहाक ने याकूब को आशीर्वाद देना समाप्त किया और जैसे ही याकूब अपने पिता इसहाक के पास से बाहर निकला कि उसका भाई एसाव शिकार से लौटा।
इसहाक ने एसाव को उत्तर दिया, ‘मैंने उसे तेरा स्वामी बनाया है। मैंने उसके सब भाइयों को उसके सेवक बनने के लिए प्रदान कर दिया। मैंने अनाज और अंगूर से उसको सम्पन्न बना दिया। अब मेरे पुत्र, मैं तेरे लिए क्या कर सकता हूँ?’
तू तलवार के बल पर जीवित रहेगा। तू अपने भाई की सेवा करेगा। पर जब तू अशान्त हो जाएगा तब अपनी गरदन से उसके गुलामी के जूए को तोड़ फेंकेगा।’
जब उसने अपने पिता और भाइयों को यह स्वप्न बताया तब उसके पिता ने उसे डांटा और उससे कहा, ‘जो स्वप्न तूने देखा है, उसका क्या अर्थ है? क्या सचमुच मैं और तेरी मां तथा तेरे भाई तेरे सम्मुख खड़े होंगे और भूमि की ओर झुककर तेरा अभिवादन करेंगे?’
हम सब खेत में पूले बाँध रहे हैं। अचानक मेरा पूला उठकर सीधा खड़ा हो गया। तुम्हारे पूलों ने मेरे पूले को चारों ओर से घेर लिया। वे झुककर उसका अभिवादन करने लगे।’
परमेश्वर याफत के नाम के अनुरूप उसका विस्तार करे! याफत शेम के तम्बुओं में निवास करे, और कनान उसका दास बने।’
सुलेमान फरात नदी से पलिश्ती देश तक तथा मिस्र देश की सीमा तक आने वाले समस्त राज्यों पर शासन करता था। ये राज्य उसको कर देते थे। ये उसके जीवन-भर उसके अधीन बने रहे।
यह भी सच है कि यहूदा अपने भाइयों में शक्तिशाली हो गया था और उसके ही वंश से अगुवा हुआ था, तो भी ज्येष्ठ पुत्र के जन्म-सिद्ध अधिकार पर यूसुफ का ही अधिकार था।)
प्रभु इस्राएली लोगों से यों कहता है: ‘मिस्र देश की धन-सम्पत्ति, इथियोपिआ देश की व्यापार-सामग्री तेरी हो जाएगी। ऊंचे कदवाले सबाई लोग तेरे पास आएंगे और वे तेरे हो जाएंगे; वे तेरा अनुसरण करेंगे। वे बेड़ियों में बंधे हुए तेरे पास आएंगे और तेरे सम्मुख सिर झुकाएंगे। वे तुझ से यह कहते हुए अनुनय-विनय करेंगे, “ईश्वर केवल आपके साथ है, उसे छोड़ दूसरा कोई ईश्वर नहीं है; उसके अतिरिक्त अन्य ईश्वर नहीं है।” ’
राजा तेरे बच्चों के पालक-पिता होंगे; रानियाँ उनको दूध पिलानेवाली धाइयाँ बनेंगी। वे भूमि की ओर सिर झुकाकर तुझे प्रणाम करेंगे, वे तेरे पैरों की धूल चाटेंगे। तब तुझे अनुभव होगा कि निस्सन्देह मैं ही प्रभु हूं; जो लोग मेरी प्रतीक्षा करते हैं, वे निराश नहीं होंगे।
अपने सेवक से जिसको मनुष्य सर्वथा तुच्छ समझते हैं, जिससे राष्ट्र घृणा करते हैं, जो शासकों का गुलाम है, उससे प्रभु इस्राएल का मुक्तिदाता और उसका पवित्र परमेश्वर यों कहता है : ‘तुझे देखकर राजा अपने सिंहासन से खड़े हो जाएंगे, सामन्त तेरे सम्मुख भूमि पर लेटकर तुझे साष्टांग प्रणाम करेंगे, क्योंकि मैं-प्रभु ने, जो सच्चा परमेश्वर हूं, जो इस्राएल का पवित्र परमेश्वर हूं, तुझे मनोनीत किया है।’
जो राष्ट्र और जो राज्य तेरी सेवा नहीं करेगा, वह नष्ट हो जाएगा। ऐसे राष्ट्र पूर्णत: नष्ट हो जाएंगे।
जिन्होंने तुझ पर अत्याचार किया था, उनकी सन्तान सिर झुकाए हुए तेरे पास आएगी; जो तुझसे घृणा करते थे, वे तेरे चरणों पर गिरकर तुझे साष्टांग प्रणाम करेंगे। वे तुझे इस नाम से पुकारेंगे: “प्रभु की नगरी” , “इस्राएल के पवित्र परमेश्वर का नगर-सियोन।”
उसकी राज्य-सत्ता बढ़ती जाएगी, उसके कल्याणकारी कार्यों का अन्त न होगा। वह दाऊद के सिंहासन पर बैठेगा, और उसके राज्य को संभालेगा। वह अब से लेकर सदा के लिए न्याय के कार्यों से उसको सुदृढ़ करेगा, अपने धार्मिक आचरण से उसे सम्भालेगा। स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु का धर्मोत्साह यह कार्य पूर्ण करेगा!
मैं उसको कैसे श्राप दूं जिसको परमेश्वर ने श्राप नहीं दिया? मैं उसकी कैसे भत्र्सना करूं जिसकी प्रभु ने भत्र्सना नहीं की?
उसका शत्रु एदोम उसके अधीन हो जाएगा, सेईर का यह देश उसका गुलाम बन जाएगा। पर इस्राएल अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेगा।
वह घात लगाकर बैठता है, वह सिंह के सदृश, अथवा सिंहनी के समान लेटता है। कौन उसको उठा सकता है? ओ याकूब, तुझे आशिष देने वाला स्वयं आशिष प्राप्त करे। किन्तु तुझे श्राप देनेवाला स्वयं श्रापित हो।’
“राजा उन्हें यह उत्तर देगा, ‘मैं तुम से सच कहता हूँ, जो कुछ तुम ने मेरे इन छोटे से छोटे भाई-बहिनों में से किसी एक के लिए किया, वह तुम ने मेरे लिए ही किया।’
“तब राजा उन्हें उत्तर देगा, ‘मैं तुम लोगों से सच कहता हूँ : जो कुछ तुम ने मेरे इन छोटे से छोटे भाई-बहिनों में से किसी एक के लिए नहीं किया, वह तुम ने मेरे लिए भी नहीं किया।’