वे आए। हामान ने उनके सामने अपनी धन-सम्पत्ति का वैभव प्रदर्शित किया। उसने उन्हें बताया कि उसके कितने पुत्र हैं। उसने यह भी बताया कि सम्राट ने उसका कितना सम्मान किया, और उसकी पदोन्नति की, अपने सब दरबारियों और पदाधिकारियों में उसको सर्वोच्च पद प्रदान किया।
कि अचानक मरुस्थल की ओर से एक भीषण आंधी आयी। उसने मकान के चारों से ऐसा धक्का दिया कि वह आपके जवान पुत्र-पुत्रियों पर गिर पड़ा और वे दबकर मर गये। केवल मैं ही बच गया और अब आपको यह खबर देने के लिये आया हूं।’
उनके पूर्वजों के पाप के कारण उनका भी वध किया जाएगा। अत: सम्राट के पुत्रों के लिए एक वध-स्थान तैयार करो; अन्यथा वे उठेंगे, और पृथ्वी पर अधिकार जमा लेंगे। वे नए-नए नगरों से पृथ्वी की सतह को भर देंगे।’
स्वामी-प्रभु यों कहता है: ‘इस्राएल के वंशज, यदि नगर से युद्ध के लिए हजार सैनिक निकलेंगे तो वे युद्ध के पश्चात् सौ रह जाएंगे! यदि सौ सैनिक जाएंगे तो बचकर केवल दस लौटेंगे।’
मैं तुम में से एक पुरुष को अपनी वेदी के सम्मुख से न हटाकर जीवित रखूँगा, जिससे रो-रोकर उसकी आँखें धंस जाएँ, और उसके प्राण मुरझा जाएँ। तेरे परिवार के समस्त सदस्य तलवार से मृत्यु के घाट उतार दिए जाएँगे।