कि अचानक मरुस्थल की ओर से एक भीषण आंधी आयी। उसने मकान के चारों से ऐसा धक्का दिया कि वह आपके जवान पुत्र-पुत्रियों पर गिर पड़ा और वे दबकर मर गये। केवल मैं ही बच गया और अब आपको यह खबर देने के लिये आया हूं।’
अय्यूब 5:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसके पुत्र सुरक्षित नहीं रहते; वे अदालत में रौंदे जाते हैं; और उनको बचानेवाला कोई नहीं होता। पवित्र बाइबल ऐसे मूर्ख व्यक्ति की सन्तानों की कोई भी सहायता न कर सका। न्यायालय में उनको बचाने वाला कोई न था। Hindi Holy Bible उसके लड़के-बाले उद्धार से दूर हैं, और वे फाटक में पीसे जाते हैं, और कोई नहीं है जो उन्हें छुड़ाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसके बच्चे सुरक्षा से दूर हैं, और वे फाटक में पीसे जाते हैं, और कोई नहीं है जो उन्हें छुड़ाए। सरल हिन्दी बाइबल उसकी संतान सुरक्षित नहीं है, नगर चौक में वे कष्ट के लक्ष्य बने हुए हैं, कोई भी वहां नहीं, जो उनको छुड़वाएगा, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसके बच्चे सुरक्षा से दूर हैं, और वे फाटक में पीसे जाते हैं, और कोई नहीं है जो उन्हें छुड़ाए। |
कि अचानक मरुस्थल की ओर से एक भीषण आंधी आयी। उसने मकान के चारों से ऐसा धक्का दिया कि वह आपके जवान पुत्र-पुत्रियों पर गिर पड़ा और वे दबकर मर गये। केवल मैं ही बच गया और अब आपको यह खबर देने के लिये आया हूं।’
चाहे दुर्जन की अनेक पुत्र-पुत्रियां हों, पर वे तलवार से मौत के घाट उतारे जाते हैं; उसकी सन्तान को पेट-भर भोजन नसीब नहीं होता!
तुम्हारे पुत्रों ने परमेश्वर के प्रति पाप किया था, अत: उसने अपराध के हाथ में उन्हें सौंप दिया।
वह पिता धन्य है, जिसने अपने तरकश को उनसे भर लिया है। जब वह अपने शत्रु से अदालत में बात करेगा। तब वह पराजित न होगा।
ऐसा न हो कि वे सिंह के समान मुझे पकड़ लें, मेरे टुकड़े-टुकड़े करें, और मुझे बचानेवाला कोई न हो।
तू झुककर उनकी वन्दना न करना और न उनकी सेवा करना; क्योंकि मैं तुम्हारा प्रभु परमेश्वर, ईष्र्यालु ईश्वर हूं। जो मुझसे घृणा करते हैं, उनके अधर्म का दण्ड मैं तीसरी और चौथी पीढ़ी तक उनकी संतान को देता रहता हूं।
मैं जानता हूं कि तुमने कितने अपराध किए हैं, तुम्हारे पाप कितने गम्भीर हैं। तुम धार्मिक व्यक्ति को दु:ख देते हो, और उससे घूस लेते हो। तुम न्यायालय के द्वार से दीन-हीन व्यक्ति को भगा देते हो।
हत्यारा किसी भी शरण-नगर में भाग कर जाएगा। वह उस नगर के प्रवेश-द्वार पर खड़ा होगा, और उस नगर के धर्मवृद्धों को स्पष्ट स्वर में बताएगा कि उससे किस स्थिति में हत्या हुई है। तब धर्मवृद्ध उसे नगर के भीतर ले जाएंगे और उसे रहने के लिए जगह देंगे। वह उनके साथ रहेगा।