एलियाह ने दोपहर को उनकी हंसी उड़ाई और यह कहा, ‘और जोर से पुकारो। वह तो ईश्वर है, मनन-चिन्तन कर रहा होगा, अथवा नित्यक्रिया में लगा होगा। सम्भवत: वह यात्रा पर गया है। कदाचित वह सो रहा है, उसको जगाना चाहिए।’
अय्यूब 26:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘तुमने निर्बल जन की अच्छी सहायता की! वाह! तुमने कमजोर मनुष्य को खूब सम्भाला! पवित्र बाइबल “हे बिल्दद, सोपर और एलीपज जो लोग दुर्बल हैं तुम सचमुच उनको सहारा दे सकते हो। अरे हाँ! तुमने दुर्बल बाँहों को फिर से शक्तिशाली बनाया है। Hindi Holy Bible निर्बल जन की तू ने क्या ही बड़ी सहायता की, और जिसकी बांह में सामर्थ्य नहीं, उसको तू ने कैसे सम्भाला है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “निर्बल जन की तू ने कितनी बड़ी सहायता की, और जिसकी बाँह में सामर्थ्य नहीं, उसको तू ने कैसे सम्भाला है? सरल हिन्दी बाइबल “क्या सहायता की है तुमने एक दुर्बल की! वाह! कैसे तुमने बिना शक्ति का उपयोग किए ही एक हाथ की रक्षा कर डाली है! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “निर्बल जन की तूने क्या ही बड़ी सहायता की, और जिसकी बाँह में सामर्थ्य नहीं, उसको तूने कैसे सम्भाला है? |
एलियाह ने दोपहर को उनकी हंसी उड़ाई और यह कहा, ‘और जोर से पुकारो। वह तो ईश्वर है, मनन-चिन्तन कर रहा होगा, अथवा नित्यक्रिया में लगा होगा। सम्भवत: वह यात्रा पर गया है। कदाचित वह सो रहा है, उसको जगाना चाहिए।’
‘निस्सन्देह तुम मानव-जाति का प्रतिनिधित्व करते हो, और तुम्हारे मरने पर, बुद्धि भी मर जाएगी!
तुमने निर्बुद्धि मनुष्य को कितनी अच्छी सलाह दी, और उस पर उदारतापूर्वक अपना ज्ञान बिखेरा!
मुझ में बल ही क्या है कि मैं प्रभु के अनुग्रह की प्रतीक्षा करूं? जब मेरा अन्त निश्चित है तब मैं अपने प्राण को क्या धीरज दूं?
उसने किस से ज्ञान के लिए सम्मति मांगी? किसने उसे न्याय का मार्ग सिखाया है? किसने उसे ज्ञान सिखाया है? किसने उसे बुद्धि का मार्ग बताया है?