जान लो कि प्रभु ही परमेश्वर है; प्रभु ने ही हमें बनाया है, और हम उसी के हैं; हम उसके निज लोग, उसके चरागाह की भेड़ें हैं।
इफिसियों 2:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर ने हमारी रचना की। उसने येशु मसीह में हमारी सृष्टि की, जिससे हम उन शुभ कार्यों को पूर्ण करते रहें, जिन्हें परमेश्वर ने हमारे लिए तैयार किया है। पवित्र बाइबल क्योंकि परमेश्वर हमारा सृजनहार है। उसने मसीह यीशु में हमारी सृष्टि इसलिए की है कि हम नेक काम करें जिन्हें परमेश्वर ने पहले से ही इसलिए तैयार किया हुआ है कि हम उन्हीं को करते हुए अपना जीवन बितायें। Hindi Holy Bible क्योंकि हम उसके बनाए हुए हैं; और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्हें परमेश्वर ने पहिले से हमारे करने के लिये तैयार किया॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि हम उसके बनाए हुए हैं, और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्हें परमेश्वर ने पहले से हमारे करने के लिये तैयार किया। नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि हम उसकी रचना हैं और मसीह यीशु में उन भले कार्यों के लिए सृजे गए हैं, जिन्हें परमेश्वर ने पहले से ही तैयार किया कि हम उन्हें करें। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि हम परमेश्वर द्वारा पहले से ठहराए हुए भले कामों के लिए मसीह येशु में रचे गए परमेश्वर की रचना हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि हम परमेश्वर की रचना हैं; और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्हें परमेश्वर ने पहले से हमारे करने के लिये तैयार किया। |
जान लो कि प्रभु ही परमेश्वर है; प्रभु ने ही हमें बनाया है, और हम उसी के हैं; हम उसके निज लोग, उसके चरागाह की भेड़ें हैं।
प्रभु, मेरे लिए अपने अभिप्राय को पूर्ण कर; हे प्रभु, तेरी करुणा शाश्वत है। मैं तेरे हाथों की रचना हूं, मुझ को मत त्याग।
हे परमेश्वर, मुझ में शुद्ध हृदय उत्पन्न कर। तू मेरे भीतर नई और स्थिर आत्मा निर्मित कर।
क्योंकि स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु तीनों देशों को यह आशिष देगा : “धन्य हैं मिस्र-निवासी: तुम मेरे निज लोग हो। धन्य है असीरिया राष्ट्र : तू मेरे हाथों की रचना है। धन्य है इस्राएली राष्ट्र : तू मेरी मीरास है।”
वह अपने मध्य में किए गए मेरे हस्तकार्य को देखेगा और मेरे नाम को पवित्र बनाए रखेगा। निस्सन्देह वह याकूब के पवित्र परमेश्वर की पवित्रता बनाए रखेगा, और इस्राएल के परमेश्वर की भक्ति करेगा।
ये सब मेरे नाम से आराधना करते हैं, इनको मैंने अपनी महिमा के लिए रचा है, इनको मैंने गढ़ा है, इनको मैंने बनाया है।”
ओ याकूब, ओ इस्राएल! ये बातें स्मरण रख, क्योंकि तू मेरा सेवक है। मैंने तुझे गढ़ा है, तू मेरा सेवक है। ओ इस्राएल, मैं तुझे कभी नहीं भूलूंगा।
तेरे सब निवासी धार्मिक होंगे; वे सदा के लिए देश पर अधिकार करेंगे, जिससे मेरी महिमा हो। ये लोग मेरे पौधे की शाखाएँ हैं; इन्हें मैंने अपने हाथ से रचा है।
प्रभु ने मुझे इसलिए भेजा है कि मैं सियोन में शोक करनेवालों को राख नहीं, वरन् विजय-माला पहनाऊं; विलाप नहीं, बल्कि उनके मुख पर आनन्द का तेल मलूं, उन्हें निराशा की आत्मा नहीं, वरन् स्तुति की चादर ओढ़ाऊं, ताकि वे धार्मिकता के बांज वृक्ष कहलाएँ; वे प्रभु के पौधे कहलाएँ और उनसे प्रभु की महिमा हो।
प्रभु यों कहता है : ‘उन दिनों के पश्चात् मैं इस्राएली जनता से यह विधान स्थापित करूंगा: मैं उनके मन में अपनी व्यवस्था प्रतिष्ठित करूंगा, और मैं उसको उनके हृदय पर लिखूंगा। मैं उनका परमेश्वर होऊंगा, और वे मेरे निज लोग होंगे।
इसी प्रकार तुम्हारी ज्योति मनुष्यों के सामने चमकती रहे, जिस से वह तुम्हारे भले कामों को देख कर तुम्हारे स्वर्गिक पिता की महिमा करें।
किन्तु जो सत्य पर चलता है, वह ज्योति के पास आता है, जिससे यह प्रकट हो कि उसके कार्य परमेश्वर में किए गए हैं।”
अब समस्त यहूदा, गलील तथा सामरी प्रदेशों में कलीसिया को शान्ति मिली और उसका निर्माण होता रहा। वह प्रभु के भय में आचरण करती हुई और पवित्र आत्मा की सान्त्वना प्राप्त कर वृद्धि करती गई।
याफा नगर में तबिथा नामक शिष्या रहती थी। तबिथा का यूनानी अनुवाद दोरकास (अर्थात् हरिणी) है। वह पुण्य-कर्म और दान-धर्म में लगी रहती थी।
क्योंकि परमेश्वर ने निश्चित किया कि जिन्हें उसने पहले से अपना समझा, वे उसके पुत्र के प्रतिरूप बनाये जायेंगे, जिससे उसका पुत्र इस प्रकार बहुत-से भाई-बहिनों में पहिलौठा हो।
हम परमेश्वर के सहकर्मी हैं और आप लोग हैं — परमेश्वर का खेत। आप परमेश्वर का भवन भी हैं।
इसका अर्थ यह है कि यदि कोई मसीह के साथ एक हो गया है, तो वह नयी सृष्टि बन गया है। पुरानी बातें समाप्त हो गयी हैं और अब नई बातें आ गयी हैं।
परमेश्वर ने स्वयं इस उद्देश्य के लिए हमें गढ़ा है और अग्रिम राशि के रूप में हमें पवित्र आत्मा प्रदान किया है।
परमेश्वर आप लोगों को प्रचुर मात्रा में हर प्रकार का वरदान देने में समर्थ है, जिससे आप को कभी किसी तरह की कोई कमी नहीं हो, बल्कि हर शुभ कार्य के लिए भी आपके पास बहुत कुछ बच जाए।
किसी का खतना हुआ हो अथवा नहीं, इसका कोई महत्व नहीं। महत्व इस बात का है कि हम पूर्ण रूप से नयी सृष्टि बन जायें।
इफिसुस नगर के सन्तों और येशु मसीह में सच्चे विश्वासियों के नाम पौलुस का पत्र, जो परमेश्वर की इच्छा से येशु मसीह का प्रेरित नियुक्त हुआ है।
उसने संसार की सृष्टि से पहले मसीह में हम को चुना, जिससे हम मसीह से संयुक्त हो कर उसकी दृष्टि में पवित्र तथा निष्कलंक बनें।
आप लोग पहले दूर थे, किन्तु येशु मसीह से संयुक्त हो कर आप अब मसीह के रक्त द्वारा निकट आ गये हैं;
विधि-निषेधों की व्यवस्था को रद्द कर दिया। इस प्रकार, उन्होंने यहूदियों तथा गैर-यहूदियों को अपने से मिला कर एक नयी मानवता की सृष्टि की और शान्ति स्थापित की है।
क्योंकि आपका आचरण पहले इस युग-संसार की रीति के अनुकूल, आकाश में अधिकार जमाने वाले नायक के अनुकूल था। आप उस आत्मा के वश में थे, जो अब तक परमेश्वर के विरोधियों में क्रियाशील है।
उसने येशु मसीह के साथ हम लोगों को पुनर्जीवित किया और उन्हीं के साथ स्वर्ग में बैठाया।
परमेश्वर ने आप लोगों को बुलाया है। आप अपने इस बुलावे के अनुसार आचरण करें-यह आप लोगों से मेरा अनुरोध है, जो प्रभु के कारण कैदी हूँ।
और एक नवीन स्वभाव धारण करें, जिसकी सृष्टि परमेश्वर के अनुसार हुई है और जो धार्मिकता तथा सच्ची पवित्रता में व्यक्त होता है।
ओ मूर्ख और निर्बुद्धि जाति के लोगो! तुम प्रभु के कार्यों का यह बदला देते हो? क्या वह तेरा पिता नहीं है, ओ इस्राएल! जिसने तुझे अस्तित्व दिया, जिसने तुझे बनाया, और स्थापित किया?
जिस मार्ग पर चलने की आज्ञा तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने दी है, तुम उस पर चलना। तब तुम जीवित रहोगे, तुम्हारा भला होगा, और जिस देश पर तुम अधिकार करने जा रहे हो, उसमें तुम बहुत दिन तक जीवित रह सकोगे।
जिस परमेश्वर ने आप लोगों में यह शुभ कार्य आरम्भ किया, वह येशु मसीह के दिन तक उसे पूर्ण भी करेगा, इसका मुझे पक्का विश्वास है।
परमेश्वर अपना प्रेमपूर्ण उद्देश्य पूरा करने के लिए आप लोगों में सद् इच्छा भी उत्पन्न करता और उसके अनुसार कार्य करने का बल भी प्रदान करता है।
इस प्रकार आप प्रभु के योग्य जीवन बिता कर सब बातों में उसे प्रसन्न करेंगे, हर प्रकार के भले कार्य करते रहेंगे और परमेश्वर के ज्ञान में फलते और बढ़ते जायेंगे।
एक नया स्वभाव धारण किया है। यह स्वभाव अपने सृष्टिकर्ता का प्रतिरूप बन कर नवीन होता रहता और पूर्ण ज्ञान की ओर आगे बढ़ता है।
आप के हृदय को सान्त्वना देते रहें तथा हर प्रकार के भले काम और वचन में सुदृढ़ बनाये रखें।
बल्कि सत्कर्मों से अपना बनाव-सिंगार करें, जैसा कि उन स्त्रियों को शोभा देता है, जो ईश्वर-भक्त होने का दावा करती हैं।
और अपने भले कामों के कारण नेकनाम हो, जिसने अपने बच्चों का अच्छा पालन-पोषण किया हो, अतिथियों की सेवा की हो, सन्तों के पैर धोये हों, दीन-दुखियों की सहायता की हो, अर्थात् हर प्रकार के परोपकार में लगी रही हो।
इसी प्रकार, कुछ लोगों के सत्कर्म प्रकट हैं और यदि नहीं हैं, तो वे देर तक छिप भी नहीं सकते।
जो मनुष्य सब प्रकार के दूषण अपने से दूर करेगा, वह एक ऐसा पात्र बनेगा, जो ऊंचे प्रयोजन के लिए है, अर्थात् जो पवित्र है, गृह-स्वामी के योग्य और हर प्रकार के सत्कार्य के लिए उपयुक्त है।
येशु ने हमारे लिए अपने को बलि चढ़ाया, जिससे वह हमें हर प्रकार की बुराई से मुक्त करें और हमें एक ऐसी प्रजा बनायें, जो शुद्ध हो, जो उनकी अपनी हो और जो भलाई करने के लिए उत्सुक हो।
और तुम स्वयं अपने भले कार्यों से उन्हें अच्छा उदाहरण दो। तुम्हारी शिक्षा प्रामाणिक और गम्भीर हो।
लोगों को याद दिलाओ कि शासकों तथा अधिकारियों के अधीन रहना और उनकी आज्ञाओं का पालन करना उनका कर्त्तव्य है। वे हर प्रकार के सत्कर्म के लिए तत्पर रहें,
हमारे अपने लोग भी कोई अच्छा व्यवसाय करना सीखें। इस प्रकार वे अपनी मूल आवश्यकताएं पूरी कर सकेंगे और उनका जीवन निष्फल न होगा।
यह बात विश्वसनीय है और मैं चाहता हूँ कि तुम इस पर बल देते रहो। जो लोग परमेश्वर में विश्वास कर चुके हैं, वे भले कामों में लगे रहने के लिए उत्सुक हों। यह उत्तम है और मनुष्यों के लिए लाभदायक भी।
हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हम किस प्रकार प्रेम तथा परोपकार के लिए एक दूसरे को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
आप लोगों को समस्त गुणों से सम्पन्न करे, जिससे आप उसकी इच्छा पूरी करें, जो उसे प्रिय है। उसी परमेश्वर की स्तुति युगानुयुग होती रहे। आमेन!
अन्यधर्मियों के बीच आप लोगों का आचरण निर्दोष हो। इस प्रकार जो अब आप को कुकर्मी कहकर आपकी निन्दा करते हैं, वे आपके सत्कर्मों को देख कर कृपा-दिवस पर परमेश्वर की स्तुति करेंगे।
परन्तु यदि हम ज्योति में चलते हैं-जिस तरह वह स्वयं ज्योति में है − तो हमारी एक-दूसरे से सहभागिता है और उसके पुत्र येशु का रक्त हमें हर पाप से शुद्ध कर देता है।
जो व्यक्ति कहता है कि मैं उस में निवास करता हूँ, उसे वैसा ही आचरण करना चाहिए, जैसा आचरण मसीह ने किया।