Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनों -




उत्पत्ति 25:33 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

33 याकूब बोला, ‘पहले मुझसे शपथ खाओ।’ अत: एसाव ने उससे शपथ खाई, और उसे अपने ज्‍येष्‍ठ होने का अधिकार बेच दिया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

33 किन्तु याकूब ने कहा, “पहले वचन दो कि तुम यह मुझे दोगे।” इसलिए एसाव ने याकूब को वचन दिया। एसाव ने अपने पिता के धन का अपना हिस्सा यकूब को बेच दिया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

33 याकूब ने कहा, मुझ से अभी शपथ खा: सो उसने उससे शपथ खाई: और अपना पहिलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच डाला।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

33 याक़ूब ने कहा, “मुझ से अभी शपथ खा,” अत: उसने उससे शपथ खाई, और अपना पहिलौठे का अधिकार याक़ूब के हाथ बेच डाला।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

33 तब याकूब ने कहा, “पहले मुझसे शपथ खा।” इसलिए उसने शपथ खाई और अपने पहलौठे होने का अधिकार याकूब को बेच दिया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

33 पर याकोब ने कहा, “तो पहले आप मुझसे शपथ खाईये.” तब एसाव ने शपथ खाकर अपने पहलौठे का अधिकार याकोब के हाथ बेच दिया.

अध्याय देखें प्रतिलिपि




उत्पत्ति 25:33
11 क्रॉस रेफरेंस  

अब्राम ने सदोम के राजा को उत्तर दिया, ‘मैंने आकाश और पृथ्‍वी के सृष्‍टिकर्ता, सर्वोच्‍च प्रभु परमेश्‍वर की शपथ खाई है


मैं तुम्‍हें स्‍वर्ग और पृथ्‍वी के प्रभु परमेश्‍वर की शपथ खिलाता हूँ कि तुम मेरे पुत्र के लिए कनानी जाति की कन्‍याओं में से, जिनके देश में मैं निवास करता हूँ, वधू नहीं लाओगे।


एसाव ने कहा, ‘देख, मैं मरने पर हूँ। इस अधिकार का मेरे लिए क्‍या लाभ?’


तत्‍पश्‍चात् याकूब ने एसाव को रोटी और उबली हुई मसूर की दाल दी। उसने खाया-पिया और उठकर चला गया। इस प्रकार एसाव ने अपने ज्‍येष्‍ठ पुत्र होने के अधिकार को तुच्‍छ समझा।


जब इसहाक वृद्ध हो गए, और उनकी आंखें इतनी धुंधली पड़ गयीं कि वह देख नहीं सकते थे, तब उन्‍होंने ज्‍येष्‍ठ पुत्र एसाव को बुलाया और उससे कहा, ‘मेरे पुत्र एसाव!’ एसाव ने उन्‍हें उत्तर दिया, ‘क्‍या बात है, पिताजी?’


उसके पिता इसहाक ने उससे पूछा, ‘तुम कौन हो?’ वह बोला, ‘मैं आपका पुत्र, आपका ज्‍येष्‍ठ पुत्र एसाव हूँ।’


एसाव ने कहा, ‘उसका नाम याकूब ठीक ही रखा गया था। उसने दो बार मुझे अड़ंगा मारा : पहले तो मेरा ज्‍येष्‍ठ पुत्र होने का अधिकार ले लिया, और अब मेरा आशीर्वाद भी छीन लिया।’ एसाव ने पूछा, ‘क्‍या आपने मेरे लिए कोई आशीर्वाद बचाकर नहीं रखा?’


और उसने बार-बार शपथ खा कर कहा, “जो भी माँगो, चाहे मेरा आधा राज्‍य ही क्‍यों न हो, मैं तुम्‍हें दे दूँगा।”


आप लोगों में न तो कोई व्‍यभिचारी हो और न एसाव के सदृश कोई अधर्मी, जिसने एक ही बार के भोजन के लिए अपना पहलौठे का अधिकार बेच दिया।


लोग अपने से बड़े का नाम ले कर शपथ खाते हैं। उन में शपथ द्वारा कथन की पुष्‍टि होती है और सारा विवाद समाप्‍त हो जाता है।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों