दाऊद को यह समाचार मिला : ‘षड्यन्त्रकारियों में अहीतोफल भी है।’ दाऊद ने कहा, ‘हे प्रभु, अहीतोफल की सम्मति को मूर्खतापूर्ण सम्मति में बदल दे।’
अय्यूब 17:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तूने मेरे मित्रों का दिमाग कुन्द कर दिया है; इस कारण तू उनको मुझ पर प्रबल न होने देगा। पवित्र बाइबल मेरे मित्रों का मन तूने मूँदा अत: वे मुझे कुछ नहीं समझते हैं। कृपा कर उन को मत जीतने दे। Hindi Holy Bible तू ने इनका मन समझने से रोका है, इस कारण तू इन को प्रबल न करेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तू ने इनके मन को समझने से रोका है, इस कारण तू इनको प्रबल न होने देगा। सरल हिन्दी बाइबल आपने तो उनकी समझ को बाधित कर रखा है; इसलिए आप तो उन्हें जयवंत होने नहीं देंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तूने उनका मन समझने से रोका है, इस कारण तू उनको प्रबल न करेगा। |
दाऊद को यह समाचार मिला : ‘षड्यन्त्रकारियों में अहीतोफल भी है।’ दाऊद ने कहा, ‘हे प्रभु, अहीतोफल की सम्मति को मूर्खतापूर्ण सम्मति में बदल दे।’
अबशालोम तथा सब इस्राएली सैनिकों ने कहा, ‘अर्की हूशय की सलाह अहीतोफल की सलाह से उत्तम है।’ प्रभु ने यह निश्चय किया था कि वह अहीतोफल की अच्छी सलाह को निष्फल कर देगा जिससे अबशालोम पर ही विपत्ति आए।
नबी यह बोल ही रहा था कि राजा अमस्याह ने उससे कहा, ‘तुझको किसने मेरा सलाहकार नियुक्त किया है? चुप रह! तू क्यों मरना चाहता है?’ नबी चुप हो गया; किन्तु उसने कहा, ‘मैं जानता हूं, परमेश्वर ने आपको नष्ट करने का निश्चय कर लिया है; क्योंकि आपने मेरी सलाह नहीं सुनी और मुझे चुप करा दिया।’
वह विश्वास योग्य पुरुषों से बोलने की शक्ति हर लेता है; वह धर्मवृद्धों को विवेक से वंचित कर देता है।
जो व्यक्ति झूठी चुगली खाकर, अपने मित्रों की सम्पत्ति हड़पना चाहता है, उसके बच्चे अन्धे हो जाते हैं!
प्रभु ने मिस्र देश में संभ्रम की आत्मा प्रेषित की है। उन नेताओं के कारण मिस्री अपने सब कामों में इस तरह लड़खड़ाते हैं, जैसे कोई शराबी वमन करता हुआ लड़खड़ाता है।
उस समय येशु ने कहा, “पिता! स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु! मैं तेरी स्तुति करता हूँ; क्योंकि तूने इन सब बातों को ज्ञानियों और बुद्धिमानों से गुप्त रखा; किन्तु बच्चों पर प्रकट किया है।
उन्होंने उत्तर दिया, “यह इसलिए है कि स्वर्गराज्य के रहस्यों का ज्ञान तुम्हें दिया गया है, उन लोगों को नहीं;
जैसा कि धर्मग्रन्थ में लिखा है — “परमेश्वर ने उनकी बुद्धि को जड़ बना दिया। उसने उन्हें ऐसी आँखे दे दीं, जो देखती नहीं और ऐसे कान, जो सुनते नहीं और उनकी यह दशा आज तक बनी हुई है।”
हम में इस संसार के ज्ञानी, शास्त्री और दार्शनिक कहाँ है? क्या परमेश्वर ने इस संसार के ज्ञान को मूर्खतापूर्ण नहीं प्रमाणित किया है?