यदि मैं दुर्जन होऊं तो मुझे धिक्कार है! यदि मैं धार्मिक हूं तो भी मैं अपना सिर उठाने का साहस नहीं कर सकता; क्योंकि मैं अपमान की बाढ़ में डूब चुका हूं, मैं क्षण-क्षण पीड़ा की मार सह रहा हूं!
अय्यूब 10:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यद्यपि तू जानता है कि मैं दोषी नहीं हूं, और तेरे हाथ से मुझे छुड़ानेवाला कोई नहीं है? पवित्र बाइबल तू जानता है कि मैं निरपराध हूँ। किन्तु मुझे कोई भी तेरी शक्ति से बचा नही सकता। Hindi Holy Bible तुझे तो मालूम ही है, कि मैं दुष्ट नहीं हूँ, और तेरे हाथ से कोई छुड़ाने वाला नहीं! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तुझे तो मालूम ही है कि मैं दुष्ट नहीं हूँ, और तेरे हाथ से कोई छुड़ानेवाला नहीं! सरल हिन्दी बाइबल आपके ज्ञान के अनुसार सत्य यही है मैं दोषी नहीं हूं, फिर भी आपकी ओर से मेरे लिए कोई भी मुक्ति नहीं है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तुझे तो मालूम ही है, कि मैं दुष्ट नहीं हूँ, और तेरे हाथ से कोई छुड़ानेवाला नहीं! |
यदि मैं दुर्जन होऊं तो मुझे धिक्कार है! यदि मैं धार्मिक हूं तो भी मैं अपना सिर उठाने का साहस नहीं कर सकता; क्योंकि मैं अपमान की बाढ़ में डूब चुका हूं, मैं क्षण-क्षण पीड़ा की मार सह रहा हूं!
तुम यह कहते हो : “मेरा धर्म-सिद्धान्त पवित्र है; मैं परमेश्वर की दृष्टि में शुद्ध हूं।”
देखो, मैंने अपने मुकदमे की पूरी तैयारी कर ली है; मुझे निश्चय है कि मैं निर्दोष सिद्ध हो जाऊंगा।
किन्तु वह मेरा मार्ग भली-भांति जानता है; जब वह मुझे परख लेगा तब मैं कंचन जैसा शुद्ध प्रामाणित हूँगा।
‘यों परमेश्वर निर्दयता से उस पर विपत्तियाँ ढाहता है; दुर्जन उसके हाथ की पहुँच से वेगपूर्वक भागता है।
तो मैं परमेश्वर के सम्मुख क्या करूंगा जब वह न्याय के लिए उठेगा? जव वह मुझसे पूछताछ करेगा तब मैं उसको क्या उत्तर दूंगा?
‘काश! मेरा भी कोई हितैषी होता, जो मेरी बात सुनता! परमेश्वर की अदालत में मेरी यह अर्जी है : सर्वशक्तिमान परमेश्वर मेरा न्याय करे! काश! मेरा मुद्दई अभियोग-पत्र लिखता, और वह मेरे पास होता!
अय्यूब के तीनों मित्रों ने यह देखा कि अय्यूब अपनी दृष्टि में धार्मिक है; अत: अन्होंने उससे तर्क-वितर्क करना छोड़ दिया, और वे चुप हो गए।
क्या तू मेरे न्याय को व्यर्थ सिद्ध करेगा? तू स्वयं को निर्दोष ठहराकर मुझे दोषी प्रमाणित करेगा?
जब प्रभु अय्यूब से ये बातें कह चुका तब वह तेमान नगर के रहने वाले एलीपज से बोला, ‘मेरा क्रोध तेरे प्रति और तेरे दोनों मित्रों पर भड़क उठा है, क्योंकि तुमने मेरे विषय में सच्चाई को प्रकट नहीं किया, वरन् मेरे सेवक अय्यूब ने मेरी सच्चाई को प्रकट किया है।
यदि वह किसी से कुछ छीन ले तो कौन उसको रोक सकेगा? कौन उससे उत्तर मांग सकता है? कि यह तू क्या कर रहा है?
यद्यपि मैं हर दृष्टि से सिद्ध हूं, तो भी मुझे अपनी परवाह नहीं, मैं अपने जीवन से घृणा करता हूं।
सब धान-पसेरी! इसलिए मैं यह कहता हूं : परमेश्वर सिद्ध और असिद्ध दोनों को नष्ट कर देता है।
यदि तू मेरे हृदय को जांचता, यदि तू रात में मेरा निरीक्षण करता; यदि तू मुझे परखता, तो मुझमें तुझे कोई दुर्भाव नहीं मिलता। मेरी वाणी मर्यादा का उल्लंघन नहीं करती।
ओ परमेश्वर को भूलने वालो! इस बात को समझो− ऐसा न हो कि मैं तुम्हें सिंह के समान विदीर्ण करूं, और तुम्हें मुक्त करने वाला कोई न हो।
मैं ही परमेश्वर हूं, और भविष्य में भी मैं ही “वह” रहूंगा। मेरे हाथ से मुक्त करनेवाला कोई नहीं है। जो कार्य मैं सम्पन्न करता हूं, उसे कोई मिटा नहीं सकता।’
अब यदि तुम नरसिंगे, बांसुरी, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई और अन्य सब प्रकार के वाद्यों का स्वर सुनकर मेरे द्वारा स्थापित मूर्ति के सम्मुख गिरकर उसका सम्मान करने को तैयार हो, तो ठीक है; तुम्हारा अनिष्ट न होगा। पर यदि तुम मूर्ति के प्रति सम्मान प्रकट नहीं करोगे, तो तुम अविलम्ब धधकती हुई अग्नि की भट्ठी में फेंक दिए जाओगे। तब मैं देखूंगा कि कौन-सा ईश्वर तुम्हें मेरे हाथ से बचाएगा?’
अब मैं उसके प्रेमियों के सम्मुख उसके तन को उघाड़ूंगा, मेरे हाथ से उसे कोई न छुड़ा सकेगा।
मैं एफ्रइम के लिए एक सिंह हूं; यहूदा प्रदेश के लिए युवा सिंह हूं; मैं, हां मैं, उन्हें फाड़ दूंगा, मैं उन्हें मुंह में उठाकर ले जाऊंगा। उन्हें मुझसे कोई न छुड़ा सकेगा।
येशु ने तीसरी बार उससे कहा, “सिमोन, योहन के पुत्र! क्या तुम मुझे प्यार करते हो?” पतरस को इससे दु:ख हुआ कि उन्होंने तीसरी बार उससे यह पूछा, “क्या तुम मुझे प्यार करते हो?”। उसने येशु से कहा, “प्रभु! आप तो सब कुछ जानते हैं। आप जानते हैं कि मैं आप को प्यार करता हूँ।” येशु ने उससे कहा, “मेरी भेड़ों को चराओ।
हमें एक बात का गर्व है-हमारा अन्त:करण हमें विश्वास दिलाता है कि हमने मनुष्यों के साथ और विशेष कर आप लोगों के साथ जो व्यवहार किया है, वह संसार की बुद्धिमानी के अनुसार नहीं, बल्कि उस सच्चाई और ईमानदारी के अनुसार था जो परमेश्वर की कृपा का वरदान है।
अब मुझे देखो! मैं, हाँ मैं, वही हूँ! मेरे अतिरिक्त कोई ईश्वर नहीं है। मैं ही प्राण लेता हूँ, मैं ही जीवन देता हूँ। मैं ही घायल करता हूँ, मैं ही स्वस्थ करता हूँ। मेरे हाथ से छुड़ानेवाला कोई नहीं है।
आप, और परमेश्वर भी, इस बात के साक्षी हैं कि आप विश्वासियों के साथ हमारा आचरण कितना पवित्र, धार्मिक और निर्दोष था।
‘परमेश्वर परम शक्तिमान है! प्रभु ही परमेश्वर है! परमेश्वर परम शक्तिमान है! प्रभु ही परमेश्वर है। केवल वह जानता है कि हमने ऐसा क्यों किया। अब तुम भी इस्राएल में यह जान लो! यदि हमने यह कार्य विद्रोह की भावना से अथवा प्रभु के प्रति विश्वास-भंग करने के उद्देश्य से किया है तो आज तुम हमें जीवित मत रहने देना।