Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




विलापगीत 4:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

20 हमारा प्राण, प्रभु का अभिषिक्‍त राजा बन्‍दी बना लिया गया; और वह उनके गड्ढों में डाल दिया गया। हम अपने राजा के विषय में यह कहते थे: ‘हम महाराज की छत्रछाया में पृथ्‍वी के राष्‍ट्रों के मध्‍य जीवित रहेंगे।’

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

20 वह राजा जो हमारी नाकों के भीतर हमारा प्राण था, गर्त में फँसा लिया गया था; वह राजा ऐसा व्यक्ति था जिसे यहोवा ने स्वयं चुना था। राजा के बारे में हमने कहा था, “उसकी छत्र छाया में हम जीवित रहेंगे, उसकी छाया में हम जातियों के बीच जीवित रहेंगे।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

20 यहोवा का अभिषिक्त जो हमारा प्राण था, और जिसके विषय हम ने सोचा था कि अन्यजातियों के बीच हम उसकी शरण में जीवित रहेंगे, वह उनके खोदे हुए गड़हों में पकड़ा गया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

20 यहोवा का अभिषिक्‍त जो हमारा प्राण था, और जिसके विषय हम ने सोचा था कि अन्यजातियों के बीच हम उसकी शरण में जीवित रहेंगे, वह उनके खोदे हुए गड़हों में पकड़ा गया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

20 याहवेह द्वारा अभिषिक्त, हमारे जीवन की सांस उनके फन्दों में जा फंसे. हमारा विचार तो यह रहा था, कि उनकी छत्रछाया में हम राष्ट्रों के मध्य निवास करते रहेंगे.

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

20 यहोवा का अभिषिक्त जो हमारा प्राण था, और जिसके विषय हमने सोचा था कि अन्यजातियों के बीच हम उसकी शरण में जीवित रहेंगे, वह उनके खोदे हुए गड्ढों में पकड़ा गया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि




विलापगीत 4:20
27 क्रॉस रेफरेंस  

तब प्रभु परमेश्‍वर ने मनुष्‍य को भूमि की मिट्टी से गढ़ा तथा उसके नथुनों में जीवन का श्‍वास फूँका और मनुष्‍य एक जीवित प्राणी बन गया।


अब, यदि मैं अपने पिता, आपके सेवक, के पास जाऊं और लड़का हमारे साथ नहीं हो, और वह देखें कि लड़का हमारे साथ नहीं है, तो वह मर जाएँगे; क्‍योंकि उनके प्राण तो लड़के में अटके हैं। अत: हम अपने वृद्ध पिता को शोक-सन्‍तप्‍त दशा में ही अधोलोक पहुँचा देंगे।


दाऊद ने उससे कहा, ‘तुमने प्रभु के अभिषिक्‍त राजा का वध करने के लिए उस पर हाथ उठाया, और तुम नहीं डरे?’


‘ओ गिलबोअ पहाड़ियो! तुम पर ओस न गिरे, वर्षा न हो। ओ मैदानो, तुम विश्‍वासघाती हो। योद्धाओं की ढालें अशुद्ध हो गईं। शाऊल की ढाल तेल से अभिसंचित नहीं हुई;


सैनिकों ने कहा, ‘महाराज, आप नगर के बाहर नहीं जाएँगे। यदि हमें भागना पड़ेगा तो शत्रु हमारी ओर ध्‍यान नहीं देंगे। सेना के आधे सैनिक वीरगति प्राप्‍त करेंगे, तो भी वे हमारी ओर ध्‍यान नहीं देंगे। परन्‍तु महाराज, आप दस हजार सैनिकों के बराबर हैं। इसलिए, अच्‍छा यह होगा कि आप नगर में ठहर कर यहाँ से हमें सहायता भेजें।’


सरूयाह के पुत्र अबीशय ने उत्तर दिया, ‘शिमई ने प्रभु के अभिषिक्‍त राजा को अपशब्‍द कहे थे, इसलिए उसे इस अपराध के बदले में निश्‍चय ही मृत्‍यु-दण्‍ड मिलना चाहिए।’


नबी यिर्मयाह ने भी राजा योशियाह की स्‍मृति में एक शोक गीत रचा था। आज भी लोक गायक और गायिकाएं अपने शोकगीतों में योशियाह का उल्‍लेख करते हैं। योशियाह के सम्‍बन्‍ध में शोकगीत गाना वास्‍तव में एक प्रथा बन गया है। ये शोकगीत “विलाप गीत” की पुस्‍तक में लिखे हुए हैं।


राजा और प्रशासक जनता के लिए मानो आंधी से छिपने का आश्रय-स्‍थल तूफान से बचने का आड़-स्‍थल होंगे। वे मानो निर्जल प्रदेश में जल के झरने उत्तप्‍त भूमि में विशाल चट्टान की छाया होंगे।


किन्‍तु कसदी सेना ने उनका पीछा किया, और यरीहो के मैदान में सिदकियाह को पकड़ लिया। वे उसको बन्‍दी बना कर हमात देश के रिबला नगर में ले गए, और बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्‍सर के सामने पेश किया। नबूकदनेस्‍सर ने वहां सिदकियाह को दण्‍ड दिया।


किन्‍तु कसदी-सेना ने उनका पीछा किया, और यरीहो के मैदान में राजा सिदकियाह को पकड़ लिया। राजा सिदकियाह के सैनिक उसको छोड़कर भाग गए।


कसदी सैनिक राजा सिदकियाह को बन्‍दी बना कर हमात देश के रिबलाह नगर में ले गए। उस समय बेबीलोन का राजा वहां था। उसने सिदकियाह को सजा सुनाई।


उसके प्रवेश-द्वार भूमि में धंस गए; प्रभु ने उसकी अर्गलाएँ टुकड़े-टुकड़े कर दीं। उसका राजा और प्रशासक विदेशी राष्‍ट्रों में निर्वासित हैं। व्‍यवस्‍था की मान्‍यता नहीं रहीं; नबियों को प्रभु की ओर से दर्शन नहीं मिलता।


मैं उस पर अपना जाल फेंकूंगा, और वह मेरे फंदे में फंस जाएगा। मैं उसको कसदी देश की राजधानी बेबीलोन में लाऊंगा, लेकिन वह उसको न देख सकेगा (क्‍योंकि वह अंधा कर दिया जाएगा) और वहीं मर जाएगा।


उसने बेबीलोन के राजा के वचन को तुच्‍छ समझा, सन्‍धि की शर्तों का उल्‍लंघन किया; उसने हाथ पर हाथ रख वचन दिया था कि वह बेबीलोन के राजा के अधीन रहेगा, तो भी उसने विद्रोह के ये कार्य किए, इसलिए वह प्राण बचाकर भाग नहीं सकेगा।


वे भी उसके साथ अधोलोक में जाएंगे। वहां जाएंगे, जहां तलवार से वध किए हुए मृतक पड़े होंगे। उसके पतन से उसकी छाया में रहनेवाले राष्‍ट्र भी नष्‍ट हो जाएंगे।


उसकी पत्तियां दिखने में सुन्‍दर थीं और वह फलों से लदा था। उसमें इतने फल थे कि सब प्राणी उनको खाकर तृप्‍त हो सकते थे। उसकी छांव में सब वन-पशु बसेरा कर रहे थे। उसकी शाखाओं पर आकाश के पक्षियों ने घोंसले बना लिए थे। पृथ्‍वी के प्राणी उसका फल खाकर अपना भरण-पोषण करते थे।


तुझे बचानेवाला तेरा राजा कहां है? तेरी रक्षा करनेवाले तेरे शासक कहां हैं; जिनके विषय में तूने मुझसे कहा था, ‘हमें राजा दे; हमें शासक दे’?


कांटेदार झाड़ी ने उनसे कहा, “यदि तुम सचमुच मुझे अपने ऊपर राजा अभिषिक्‍त कर रहे हो तो आओ, मेरी छाया में आश्रय लो। यदि नहीं, तो मुझ कांटेदार झाड़ी से आग निकले और लबानोन प्रदेश के देवदार वृक्षों को भस्‍म कर दे।”


मैं तुम्‍हारे सामने प्रस्‍तुत हूँ : प्रभु और उसके अभिषिक्‍त राजा के सम्‍मुख साक्षी दो। मैंने किस व्यक्‍ति का बैल लिया? मैंने किस व्यक्‍ति का गधा लिया? मैंने किस व्यक्‍ति का दमन अथवा उस पर अत्‍याचार किया? क्‍या मैंने कभी किसी के हाथ से घूस ली? यदि तुम्‍हारी साक्षी सच होगी तो मैं उसको तुम्‍हें लौटा दूँगा।’


शमूएल ने कहा, ‘प्रभु तुम्‍हारा साक्षी है! आज प्रभु का अभिषिक्‍त राजा साक्षी है कि तुमने मेरे हाथ में कुछ भी नहीं पाया।’ उन्‍होंने कहा, ‘प्रभु साक्षी है!’


वे आए। शमूएल ने यिशय के पुत्र एलीअब को देखा। शमूएल ने हृदय में कहा, ‘निस्‍सन्‍देह! प्रभु के सम्‍मुख उसका अभिषिक्‍त राजा खड़ा है।’


आज आपने स्‍वयं अपनी आँखों से यह देखा कि प्रभु ने गुफा में आपको मेरे हाथ में सौंप दिया था। मेरे सैनिकों ने मुझसे कहा भी था कि मैं आपका वध कर दूँ। परन्‍तु मैंने आपको छोड़ दिया। मैंने उनसे कहा, “मैं अपने स्‍वामी पर हाथ नहीं उठाऊंगा; क्‍योंकि वह प्रभु के अभिषिक्‍त राजा हैं” ।


दाऊद ने अपने सैनिकों से कहा, ‘प्रभु मुझे यह कार्य करने से रोके कि मैं अपने स्‍वामी के साथ ऐसा व्‍यवहार करूं। मैं प्रभु के अभिषिक्‍त राजा पर हाथ नहीं उठाऊंगा। शाऊल प्रभु के अभिषिक्‍त राजा हैं।’


यह काम, जो तुमने किया, अच्‍छा नहीं है। जीवन्‍त प्रभु की सौगन्‍ध! तुम लोग मृत्‍यु-दण्‍ड के पात्र हो। तुमने अपने स्‍वामी, प्रभु के अभिषिक्‍त राजा पर पहरा नहीं दिया। अब देखो, महाराज का भाला कहां है? उनके सिरहाने की पानी की सुराही कहां है?’


दाऊद ने अबीशय से कहा, ‘शाऊल का वध मत करो। कौन व्यक्‍ति प्रभु के अभिषिक्‍त राजा पर हाथ उठा कर निर्दोष रह सकता है?’


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों