उसने अबीशय से कहा, ‘यदि सीरियाई मुझसे अधिक शक्तिशाली सिद्ध होंगे तो तुम मेरी सहायता करने के लिए आना। यदि अम्मोनी सैनिक तुमसे अधिक शक्तिशाली सिद्ध होंगे तो मैं आकर तुम्हारी सहायता करूँगा।
2 शमूएल 18:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सैनिकों ने कहा, ‘महाराज, आप नगर के बाहर नहीं जाएँगे। यदि हमें भागना पड़ेगा तो शत्रु हमारी ओर ध्यान नहीं देंगे। सेना के आधे सैनिक वीरगति प्राप्त करेंगे, तो भी वे हमारी ओर ध्यान नहीं देंगे। परन्तु महाराज, आप दस हजार सैनिकों के बराबर हैं। इसलिए, अच्छा यह होगा कि आप नगर में ठहर कर यहाँ से हमें सहायता भेजें।’ पवित्र बाइबल किन्तु लोगों ने कहा, “नहीं! आपको हमारे साथ नहीं जाना चाहिये। क्यों? क्योंकि यदि हम लोग युद्ध से भागे तो अबशालोम के सैनिक परवाह नहीं करेंगे। यदि हम आधे मार दिये जाएं तो भी अबशालोम के सैनिक परवाह नहीं करेंगे। किन्तु आप हम लोगों के दस हजार के बराबर हैं। आपके लिये अच्छा है कि आप नगर में रहें। तब, यदि हमें मदद की आवश्यकता पड़े तो आप सहायता कर सकें।” Hindi Holy Bible लोगों ने कहा, तू जाने न पाएगा। क्योंकि चाहे हम भाग जाएं, तौभी वे हमारी चिन्ता न करेंगे; वरन चाहे हम में से आधे मारे भी जाएं, तौभी वे हमारी चिन्ता न करेंगे। क्योंकि हमारे सरीखे दस हज़ार पुरुष हैं; इसलिये अच्छा यह है कि तू नगर में से हमारी सहायता करने को तैयार रहे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) लोगों ने कहा, “तू जाने न पाएगा। क्योंकि चाहे हम भाग जाएँ, तौभी वे हमारी चिन्ता न करेंगे; वरन् चाहे हम में से आधे मारे भी जाएँ, तौभी वे हमारी चिन्ता न करेंगे। परन्तु तू हमारे सरीखे दस हज़ार पुरुषों के बराबर है; इसलिये अच्छा यह है कि तू नगर में से हमारी सहायता करने को तैयार रहे।” सरल हिन्दी बाइबल मगर सैनिकों ने विरोध किया, “नहीं, आपका हमारे साथ जाना सही नहीं है. यदि हमें भागना ही पड़ जाए, तो उन्हें तो हमारी कोई परवाह नहीं है. यदि हम आधे मार दिये जाए तो भी अबशालोम के सैनिक परवाह नहीं करेंगे. मगर आपका महत्व हम जैसे दस हज़ार के बराबर है. तब इस स्थिति में ठीक यही है कि आप नगर में रहते हुए ही हमारा समर्थन करें.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 लोगों ने कहा, “तू जाने न पाएगा। क्योंकि चाहे हम भाग जाएँ, तो भी वे हमारी चिन्ता न करेंगे; वरन् चाहे हम में से आधे मारे भी जाएँ, तो भी वे हमारी चिन्ता न करेंगे। परन्तु तू हमारे जैसे दस हजार पुरुषों के बराबर हैं; इसलिए अच्छा यह है कि तू नगर में से हमारी सहायता करने को तैयार रहे।” |
उसने अबीशय से कहा, ‘यदि सीरियाई मुझसे अधिक शक्तिशाली सिद्ध होंगे तो तुम मेरी सहायता करने के लिए आना। यदि अम्मोनी सैनिक तुमसे अधिक शक्तिशाली सिद्ध होंगे तो मैं आकर तुम्हारी सहायता करूँगा।
जब तक वह थका-मांदा और उत्साह-हीन है, मैं उस पर हमला करूँगा। उसे भय से आतंकित कर दूँगा। उसके साथ के लोग भाग जाएँगे। राजा अकेला रह जाएगा। तब मैं उस पर वार करूँगा।
परन्तु सरूयाह का पुत्र अबीशय राजा दाऊद की सहायता करने के लिए पहुँच गया। वह पलिश्ती पर टूट पड़ा। अबीशय ने उसको मार डाला। तब दाऊद के सैनिकों ने उसे शपथ दिलाई, ‘आप हमारे साथ युद्ध पर अब नहीं जाएँगे। ऐसा न हो कि इस्राएली राष्ट्र का दीपक बुझ जाए।’
सीरिया के राजा ने अपनी रथ-सेना के बत्तीस सेना-नायकों को यह आदेश दिया था, ‘तुम इस्राएली सेना के छोटे-बड़े सैन्य-अधिकारियों से युद्ध मत करना, केवल इस्राएल प्रदेश के राजा से करना!’
हमारा प्राण, प्रभु का अभिषिक्त राजा बन्दी बना लिया गया; और वह उनके गड्ढों में डाल दिया गया। हम अपने राजा के विषय में यह कहते थे: ‘हम महाराज की छत्रछाया में पृथ्वी के राष्ट्रों के मध्य जीवित रहेंगे।’
‘ओ मेरी तलवार, जाग! मेरे चरवाहे पर, मेरे समीप खड़े हुए व्यक्ति पर प्रहार कर!’ स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यों कहा है: ‘चरवाहे पर प्रहार कर, जिससे भेड़ें तितर-बितर हो जाएं। मैं भेड़ों के बच्चों पर हाथ उठाऊंगा।’
वे नृत्य करती हुई गा-गा कर एक-दूसरे से यह कह रही थीं : ‘शाऊल ने मारा हजारों को, पर दाऊद ने मारा लाखों को!’