अब्राम अपना तम्बू उखाड़कर ममरे के बांज वृक्षों के पास, जो हेब्रोन नगर में थे, आकर रहने लगे। उन्होंने वहाँ प्रभु के लिए एक वेदी बनाई।
2 शमूएल 2:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसके पश्चात् दाऊद ने प्रभु से यह पूछा, ‘क्या मैं यहूदा प्रदेश के किसी नगर में जा सकता हूँ?’ प्रभु ने उसको उत्तर दिया, ‘जा।’ दाऊद ने फिर पूछा, ‘मैं किस नगर में जाऊं?’ प्रभु ने कहा, ‘हेब्रोन नगर को जा।’ पवित्र बाइबल बाद में दाऊद ने यहोवा से प्रार्थना की। दाऊद ने कहा, “क्या मुझे यहूदा के किसी नगर में जाना चाहिये?” यहोवा ने दाऊद से कहा, “जाओ।” दाऊद ने पूछा, “मुझे, कहाँ जाना चाहिये?” यहोवा ने उत्तर दिया, “हेब्रोन को।” Hindi Holy Bible इसके बाद दाऊद ने यहोवा से पूछा, कि क्या मैं यहूदा के किसी नगर में जाऊं? यहोवा ने उस से कहा, हां, जा। दाऊद ने फिर पूछा, किस नगर में जाऊं? उसने कहा, हेब्रोन में। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसके बाद दाऊद ने यहोवा से पूछा, “क्या मैं यहूदा प्रदेश के किसी नगर में जाऊँ?” यहोवा ने उससे कहा, “हाँ, जा।” दाऊद ने फिर पूछा, “किस नगर में जाऊँ?” उसने कहा, “हेब्रोन में।” सरल हिन्दी बाइबल इसके बाद दावीद ने याहवेह से यह पूछा, “क्या यहूदिया के किसी नगर को मेरा जाना सही होगा?” याहवेह ने उन्हें उत्तर दिया, “हां.” दावीद ने पूछा, “कौन सा नगर उपयुक्त होगा?” “हेब्रोन,” याहवेह ने उत्तर दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसके बाद दाऊद ने यहोवा से पूछा, “क्या मैं यहूदा के किसी नगर में जाऊँ?” यहोवा ने उससे कहा, “हाँ, जा।” दाऊद ने फिर पूछा, “किस नगर में जाऊँ?” उसने कहा, “हेब्रोन में।” |
अब्राम अपना तम्बू उखाड़कर ममरे के बांज वृक्षों के पास, जो हेब्रोन नगर में थे, आकर रहने लगे। उन्होंने वहाँ प्रभु के लिए एक वेदी बनाई।
जब याकूब ने उन्हें देखा तब वह बोला, ‘यह तो परमेश्वर की सेना है।’ अतएव उसने उस स्थान का नाम ‘महनईम’ रखा।
इस प्रकार चार वर्ष बीत गए। तब अबशालोम ने राजा दाऊद से कहा, ‘कृपाकर मुझे हेब्रोन नगर जाने दीजिए। मैंने हेब्रोन नगर में प्रभु की मन्नत मानी थी। मैं वहाँ अपनी मन्नत पूरी करूँगा।
दाऊद ने प्रभु से पूछा, ‘क्या मैं पलिश्तियों पर आक्रमण करूँ? क्या तू उन्हें मेरे हाथ में सौंप देगा?’ प्रभु ने दाऊद से कहा, ‘आक्रमण कर। मैं निश्चय ही पलिश्तियों को तेरे हाथ में सौंप दूँगा।’
दाऊद ने प्रभु से पूछा। प्रभु ने उससे कहा, ‘तू सामने से आक्रमण मत करना; बल्कि उनके पीछे से उन्हें घेरना, और मोखा वृक्षों के सामने से उन पर हमला करना।
दाऊद ने इस्राएलियों पर चालीस वर्ष तक राज्य किया। उसने सात वर्ष तक हेब्रोन नगर में, और तैंतीस वर्ष तक राजधानी यरूशलेम में राज्य किया था।
उन्होंने परमेश्वर के भवन के सेवा-कार्य के लिए पौने दो लाख किलो सोना, दस हजार स्वर्ण मुद्राएं, साढ़े तीन लाख किलो चांदी, छ: लाख किलो कांस्य तथा पैंतीस लाख किलो लोहा चढ़ाया।
सोराह, अय्यालोन और हेब्रोन। ये सब किलाबन्द नगर थे, और यहूदा तथा बिन्यामिन के कुल-क्षेत्रों में थे।
प्रभु, प्रात:काल अपनी करुणा के वचन मुझे सुना; मैं तुझपर ही भरोसा करता हूं। जिस मार्ग पर मुझे चलना चाहिए, प्रभु, वह मार्ग मुझे सिखा; क्योंकि मैं तेरा ही ध्यान करता हूं।
मैंने केवल एक वरदान प्रभु से मांगा है; मैं जीवन पर्यन्त प्रभु के घर में निवास करूँ, और प्रभु के सौन्दर्य को निहार सकूँ; उसके भवन में दर्शन करूँ। मैं इसी वरदान की खोज करूँगा।
स्वामी-प्रभु यों कहता है, ‘मैं इस्राएल वंशियों को अनुमति दूंगा कि वे मुझसे विनती करें और मैं उनके लिए उस कार्य को करूं। निस्सन्देह वे मुझसे विनती करेंगे, और मैं उनके मनुष्यों की संख्या भेड़-बकरियों की तरह बढ़ा दूंगा।
वे नेगेब क्षेत्र से होकर गए और उन्होंने हेब्रोन नगर में प्रवेश किया। वहाँ ऊंचे-ऊंचे अनक के वंशज अहीमन, शेशय और तलमय रहते थे। (हेब्रोन नगर मिस्र के सोअन नगर से सात वर्ष पूर्व बसा था।)
वह पुरोहित एलआजर के सम्मुख खड़ा हुआ करेगा, जो प्रभु के सम्मुख ऊरीम की न्याय-विधि के द्वारा उसके लिए मेरी इच्छा पूछा करेगा। उसके आदेश के अनुसार समस्त मंडली, समस्त इस्राएली लोग उसके मार्गदर्शन में बाहर जाएंगे और उसी के मार्गदर्शन में लौटेंगे।’
यहोशुअ को प्रभु द्वारा दिए गए वचन के अनुसार यहोशुअ ने यहूदा-वंशी लोगों की भूमि के मध्य कालेब बेन-यपून्ने को पैतृक-अधिकार के लिए भूमि प्रदान की। यह भाग अनक के पिता अर्बा का नगर हेब्रोन था।
इस्राएली लोगों ने यहोशुअ की मृत्यु के पश्चात् प्रभु से यह पूछा : ‘हममें से कौन कुल सर्वप्रथम कनान देश के निवासियों पर चढ़ाई करेगा, और उनसे युद्ध करेगा?’
उन्होंने प्रभु से फिर पूछा, ‘क्या वह यहाँ आया है?’ प्रभु ने उत्तर दिया, ‘देखो, उसने स्वयं को सामान में छिपा लिया है।’
अत: दाऊद ने प्रभु से यह पूछा ‘क्या मैं जाऊं और इन पलिश्तियों पर आक्रमण करूँ?’ प्रभु ने दाऊद को उत्तर दिया, ‘जा, और पलिश्तियों पर आक्रमण कर। कईलाह नगर को बचा’
दाऊद ने प्रभु से फिर पूछा। प्रभु ने उसे उत्तर दिया, ‘उठ! कईलाह नगर को जा! मैं पलिश्ती सैनिकों को तेरे हाथ में सौंप दूँगा’
हेब्रोन। उन सब नगरों के धर्मवृद्धों को भी दाऊद ने उपहार भेजा जहां वह और उसके सैनिक प्राय: जाते थे।