प्रभु ने कहा, ‘गुफा से बाहर निकल, और मुझ-प्रभु के सम्मुख पहाड़ पर खड़ा हो।’ तब प्रभु वहां से गुजरा। एक महाशक्तिशाली पवन बहा। उसने पहाड़ को फाड़ दिया। प्रभु के सम्मुख की चट्टानों के टुकड़े-टुकड़े कर दिये। पर प्रभु पवन में नहीं था। पवन के पश्चात् भूडोल हुआ। पर प्रभु भूडोल में नहीं था।
‘अत: मैं अपना मुंह बन्द नहीं रखूंगा; मैं अपनी आत्मा की वेदना के कारण बोलूंगा; मैं अपने प्राण की कटुता के कारण, हे परमेश्वर, तुझसे शिकायत करूंगा! क्या मैं समुद्री राक्षस हूं कि तू मुझे पहरे में रखता है, जिससे मैं बन्धन-मुक्त न होऊं?
मूसा और हारून फरओ के पास गए। उन्होंने उससे कहा, ‘इब्रानियों का परमेश्वर, प्रभु यों कहता है, “तू कब तक मेरे सम्मुख नतमस्तक नहीं होगा? मेरे लोगों को जाने दे कि वे मेरी सेवा करें।
फरओ के कर्मचारियों ने उससे कहा, ‘कब तक यह मनुष्य हमारे लिए फन्दा बना रहेगा? इस्राएलियों को जाने दीजिए कि वे अपने प्रभु परमेश्वर की सेवा करें। क्या आप अभी तक नहीं जानते कि मिस्र देश नष्ट हो गया है?’
‘ओ अज्ञानियो, कब तक तुम अज्ञान गले लगाए रखोगे? ज्ञान की हंसी उड़ाने वालो, कब तक तुम ज्ञान की हंसी उड़ाते रहोगे? ओ मुर्खो, तुम कब तक ज्ञान से बैर रखोगे?