तूने उन पर अपने पवित्र विश्राम-दिवस का ज्ञान प्रकट किया था कि वे उसको मानें; तूने उनको आदेश दिया था कि जो आज्ञाएं, संविधियां और व्यवस्था तूने अपने सेवक मूसा के द्वारा उन्हें सौंपी हैं, वे उनका पालन करें।
इब्रानियों 3:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मूसा तो परमेश्वर के घराने के सब कार्यों में विश्वस्त रहे, किन्तु सहायक के रूप में-भविष्य में परमेश्वर के प्रकट होने वाले सन्देश के विषय में साक्षी देने के लिए- पवित्र बाइबल परमेश्वर के समूचे घराने में मूसा एक सेवक के समान विश्वास पात्र था, वह उन बातों का साक्षी था जो भविष्य में परमेश्वर के द्वारा कही जानी थीं। Hindi Holy Bible मूसा तो उसके सारे घर में सेवक की नाईं विश्वास योग्य रहा, कि जिन बातों का वर्णन होने वाला था, उन की गवाही दे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मूसा तो परमेश्वर के सारे घर में सेवक के समान विश्वासयोग्य रहा कि जिन बातों का वर्णन होनेवाला था, उन की गवाही दे। नवीन हिंदी बाइबल परमेश्वर के सारे घराने में मूसा एक सेवक के समान विश्वासयोग्य रहा कि उन बातों का साक्षी हो जिनका वर्णन बाद में होने वाला था। सरल हिन्दी बाइबल जिन विषयों का वर्णन भविष्य में होने पर था, “उनकी घोषणा करने में परमेश्वर के सारे परिवार में मोशेह एक सेवक के रूप में विश्वासयोग्य थे,” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मूसा तो परमेश्वर के सारे घर में सेवक के समान विश्वासयोग्य रहा, कि जिन बातों का वर्णन होनेवाला था, उनकी गवाही दे। (गिन. 12:7) |
तूने उन पर अपने पवित्र विश्राम-दिवस का ज्ञान प्रकट किया था कि वे उसको मानें; तूने उनको आदेश दिया था कि जो आज्ञाएं, संविधियां और व्यवस्था तूने अपने सेवक मूसा के द्वारा उन्हें सौंपी हैं, वे उनका पालन करें।
जब इस्राएलियों ने मिस्र-निवासियों के विरुद्ध किए गए प्रभु के भुजबल के महान कार्य को देखा, तब वे प्रभु से डरने लगे। उन्होंने प्रभु और उसके सेवक मूसा पर विश्वास किया।
मूसा ने ऐसा ही किया। जो आज्ञा प्रभु ने उनको दी थी, उसी के अनुसार उन्होंने सब कार्य किया।
किन्तु मेरे सेवक मूसा के साथ ऐसा नहीं होता। वह मेरे सम्पूर्ण परिवार में विश्वासयोग्य है।
“वह विश्वास-पात्र और बुद्धिमान सेवक कौन है, जिसे उसके स्वामी ने अपने घर के अन्य सेवक-सेविकाओं पर नियुक्त किया है, ताकि वह निश्चित् समय पर उन्हें भोजन सामग्री बाँटा करे?
उसके स्वामी ने उससे कहा, ‘शाबाश, भले और ईमानदार सेवक! तुम थोड़े में ईमानदार रहे, मैं तुम्हें बहुत वस्तुओं पर अधिकार दूँगा। अपने स्वामी के आनन्द में सहभागी हो।’
प्रभु ने कहा, “कौन ऐसा ईमानदार और बुद्धिमान प्रबंधक है, जिसे उसका स्वामी अपने सेवक-सेविकाओं पर नियुक्त करे ताकि वह निश्चित् समय पर उन्हें निर्धारित भोजन दे?
तब येशु ने मूसा एवं सब नबियों से आरम्भ कर संपूर्ण धर्मग्रन्थ में अपने विषय में लिखी बातों की व्याख्या उनसे की।
येशु ने शिष्यों से कहा, “मैं ने तुम्हारे साथ रहते समय तुम लोगों से कहा था कि जो कुछ मूसा की व्यवस्था में और नबियों के ग्रंथों में तथा भजन-संहिता में मेरे विषय में लिखा है, सब का पूरा होना अनिवार्य है।”
“तुम लोग यह समझ कर धर्मग्रन्थ का अनुशीलन करते हो कि उस में तुम्हें शाश्वत जीवन का मार्ग मिलेगा। वही धर्मग्रन्थ मेरे विषय में साक्षी देता है।
अत: यहूदियों ने पौलुस के साथ एक दिन निश्चित किया और बड़ी संख्या में उनके यहाँ एकत्र हुए। पौलुस सुबह से शाम तक उनके लिए व्याख्या करते रहे। उन्होंने परमेश्वर के राज्य के विषय में साक्षी दी और मूसा की व्यवस्था तथा नबी-ग्रंथों के आधार पर उनको येशु के संबंध में समझाने का प्रयत्न किया।
यह वही मूसा हैं जिन्होंने इस्राएलियों से कहा था, ‘परमेश्वर तुम्हारे भाइयों में से तुम्हारे लिए मुझ-जैसा एक नबी खड़ा करेगा।’
परन्तु परमेश्वर का मुक्ति-विधान, जिसके विषय में मूसा की व्यवस्था और नबियों ने साक्षी दी थी, अब व्यवस्था से पृथक ही प्रकट किया गया है।
“हे स्वामी, हे प्रभु! तूने अपने सेवक को अपनी महानता, अपना भुजबल दिखाना आरम्भ ही किया है। तेरे अतिरिक्त, आकाश अथवा पृथ्वी पर और कौन ईश्वर है, जो तेरे सामर्थ्यपूर्ण कार्यों के सदृश कार्य कर सके?
हमारे प्रभु येशु मसीह को मैं धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने मुझे बल दिया और मुझे विश्वास के योग्य समझ कर अपनी सेवा में नियुक्त किया है।
प्राचीन काल में परमेश्वर बारम्बार और विविध रूपों में हमारे पूर्वजों से नबियों द्वारा बोला था।
जिस तरह मूसा परमेश्वर के घराने के सब कार्यों में विश्वस्त रहे, उसी तरह येशु भी परमेश्वर के प्रति विश्वस्त रहे, जिसने उन्हें नियुक्त किया।
क्योंकि हर घर किसी के द्वारा निर्मित किया जाता है, किन्तु परमेश्वर सबका निर्माता है।
यद्यपि वे एक ऐसे आराधना-स्थल में आराधना करते हैं जो स्वर्ग की वास्तविकता की प्रतिकृति और छाया मात्र है। यही कारण है कि जब मूसा शिविर का निर्माण करने वाले थे, तो उन्हें परमेश्वर की ओर से यह आदेश मिला, “देखो, जो नमूना तुम्हें पर्वत पर दिखाया गया, उसी के अनुसार तुम सब कुछ बनाना।”
मसीह ने हाथ के बने हुए उस पवित्र-स्थान में प्रवेश नहीं किया, जो वास्तविक “पवित्र-स्थान” का प्रतिरूप मात्र हैं। उन्होंने स्वर्ग में ही प्रवेश किया है, जिससे वह अब हमारी ओर से परमेश्वर के सामने उपस्थित हो सकें।
जब तक प्रभु तुम्हारे जाति-भाई-बन्धुओं को भी तुम्हारे सामान विश्राम-स्थल न दे। जब उस देश की भूमि पर, जो प्रभु परमेश्वर तुम्हें प्रदान कर रहा है, उनका अधिकार हो जाएगा, तब तुम अपने अधिकार क्षेत्र में लौट आना। तुम इस भूमि पर अधिकार करना, जो प्रभु के सेवक मूसा ने तुम्हें यहां यर्दन नदी के पूर्वी भाग में दी है।’
‘मेरे सेवक मूसा की मृत्यु हो गई। इसलिए अब तैयार हो, और सब इस्राएलियों के साथ इस यर्दन नदी को पार कर उस देश में जा जो मैं इस्राएली समाज को दे रहा हूँ।
तू साहसी और शक्तिशाली बन! जिस व्यवस्था का आदेश मेरे सेवक मूसा ने तुझे दिया है, उसका पालन कर और उसके अनुसार कार्य कर। उस व्यवस्था से न दाहिनी ओर मुड़ना, और न बायीं ओर। तब तू जहाँ-जहाँ जाएगा, वहाँ-वहाँ सफल होगा।
जो निर्देश वेदी के सम्बन्ध में प्रभु के सेवक मूसा ने इस्राएली समाज को दिया था, और जैसा मूसा की व्यवस्था की पुस्तक में लिखा भी है कि ‘वेदी के अनगढ़े पत्थरों को लोहे के औजार से तराश कर मत बनाना’ उस निर्देश के अनुसार यहोशुअ ने वेदी निर्मित की। उसके बाद इस्राएली समाज ने वेदी पर प्रभु को अग्नि-बलि अर्पित की, और सहभागिता-बलि चढ़ाई।
समस्त इस्राएली अपने धर्मवृद्धों, शास्त्रियों और शासकों के साथ प्रभु की मंजूषा के दोनों ओर खड़े हो गए। वे प्रभु की विधान-मंजूषा वहन करने वाले लेवीय पुरोहितों के सम्मुख खड़े थे। उनके साथ प्रवासी भी थे। आधे इस्राएली गरिज्जीम पर्वत की ढाल पर, और आधे इस्राएली एबल पर्वत की ढाल पर खड़े हो गए। ऐसा करने का आदेश प्रभु के सेवक मूसा ने उन्हें दिया था कि लेवीय पुरोहित सर्वप्रथम इस्राएली समाज को आशीर्वाद देंगे।
परमेश्वर के सेवक मूसा का गीत और मेमने का गीत गाते हुए कह रहे थे : “सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर! तेरे कार्य महान और अपूर्व हैं। राष्ट्रों के राजा! तेरे मार्ग न्यायसंगत और सच्चे हैं।