16 राजा आसा ने अपनी दादी माकाह को भी राजमाता के पद से हटा दिया; क्योंकि उसने अशेराह देवी की एक घृणित प्रतिमा बनाई थी। राजा आसा ने अशेराह की प्रतिमा तोड़ दी, उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए, और उसको किद्रोन घाटी में आग में जला दिया।
16 राजा आसा ने अपनी माँ माका को राजमाता के पद से हटा दिया। आसा ने यह इसलिये किया क्योंकि माका ने एक भयंकर अशेरा—स्तम्भ बनाया था। आसा ने इस स्तम्भ को काट दिया और इसे छोटे—छोटे टुकड़ों में ध्वस्त कर दिया। तब उसने उन छोटे टुकड़ों को किद्रोन घाटी में जला दिया।
16 वरन आसा राजा की माता माका जिसने अशेरा के पास रखने के लिए एक घिनौनी मूरत बनाई, उसको उसने राजमाता के पद से उतार दिया, और आसा ने उसकी मूरत काट कर पीस डाली और किद्रोन नाले में फूंक दी।
16 आसा राजा की माता माका जिसने अशेरा के पास रखने के लिये एक घिनौनी मूरत बनाई, उसको उसने राजमाता के पद से उतार दिया; और आसा ने उसकी मूरत काटकर पीस डाली और किद्रोन नाले में फूँक दी।
16 राजा आसा ने अपनी दादी माकाह को राजमाता पद से हटा दिया, क्योंकि उसने अशेरा की घृणित मूर्ति बनाकर रखी थी. आसा ने इस मूर्ति को काटकर उसे किद्रोन नदी तट पर राख बना डाला.
16 आसा राजा की माता माका जिसने अशेरा के पास रखने के लिए एक घिनौनी मूरत बनाई, उसको उसने राजमाता के पद से उतार दिया; और आसाप ने उसकी मूरत काटकर पीस डाली और किद्रोन नाले में फेंक दी।
यारोबआम बेन-नबाट ने बेत-एल की वेदी के समीप, पहाड़ी शिखर की वेदी बनाई थी और यों इस्राएली जनता से पाप कराया था। राजा योशियाह ने बेत-एल की इस वेदी को, तथा पहाड़ी शिखर की वेदी को तोड़ दिया। उसके पत्थरों को टुकड़े-टुकड़े कर दिया। उसने उनको चूर्ण-चूर्ण कर दिया। उसने अशेराह-देवी के लकड़ी के खम्भों को जला दिया।
उसने अशेराह देवी की मूर्ति प्रभु-भवन से बाहर निकाली। वह उसको यरूशलेम नगर के बाहर, किद्रोन घाटी में ले गया, और वहां उसने उसको जला दिया। उसने उसको पीसकर बुकनी बना दिया, और जन-साधारण की कबरों पर बिखेर दिया।
यदि फिर कोई व्यक्ति नबी के रूप में उदित होगा तो उसको जन्म देनेवाले माता-पिता उससे यह कहेंगे : “तू जीवित नहीं रहेगा; क्योंकि तू प्रभु के नाम में झूठी नबूवत करता है।” अत: जब वह नबूवत करेगा तब उसे जन्म देनेवाले माता-पिता ही उसको बेधेंगे।
यहूदा के राजाओं ने आहाज के राजभवन के उपरले कक्ष की छत पर वेदियां बनाई थीं। मनश्शे ने भी प्रभु-भवन के दो आंगनों में वेदियां निर्मित की थीं। राजा योशियाह ने उनको तोड़ा, उनकी बुकनी बनाई, और बुकनी को किद्रोन घाटी में फेंक दिया।
जिसने अपने माता-पिता के विषय में कहा था, “मैंने उनको नहीं देखा।” लेवी ने तेरे लिए अपने भाइयों को अस्वीकार कर दिया था, उसने अपने बच्चों तक को नहीं पहचाना था। वह तेरे शब्दों को ध्यान देता था, तेरे विधान का दृढ़ता से पालन करता था।
मैंने तुम्हारी पापमय वस्तु, बछड़े की मूर्ति, जिसको तुमने बनाया था, ली और उसको आग में फेंक दिया, उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए। मैंने उसको अच्छे से पीसा जब तक वह पिसकर चूर्ण न हो गई। तब मैंने उसके चूर्ण को पहाड़ से नीचे बहने वाली नदी में फेंक दिया।
तू उनके साथ ऐसा व्यवहार करना : उनकी वेदियों को तोड़ डालना। उनके स्तम्भों को गिरा देना। उनके अशेरा देवी के खम्भों को काटकर गिरा देना। उनकी मूर्तियों को आग में जला देना;
मैं तुम्हारे पहाड़ी शिखर के पूजा-गृहों को गिरा दूंगा, तुम्हारी धूप-वेदियों को नष्ट कर दूंगा। तुम्हारे देवताओं की ध्वस्त मूर्तियों पर तुम्हारे शव फेंकूंगा। मेरा प्राण तुमसे घृणा करेगा।
पुरोहित प्रभु के भवन के अन्तर्गृह की सफाई करने के लिए भवन के भीतरी कक्षों में गए। उन्हें वहाँ जितनी अशुद्ध वस्तुएं तथा गन्दगी मिलीं, वे उन-सब को उठाकर प्रभु के भवन के आंगन में ले गए। आंगन से उप-पुरोहितों ने गन्दगी को उठाया और वे उसको किद्रोन की बरसाती नदी के तट पर ले गए।
राजा ने महापुरोहित हिल्कियाह, उपपुरोहितों और द्वारपालों को आदेश दिया कि वे उन सब पात्रों को प्रभु के मन्दिर से बाहर निकाल दें जो बअल देवता, अशेराह देवी तथा आकाश की प्राकृतिक शक्तियों के लिए बनाए गए थे। तत्पश्चात् उसने उनको यरूशलेम नगर के बाहर किद्रोन घाटी में जला दिया, और वह उनकी राख बेत-एल की वेदी को ले गया।
लोगों ने यरूशलेम नगर के मोड़ों और चौकों पर स्थापित अन्य देवताओं की वेदियों को हटा दिया। जो वेदियां सुगन्धित धूप-बलि जलाने के लिए स्थापित की गई थीं, उनको किद्रोन की घाटी में फेंक दिया।