समस्त देश उच्च स्वर में रो पड़ा। राजा दाऊद किद्रोन घाटी में खड़ा था, और सब लोग उसके सामने से गुजरते हुए निर्जन प्रदेश की ओर चले गए।
2 राजाओं 23:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा ने महापुरोहित हिल्कियाह, उपपुरोहितों और द्वारपालों को आदेश दिया कि वे उन सब पात्रों को प्रभु के मन्दिर से बाहर निकाल दें जो बअल देवता, अशेराह देवी तथा आकाश की प्राकृतिक शक्तियों के लिए बनाए गए थे। तत्पश्चात् उसने उनको यरूशलेम नगर के बाहर किद्रोन घाटी में जला दिया, और वह उनकी राख बेत-एल की वेदी को ले गया। पवित्र बाइबल तब राजा ने महायाजक हिलकिय्याह, अन्य याजकों और द्वारपालों को बाल, अशेरा और आकाश के नक्षत्रों के सम्मान के लिये बनी सभी चीज़ों को यहोवा के मन्दिर के बाहर लाने का आदेश दिया। तब योशिय्याह ने उन सभी को यरूशलेम के बाहर किद्रोन के खेतों में जला दिया। तब राख को वे बेतेल ले गए। Hindi Holy Bible तब राजा ने हिलकिय्याह महायाजक और उसके नीचे के याजकों और द्वारपालों को आज्ञा दी कि जितने पात्र बाल और अशेरा और आकाश के सब गण के लिये बने हैं, उन सभों को यहोवा के मन्दिर में से निकाल ले आओ। तब उसने उन को यरूशलेम के बाहर किद्रोन के खेतों में फूंक कर उनकी राख बेतेल को पहुंचा दी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब राजा ने हिलकिय्याह महायाजक और उसके नीचे के याजकों और द्वारपालों को आज्ञा दी कि जितने पात्र बाल और अशेरा और आकाश के सारे गणों के लिये बने हैं, उन सभों को यहोवा के मन्दिर में से निकाल ले आओ। तब उसने उनको यरूशलेम के बाहर किद्रोन के खेतों में फूँककर उनकी राख बेतेल को पहुँचा दी। सरल हिन्दी बाइबल राजा ने महापुरोहित हिलकियाह, नीचे के वर्ग के पुरोहितों और द्वारपालों को आदेश दिया, कि याहवेह के मंदिर में से वे सभी बर्तन बाहर लाए जाएं, जो बाल, अशेरा और आकाशमंडल के नक्षत्रों के लिए बनाए गए थे. राजा ने इन बर्तनों को येरूशलेम के बाहर किद्रोन घाटी के मैदानों में जला दिया और उनकी राख बेथेल ले गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब राजा ने हिल्किय्याह महायाजक और उसके नीचे के याजकों और द्वारपालों को आज्ञा दी कि जितने पात्र बाल और अशेरा और आकाश के सब गणों के लिये बने हैं, उन सभी को यहोवा के मन्दिर में से निकाल ले आओ। तब उसने उनको यरूशलेम के बाहर किद्रोन के मैदानों में फूँककर उनकी राख बेतेल को पहुँचा दी। |
समस्त देश उच्च स्वर में रो पड़ा। राजा दाऊद किद्रोन घाटी में खड़ा था, और सब लोग उसके सामने से गुजरते हुए निर्जन प्रदेश की ओर चले गए।
यारोबआम ने बछड़े की एक प्रतिमा बेत-एल नगर में और दूसरी प्रतिमा दान नगर में प्रतिष्ठित की।
राजा आसा ने अपनी दादी माकाह को भी राजमाता के पद से हटा दिया, क्योंकि उसने अशेराह देवी की एक घृणित प्रतिमा बनाई थी। राजा आसा ने अशेराह की प्रतिमा तोड़ दी और उसको किद्रोन घाटी में आग में जला दिया।
उसके लिए यारोबआम बेन-नबाट के पापमय मार्ग पर चलना सरल कार्य था। उसने सीदोनी राजा एतबअल की पुत्री ईजेबेल से विवाह किया। वह बअल देवता के मन्दिर में गया। वहां उसने उसकी आराधना और पूजा की।
अब तुम समस्त इस्राएल प्रदेश की जनता को एकत्र करो, और उनको मेरे पास कर्मेल पहाड़ पर भेजो। तुम रानी ईजेबेल के साथ राजसी भोजन करनेवाले अशेराह देवी के चार सौ और बअल देवता के साढ़े चार सौ नबियों को भी भेजना।’
लोगों ने बअल देवता के नबियों को बैल दिया। नबियों ने उसको पकड़ा और उसकी बलि तैयार की। वे सबेरे से दोपहर तक बअल देवता के नाम की दुहाई देते रहे। वे यह कह रहे थे, ‘हे बअल देवता, हमें उत्तर दे!’ पर आवाज नहीं हुई। किसी ने उत्तर नहीं दिया। जो वेदी उन्होंने बनाई थी, उसके चारों ओर वे नाचते-कूदते रहे।
एलियाह ने लोगों से कहा, ‘बअल देवता के नबियों को पकड़ो। उनमें से एक नबी को भी भागने न देना।’ लोगों ने नबियों को पकड़ लिया। एलियाह उनको कीशोन नदी पर ले गए, और वहाँ उनका वध कर दिया।
इस्राएल प्रदेश के लोगों में जिन सात हजार व्यक्तियों ने बअल देवता की मूर्ति के सम्मुख घुटने नहीं टेके, और न मूर्ति का चुम्बन लिया, उनको मैं शेष रहने दूंगा।’
जब वे यह देखते थे कि बक्से में बहुत सिक्के भर गए हैं, तब राजा का सचिव और महापुरोहित आते। वे प्रभु के भवन में चढ़ाए गए सिक्कों को गिनते, उनको थैलियों में भरते, और तब उनको तौलते थे।
उन्होंने अपने प्रभु परमेश्वर की सब आज्ञाओं को त्याग दिया, और अपने लिए बछड़े की दो मूर्तियां ढालीं। उन्होंने अशेराह देवी की मूर्ति प्रतिष्ठित की। वे आकाश की प्राकृतिक शक्तियों की वन्दना और बअल देवता की पूजा करने लगे।
उसके पिता हिजकियाह ने पहाड़ी शिखर की वेदियां तोड़ दी थीं। मनश्शे ने उनको पुन: निर्मित किया। उसने बअल देवता के लिए वेदियां बनाईं और अशेराह देवी की पूजा के खम्भे खड़े किये जैसा इस्राएल प्रदेश के राजा अहाब ने किया था। मनश्शे आकाश की प्राकृतिक शक्तियों की वन्दना और पूजा करता था।
मनश्शे ने प्रभु के भवन के दो आंगनों में आकाश की सब प्राकृतिक शक्तियों की पूजा के लिए वेदियां बनाईं।
मनश्शे ने अशेराह देवी की मूर्ति बनाई और उसको प्रभु के भवन में प्रतिष्ठित किया। अपने भवन के विषय में प्रभु ने दाऊद और उसके पुत्र सुलेमान से यह कहा था, ‘मैंने इस्राएल के समस्त कुलों के भूमि-क्षेत्रों में से यरूशलेम नगर को और इस भवन को चुना है। मैं यहां सदा-सर्वदा के लिए अपने नाम की प्रतिष्ठा करूंगा।
‘महापुरोहित हिल्कियाह के पास जाओ। तुम उससे यह कहना कि वह प्रभु-भवन में चढ़ाई गई उस चांदी को गला दे, जिसको द्वारपालों ने आराधकों से एकत्र किया है।
यहूदा के राजाओं ने आहाज के राजभवन के उपरले कक्ष की छत पर वेदियां बनाई थीं। मनश्शे ने भी प्रभु-भवन के दो आंगनों में वेदियां निर्मित की थीं। राजा योशियाह ने उनको तोड़ा, उनकी बुकनी बनाई, और बुकनी को किद्रोन घाटी में फेंक दिया।
यारोबआम बेन-नबाट ने बेत-एल की वेदी के समीप, पहाड़ी शिखर की वेदी बनाई थी और यों इस्राएली जनता से पाप कराया था। राजा योशियाह ने बेत-एल की इस वेदी को, तथा पहाड़ी शिखर की वेदी को तोड़ दिया। उसके पत्थरों को टुकड़े-टुकड़े कर दिया। उसने उनको चूर्ण-चूर्ण कर दिया। उसने अशेराह-देवी के लकड़ी के खम्भों को जला दिया।
अंगरक्षकों के नायक ने मुख्य पुरोहित सरायाह, उपपुरोहित सफन्याह तथा तीन द्वारपालों को पकड़ा।
राजा आसा ने अपनी दादी माकाह को भी राजमाता के पद से हटा दिया; क्योंकि उसने अशेराह देवी की एक घृणित प्रतिमा बनाई थी। राजा आसा ने अशेराह की प्रतिमा तोड़ दी, उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए, और उसको किद्रोन घाटी में आग में जला दिया।
उसके पिता हिजकियाह ने पहाड़ी शिखर की वेदियां तोड़ दी थीं। परन्तु मनश्शे ने उनको पुन: निर्मित किया। उसने बअल देवता के लिए वेदियां बनाईं और अशेराह देवी के लिए खम्भे खड़े किये। वह आकाश की प्राकृतिक शक्तियों की वंदना और पूजा करता था।
मनश्शे ने एक मूर्ति बनाई, और उस को परमेश्वर के भवन में प्रतिष्ठित किया। अपने भवन के विषय में परमेश्वर ने दाऊद और उसके पुत्र सुलेमान से यह कहा था, ‘मैंने इस्राएल के समस्त कुल-क्षेत्रों में से यरूशलेम नगर को और इस भवन को चुना है। मैं यहाँ सदा-सर्वदा के लिए अपने नाम की प्रतिष्ठा करूँगा।
अत: याकूब के अधर्म का प्रायश्चित यों किया जाएगा, उसके पाप के विमोचन का यह परिणाम होगा : वह चूना बनाने के पत्थरों की तरह वेदियों के सब पत्थरों को चूर-चूर करेगा; अशेराह देवी की मूर्तियाँ और सूर्य देवता के स्तम्भ खड़े नहीं रहेंगे।
अंगरक्षकों के नायक नबूजरदान ने महापुरोहित सरायाह, उपमहापुरोहित सफन्याह तथा आंगन के तीन द्वारपालों को बन्दी बनाया।
तुम चोरी करते हो, हत्या करते हो, व्यभिचार करते हो, झूठी शपथ खाते हो, बअल देवता की मूर्ति के सामने लोबान जलाते हो; अनजान देवताओं का अनुसरण करते हो।
उसने मुझसे फिर कहा, ‘ओ मानव, क्या तू देख रहा है कि वे क्या कर रहे हैं? इस्राएल का यह कुल मन्दिर में कितने घृणित कार्य कर रहा है! वह मुझे इस पवित्र स्थान से भगा देना चाहता है। परन्तु तू इन से भी अधिक घृणित कार्य देखेगा।’
ओ इस्राएल प्रदेश! यद्यपि तूने मेरे साथ विश्वासघात किया, तथापि यहूदा प्रदेश अधर्म न करे। गिलगाल नगर में प्रवेश मत करो। बेत-आवेन पर पूजा के लिए मत चढ़ो। वहाँ ‘जीवित परमेश्वर की सौगन्ध’ मत लो।
‘बेतएल नगर की वेदी के सम्मुख आओ, और अपराध करो; गिलगाल नगर की वेदी के सम्मुख आओ, और अपराधों का ढेर लगाओ। अपने बलि-पशु सबेरे-सबेरे, और हर तीसरे दिन अपना दशमांश लाओ।
‘मैं यहूदा प्रदेश पर, राजधानी यरूशलेम के निवासियों पर विनाश के लिए हाथ उठाऊंगा। बअल देवता के बचे हुए आराधकों को, मूर्तिपूजक पुरोहितों के नाम को इस स्थान से मिटा डालूंगा।
अब काइफा नामक प्रधान महापुरोहित के महल में अन्य महापुरोहित और समाज के धर्मवृद्ध एकत्र हुए।
जब प्रात:काल हुआ तब सब महापुरोहितों और समाज के धर्मवृद्धों ने परस्पर परामर्श किया कि येशु को मार डाला जाए।
यह सब कहने के पश्चात् येशु अपने शिष्यों के साथ किद्रोन नाले के उस पार गये। वहाँ एक उद्यान था। उन्होंने अपने शिष्यों के साथ उसमें प्रवेश किया।