उस देश में अकाल पड़ा था। अब्राम मिस्र देश में प्रवास करने के लिए चले गए, क्योंकि देश में भयंकर अकाल था।
2 राजाओं 8:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिस महिला के मृत पुत्र को एलीशा ने पुनर्जीवित किया था, उसको एलीशा ने यह सलाह दी, “तैयार रहो, और अपने परिवार के साथ यहां से चली जाओ। जिस देश में तुम प्रवास कर सकती हो, वहाँ प्रवास करो; क्योंकि प्रभु ने अकाल को आमन्त्रित किया है। इस देश में सात वर्ष तक अकाल पड़ेगा।’ पवित्र बाइबल एलीशा ने उस स्त्री से बातें कीं जिसके पुत्र को उसने जीवित किया था। एलिशा ने कहा, “तुम्हें और तुम्हारे परिवार को किसी अन्य देश में चले जाना चाहिये। क्यों क्योंकि यहोवा ने निश्चय किया है कि यहाँ भुखमरी का समय आएगा। इस देश में यह भूखमरी का समय सात वर्ष का होगा।” Hindi Holy Bible जिस स्त्री के बेटे को एलीशा ने जिलाया था, उस से उसने कहा था कि अपने घराने समेत यहां से जा कर जहां कहीं तू रह सके वहां रह; क्योंकि यहोवा की इच्छा है कि अकाल पड़े, और वह इस देश में सात वर्ष तक बना रहेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जिस स्त्री के बेटे को एलीशा ने जिलाया था, उससे उसने कहा था कि अपने घराने समेत यहाँ से जाकर जहाँ कहीं तू रह सके वहाँ रह; क्योंकि यहोवा की इच्छा है कि अकाल पड़े, और वह इस देश में सात वर्ष तक बना रहेगा। सरल हिन्दी बाइबल एलीशा ने जिस स्त्री के पुत्र को जीवित किया था, उससे वह कह चुके थे, “यहां से अपनी गृहस्थी लेकर जहां चाहे वहां चली जाओ! क्योंकि याहवेह की ओर से इस देश पर एक अकाल भेजा जा रहा है और जिसकी अवधि सात साल की होगी.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जिस स्त्री के बेटे को एलीशा ने जिलाया था, उससे उसने कहा था कि अपने घराने समेत यहाँ से जाकर जहाँ कहीं तू रह सके वहाँ रह; क्योंकि यहोवा की इच्छा है कि अकाल पड़े, और वह इस देश में सात वर्ष तक बना रहेगा। |
उस देश में अकाल पड़ा था। अब्राम मिस्र देश में प्रवास करने के लिए चले गए, क्योंकि देश में भयंकर अकाल था।
देश में अकाल पड़ा। यह अब्राहम के समय के अकाल से भिन्न था। अतएव इसहाक पलिश्ती जाति के राजा अबीमेलक के पास गरार नगर गए।
यूसुफ ने फरओ से कहा, ‘आपके दोनों स्वप्न एक ही हैं। जो कार्य परमेश्वर करने वाला है, उसे उसने आप पर प्रकट किया है।
आपको एक ही स्वप्न दो बार इसलिए दिखाई दिया कि परमेश्वर द्वारा यह बात निश्चित की जा चुकी है, और वह उसे शीघ्र ही कार्यरूप में परिणत करेगा।
अकाल के सात वर्षों का आगमन होने लगा, जैसा यूसुफ ने कहा था। सब देशों में अकाल था किन्तु मिस्र देश में अन्न था।
उन्होंने फरओ से यह भी कहा, हम मिस्र देश में प्रवास करने के लिए आए हैं। कनान देश में भयंकर अकाल पड़ा है। इसलिए आपके सेवकों को भेड़-बकरी के लिए चारा नहीं रहा। अब कृपया अपने सेवकों को गोशेन प्रदेश में रहने की अनुमति दीजिए।’
दाऊद के राज्य-काल में लगातार तीन वर्ष तक अकाल पड़ा। दाऊद ने प्रभु से इसका कारण पूछा। प्रभु ने कहा, ‘शाऊल और उसके राज-परिवार पर हत्या का दोष है, क्योंकि उसने गिबओनी जाति के लोगों का वध किया था।’
अत: गाद दाऊद के पास आया। उसने यह बात दाऊद को बताई। उसने दाऊद से कहा, ‘क्या आप चाहते हैं कि आपके देश में तीन वर्ष तक अकाल पड़े? या आप तीन महीने तक अपने बैरियों के कारण, जो आपका पीछा करेंगे, भागते रहें? अथवा क्या आप पसन्द करेंगे कि आपके देश पर तीन दिन तक महामारी का प्रकोप हो? अब आप सोच-विचार कर निर्णय दीजिए कि मैं लौट कर अपने भेजने वाले को उत्तर दूँ।’
गिलआद प्रदेश में तिश्बे नामक एक नगर था। इस नगर के रहनेवाले एलियाह ने अहाब से कहा, ‘जिस इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के सम्मुख मैं सेवारत रहता हूं, उस जीवंत प्रभु की सौगन्ध! जब तक मैं नहीं कहूंगा, तब तक इन वर्षों में न ओस गिरेगी और न वर्षा होगी।’
अतएव एलियाह राजा अहाब के सम्मुख स्वयं को प्रकट करने के लिए गए। उस समय सामरी नगर में भयंकर अकाल था।
शूनेमवासी महिला का पुत्र बड़ा हुआ। एक दिन वह अपने पिता के पास गया, जो फसल काटने वालों के साथ था।
एलीशा ने गेहजी को बुलाया। उन्होंने उससे कहा, ‘बालक की मां को बुला।’ गेहजी ने उसे बुलाया। वह एलीशा के पास आई। एलीशा ने कहा, ‘अपने पुत्र को उठा ले।’
एलीशा गिलगाल नगर को लौट गए। उस समय देश में अकाल था। एक दिन नबियों का दल एलीशा के सम्मुख बैठा था। एलीशा ने अपने सेवक से कहा, ‘चूल्हे पर हण्डा चढ़ा, और नबियों के लिए भोजन तैयार कर।’
अत: शूनेमवासी महिला तत्पर हुई। जैसा परमेश्वर के जन एलीशा ने उससे कहा था, वैसा ही उसने किया। वह अपने परिवार के साथ पलिश्ती देश को चली गई। वह वहां सात वर्ष तक प्रवास करती रही।
देखो, जो नगर मेरे नाम से प्रसिद्ध है, उस का मैं अनिष्ट करनेवाला हूं, तो क्या तुम मेरे दण्ड से बच जाओगे? कदापि नहीं। तुम नहीं बच सकते। स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : मैं पृथ्वी के समस्त निवासियों को नष्ट करने के लिए शत्रु की तलवार को बुला रहा हूं।”
मैं तुम्हारे जीवन का आधार चूर-चूर कर दूंगा। दस स्त्रियां एक ही तन्दूर पर रोटियां बनाएंगी, और वे तुम्हें रोटी तौल-तौलकर देंगी। तुम रोटियां खाओगे, पर तृप्त नहीं होगे।
‘मैंने तुम्हारे नगरों में अकाल का प्रकोप भेजा; तुम्हारे सब स्थानों में भोजन का अभाव किया, फिर भी तुम मेरी ओर नहीं लौटे।’ प्रभु ने यह कहा है।
मैंने मैदान और पहाड़ों पर अकाल को प्रेषित किया है। मैंने अन्न, अंगूर के रस और तेल का, तथा भूमि पर उपजनेवाली सब प्रकार की वनस्पति का अकाल किया है। मैंने मनुष्य और पशु पर, उनके कामों और परिश्रम पर सूखा डाला है।’
भारी भूकम्प होंगे; जहाँ-तहाँ अकाल पड़ेंगे और महामारियाँ फैलेंगी। आतंकित करने वाले दृश्य दिखाई देंगे और आकाश में महान् चिह्न प्रकट होंगे।
सच्चाई की बात तो यह है कि नबी एलियाह के दिनों में जब साढ़े तीन वर्षों तक पानी नहीं बरसा और सारे देश में घोर अकाल पड़ा था, तो उस समय इस्राएल देश में बहुत-सी विधवाएँ थीं।
उन में एक, जिसका नाम अगबुस था, उठ खड़ा हुआ और आत्मा की प्रेरणा से बोला कि सारी पृथ्वी पर घोर अकाल पड़ने वाला है। यह अकाल वास्तव में सम्राट क्लौदियुस के राज्यकाल में पड़ा।
जब शासक इस्राएलियों पर शासन करते थे तब उनके देश में अकाल पड़ा। एक इस्राएली पुरुष यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर से मोआब देश में प्रवास करने के लिए चला गया। उसके साथ उसकी पत्नी और दो पुत्र भी गए।