2 शमूएल 1:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तीसरे दिन एक मनुष्य शाऊल के शिविर से आया। वह मृत्यु-शोक प्रकट करने के लिए फटे वस्त्र पहिने हुए था और अपने सिर पर धूल डाले हुए था। वह दाऊद के पास आया। उसने भूमि पर गिरकर दाऊद का अभिवादन किया। पवित्र बाइबल तीसरे दिन एक युवक सिकलग आया। वह व्यक्ति उस डेरे से आया जहाँ शाऊल था। उस व्यक्ति के वस्त्र फटे थे और उसके सिर पर धूलि थी। वह व्यक्ति दाऊद के पास आया। उसने दाऊद के सामने मूहँ के बल गिरकर दण्डवत् किया। Hindi Holy Bible तब तीसरे दिन ऐसा हुआ कि छावनी में से शाऊल के पास से एक पुरुष कपड़े फाड़े सिर पर धूली डाले हुए आया। और जब वह दाऊद के पास पहुंचा, तब भूमि पर गिरा और दण्डवत् किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब तीसरे दिन ऐसा हुआ कि शाऊल की छावनी में से एक पुरुष कपड़े फाड़े सिर पर धूल डाले हुए आया। जब वह दाऊद के पास पहुँचा, तब भूमि पर गिरा और उसको दण्डवत् की। सरल हिन्दी बाइबल तीसरे दिन शाऊल के शिविर से एक व्यक्ति वहां आया उसके वस्त्र फटे हुए थे और उसके केशों में धूल समाई हुई थी. जब वह दावीद के निकट पहुंचा, उसने दंडवत हो उनका अभिवादन किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब तीसरे दिन ऐसा हुआ कि शाऊल की छावनी में से एक पुरुष कपड़े फाड़े सिर पर धूल डाले हुए आया। जब वह दाऊद के पास पहुँचा, तब भूमि पर गिरा और दण्डवत् किया। |
जब रूबेन गड्ढे की ओर लौटा और देखा कि यूसुफ गड्ढे में नहीं है तब उसने अपने वस्त्र फाड़े।
याकूब ने अपने वस्त्र फाड़े। उन्होंने कमर पर टाट का वस्त्र लपेटा, और बहुत दिन तक अपने पुत्र के लिए शोक मनाया।
उन्होंने उत्तर दिया, ‘आपके सेवक, हमारे पिता, सकुशल हैं। वह अब तक जीवित हैं।’ उन्होंने सिर झुकाकर पुन: अभिवादन किया।
दाऊद ने उससे पूछा, ‘तुम कहाँ से आए हो?’ उसने उसको उत्तर दिया, ‘मैं इस्राएली पड़ाव से भाग कर आया हूँ।’
तब तामार ने शोक प्रकट करने के लिए अपने सिर पर राख डाली। अपना बाहोंवाला कुरता, जिसको वह पहिने हुए थी, फाड़ दिया। उसने अपना हाथ सिर पर रखा, और उच्च स्वर में रोती हुई चली गई।
तकोआह नगर की स्त्री राजा दाऊद के पास गई। उसने सिर झुकाकर अभिवादन किया। वह बोली, ‘महाराज की दुहाई!’
जब दाऊद पर्वत के शिखर पर पहुँचा, जहाँ परमेश्वर की आराधना की जाती थी, तब दाऊद का मित्र हूशय जो अर्की जाति का था, उससे भेंट करने के लिए आया। उसका अंगरखा फटा हुआ था। उसके सिर पर धूल थी।
अरौनाह ने टीले से नीचे देखा। उसने देखा कि राजा और उसके राज-कर्मचारी उसकी ओर आ रहे हैं। वह खलियान से बाहर निकला। वह भूमि पर मुँह के बल गिरा, और राजा का अभिवादन किया।
मुझे किसी ने बताया, “महाराज शाऊल मर गए!” वह सोचता था कि उसने मुझे शुभ सन्देश सुनाया है। परन्तु मैंने उसको पकड़ा और सिक्लग नगर में उसका वध कर दिया। मैंने उसके शुभ सन्देश का उसको यह “पुरस्कार” दिया।
‘जाओ, और शूशन नगर के सब यहूदियों को एकत्र करो, और मेरे लिए सामूहिक उपवास करो। तीन दिन और रात न भोजन करना, और न पानी पीना। तुम्हारे समान मैं भी अपनी सखियों के साथ उपवास करूंगी। तब मैं महाराज के पास जाऊंगी, यद्यपि ऐसा करना नियम के विरुद्ध होगा। यदि मुझे मरना ही पड़ेगा तो मैं मर जाऊंगी।’
तीसरे दिन एस्तर ने अपने राजसी वस्त्र पहिने और सम्राट क्षयर्ष के भवन के सम्मुख महल के अन्त:पुर में उपस्थित हुई। सम्राट महल में प्रवेश-द्वार के सामने अपने सिंहासन पर बैठा था।
परमेश्वर से यह कहो, “तेरे कार्य कितने भयप्रद हैं। तेरे असीम बल के कारण तेरे शत्रु तेरे सन्मुख घुटने टेकते हैं।
वे तुझको जल में डूबता हुआ देख जोर-जोर से चिल्ला रहे हैं; वे फूट-फूटकर रो रहे हैं। वे शोक प्रकट कर रो रहे हैं। वे अपने सिर पर धूल डाल रहे हैं, और राख में लोट रहे हैं।
दो दिन पश्चात् वह हमें पुनर्जीवित करेगा, और तीसरे दिन वह हमें खड़ा कर देगा, ताकि हम उसके सम्मुख जीवित रहें।
अपने वस्त्र नहीं, वरन् अपना हृदय विदीर्ण करो।’ ओ यहूदा देश, अपने प्रभु परमेश्वर की ओर लौट। वह कृपालु और दयालु है। वह विलम्ब क्रोधी और महा करुणा सागर है। वह दु:ख देकर पछताता है।
जिस प्रकार योना तीन दिन और तीन रात मच्छ के पेट में रहा, उसी प्रकार मानव-पुत्र भी तीन दिन और तीन रात पृथ्वी के गर्भ में रहेगा।
उस समय से येशु अपने शिष्यों को यह समझाने लगे कि “मुझे यरूशलेम जाना ही होगा। यह अनिवार्य है कि मैं वहाँ धर्मवृद्धों, महापुरोहितों और शास्त्रियों के हाथ से बहुत दु:ख उठाऊं, मार डाला जाऊं और तीसरे दिन जीवित हो उठूँ।”
यहोशुअ ने पराजय का शोक प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े। वह सन्ध्या होने तक प्रभु की मंजूषा के सम्मुख भूमि पर औंधे मुंह पड़ा रहा। ऐसा ही इस्राएलियों के धर्मवृद्धों ने भी किया। उन्होंने दु:ख प्रकट करने के लिए अपने सिर पर धूल डाली।
देखो, शैतान के सभागृह के उन सदस्यों को, जो अपने को यहूदा-वासी कहते हैं, किन्तु यहूदा के नहीं हैं और झूठ बोलते हैं, मैं उनको बाध्य करूँगा कि वे आ कर तुम्हारे चरणों पर गिरें और यह जानें कि मैं तुम से प्रेम करता हूँ।
लड़का चला गया। दाऊद पत्थर के ढेर के पास से उठा। उसने भूमि की ओर झुककर योनातन का तीन बार अभिवादन किया। तत्पश्चात् उन्होंने एक-दूसरे का चुम्बन लिया। वे एक-दूसरे के गले लगकर रोए। दाऊद बहुत रोता रहा।
अबीगइल ने दाऊद को देखा। वह तुरन्त गधे से नीचे उतरी और दाऊद के सामने मुंह के बल गिरी। उसने भूमि की ओर झुककर दाऊद का अभिवादन किया।
बिन्यामिन कुल का एक सैनिक युद्ध भूमि से भागा। वह उसी दिन शिलोह पहुँचा। उसके वस्त्र फटे हुए थे। सिर पर धूल थी।
सैनिक ने एली से कहा, ‘मैं ही युद्ध-भूमि से आनेवाला व्यक्ति हूँ। मैं आज ही युद्ध-भूमि से भाग कर आया हूँ।’ एली ने पूछा, ‘पुत्र, युद्ध का क्या समाचार है?’