‘यदि मैंने किसी गरीब की इच्छा पूरी नहीं की, यदि मैंने किसी विधवा की आशापूर्ण आंखों को निराश किया,
अय्यूब 22:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुमने थके-माँदे व्यक्ति को पीने के लिए पानी भी नहीं दिया, तुमने भूखे मनुष्य को रोटी देने से इन्कार कर दिया। पवित्र बाइबल तूने थके—मांदे को जल नहीं दिया, तूने भूखों के लिये भोजन नहीं दिया। Hindi Holy Bible थके हुए को तू ने पानी न पिलाया, और भूखे को रोटी देने से इनकार किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) थके हुए को तू ने पानी न पिलाया, और भूखे को रोटी देने से इन्कार किया। सरल हिन्दी बाइबल थके मांदे से तुमने पेय जल के लिए तक न पूछा, भूखे से तुमने भोजन छिपा रखा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 थके हुए को तूने पानी न पिलाया, और भूखे को रोटी देने से इन्कार किया। |
‘यदि मैंने किसी गरीब की इच्छा पूरी नहीं की, यदि मैंने किसी विधवा की आशापूर्ण आंखों को निराश किया,
सच तो यह है कि मेरे तम्बू में रहनेवाला प्रत्येक व्यक्ति यह कहता है : “कौन है वह मनुष्य जो अय्यूब के घर का भोजन खाकर तृप्त नहीं हुआ?”
उसने उदारता से दरिद्रों को दान दिया है, उसकी धार्मिकता सदा बनी रहेगी; सम्मान से उसका सिर ऊंचा रहता है।
जो गरीब को दान करता है वह मानो प्रभु को उधार देता है; प्रभु उसको इस कार्य का प्रतिफल देगा।
यदि भूखे व्यक्ति के लिए अपना भण्डार-गृह खोल दे, पीड़ित मनुष्य के प्राण को सन्तुष्ट करे, तो तेरे आनन्द का प्रकाश अंधकार में चमकेगा, और तेरे दु:ख का अंधकार दोपहर के सुखद प्रकाश में परिणत हो जाएगा।
अपना भोजन भूखों को खिलाना, बेघर गरीब को अपने घर में जगह देना, किसी को नंगे देखकर उसे कपड़े पहिनाना, अपने जरूरतमन्द भाई-बहिन से मुंह न छिपाना।
किसी पर अत्याचार नहीं करता। वह कर्जदार की गिरवी की वस्तु को नहीं हड़पता। वह चोरी नहीं करता। वह भूखे को अपना भोजन देता और नंगे को अपना कपड़ा ओढ़ाता है।
वह किसी का शोषण नहीं करता, वरन् कर्जदार को उसके कर्ज से मुक्त करता है, और उसकी गिरवी में रखी वस्तु को लौटा देता है। वह चोरी नहीं करता। वह भूखे व्यक्ति को अपना भोजन देता है। वह नंगे व्यक्ति को अपना कपड़ा पहनाता है।
क्योंकि मैं भूखा था और तुम लोगों ने मुझे भोजन नहीं खिलाया। मैं प्यासा था और तुम ने मुझे पानी नहीं पिलाया।
परंतु यह भी लिखा है, “यदि आपका शत्रु भूखा है, तो उसे भोजन खिलायें और यदि वह प्यासा है, तो उसे पानी पिलायें; क्योंकि ऐसा करने से वह आपके प्रेमपूर्ण व्यवहार से पानी-पानी हो जाएगा।”