राजा ने महापुरोहित हिल्कियाह, उपपुरोहितों और द्वारपालों को आदेश दिया कि वे उन सब पात्रों को प्रभु के मन्दिर से बाहर निकाल दें जो बअल देवता, अशेराह देवी तथा आकाश की प्राकृतिक शक्तियों के लिए बनाए गए थे। तत्पश्चात् उसने उनको यरूशलेम नगर के बाहर किद्रोन घाटी में जला दिया, और वह उनकी राख बेत-एल की वेदी को ले गया।
इन घटनाओं के पश्चात् फारस के सम्राट अर्तक्षत्र के शासन-काल में एज्रा नामक व्यक्ति बेबीलोन देश से यरूशलेम नगर को गया। एज्रा की वंशावली इस प्रकार है : वह सरायाह का पुत्र और अजर्याह का पौत्र था। अजर्याह हिल्कियाह का पुत्र था, और
मुझ-प्रभु की यह वाणी है : सुन, इसके पश्चात् मैं यहूदा प्रदेश के राजा सिदकियाह और उसके राजकर्मचारियों को, तथा नगर के उन लोगों को जो महामारी, तलवार और अकाल से बच जाएंगे, बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर के हाथ में, उनके प्राणों के खोजी, उनके शत्रुओं के हाथ में सौंप दूंगा। राजा नबूकदनेस्सर उन पर लेशमात्र भी दया नहीं करेगा। वह उनको जीवित नहीं छोड़ेगा, और न उन पर तरह खाएगा; वरन् वह उनको तलवार से मौत के घाट उतार देगा।”
इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : शमायाह, तूने अपने नाम से यरूशलेम के सब निवासियों को, पुरोहित सफन्याह बेन-मसेयाह को तथा अन्य पुरोहितों को यह पत्र लिखा है
मैं यहूदा प्रदेश के राजा सिदकियाह और उसके उच्चाधिकारियों को उनके शत्रुओं के हाथ में, उनके प्राण के ग्राहकों के हाथ में, अर्थात् बेबीलोन के राजा की सेना के हाथ में सौंप दूंगा जो तुम्हारे नगर की मोर्चाबन्दी उठाकर चली गयी है।
इसलिए स्वामी-प्रभु कहता है : जिन लोगों का वध तुमने नगर में किया है, उन्हीं का मांस तुम्हारी इस नगर-रूपी हांडी का “मांस” बन जाएगा। तुम इस नगर से बाहर निकाल दिए जाओगे।