उसकी वृद्धावस्था के समय उसकी पत्नियों ने उसका हृदय अन्य देवताओं की ओर उन्मुख कर दिया। जैसा सुलेमान के पिता दाऊद का हृदय प्रभु परमेश्वर के प्रति पूर्णत: सच्चा था वैसा उसका हृदय नहीं रहा।
2 राजाओं 17:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस पतन का कारण यह है : इस्राएलियों ने अपने प्रभु परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया था। प्रभु ने उन्हें मिस्र देश के राजा फरओ के पंजे से निकाला था। किन्तु इस्राएली अन्य देवताओं की पूजा-आराधना करने लगे थे। पवित्र बाइबल ये घटनायें घटीं क्योंकि इस्राएलियों ने अपने परमेश्वर यहोवा के विरुद्ध पाप किये थे। यहोवा इस्राएलियों को मिस्र से बाहर लाया। यहोवा ने उन्हें राजा फ़िरौन के चंगुल से बाहर निकाला। किन्तु इस्राएलियों ने अन्य देवताओं को पूजना आरम्भ किया था। Hindi Holy Bible इसका यह कारण है, कि यद्यपि इस्राएलियों का परमेश्वर यहोवा उन को मिस्र के राजा फ़िरौन के हाथ से छुड़ा कर मिस्र देश से निकाल लाया था, तौभी उन्होंने उसके विरुद्ध पाप किया, और पराये देवताओं का भय माना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसका कारण यह है कि यद्यपि इस्राएलियों का परमेश्वर यहोवा उनको मिस्र के राजा फ़िरौन के हाथ से छुड़ाकर मिस्र देश से निकाल लाया था, तौभी उन्होंने उसके विरुद्ध पाप किया, और पराये देवताओं का भय माना, सरल हिन्दी बाइबल यह सब इसलिये हुआ कि इस्राएल वंशजों ने याहवेह, अपने परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया; उस परमेश्वर के विरुद्ध, जिन्होंने उन्हें मिस्र के राजा फ़रोह की बंधुआई से मुक्त कराया था. उनमें पराए देवताओं के लिए भय आ गया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसका यह कारण है, कि यद्यपि इस्राएलियों का परमेश्वर यहोवा उनको मिस्र के राजा फ़िरौन के हाथ से छुड़ाकर मिस्र देश से निकाल लाया था, तो भी उन्होंने उसके विरुद्ध पाप किया, और पराए देवताओं का भय माना, |
उसकी वृद्धावस्था के समय उसकी पत्नियों ने उसका हृदय अन्य देवताओं की ओर उन्मुख कर दिया। जैसा सुलेमान के पिता दाऊद का हृदय प्रभु परमेश्वर के प्रति पूर्णत: सच्चा था वैसा उसका हृदय नहीं रहा।
जो पाप अबियाम के पिता ने उसके पहले किये वे ही उसने भी किये। जैसे उसके पूर्वज दाऊद का हृदय प्रभु परमेश्वर के प्रति सच्चा था वैसे अबियाम का हृदय नहीं था।
जब आहाज ने राज्य करना आरम्भ किया तब वह बीस वर्ष का था। उसने राजधानी यरूशलेम में सोलह वर्ष तक राज्य किया। उसने अपने पूर्वज दाऊद के आचरण का अनुसरण नहीं किया। उसने वे कार्य नहीं किए जो प्रभु परमेश्वर की दृष्टि में उचित हैं।
प्रभु ने याकूब के वंशजों के साथ यह विधान स्थापित किया था और उनको यह आज्ञा दी थी, ‘तुम अन्य देवताओं की पूजा मत करना। तुम झुककर उनकी वन्दना मत करना। उनकी सेवा मत करना, और न उनके लिए बलि चढ़ाना।
किन्तु उन्होंने अपने पूर्वजों के परमेश्वर के विरुद्ध अपराध किया। जिन जातियों को परमेश्वर ने उनके सम्मुख नष्ट कर दिया था उन्हीं के देवताओं का अनुसरण उन्होंने किया और यों उन्होंने वेश्या के सदृश्य व्यवहार किया।
जब यहोयाकीम ने राज्य करना आरम्भ किया तब वह पच्चीस वर्ष का था। उसने राजधानी यरूशलेम में ग्यारह वर्ष तक राज्य किया। उसने अपने प्रभु परमेश्वर की दृष्टि में दुष्कर्म किए।
‘फिर भी उन्होंने तेरे धर्म-नियमों का उल्लंघन किया; और उन्होंने तेरे प्रति विद्रोह किया। उन्होंने तेरी व्यवस्था को कूड़े में डाल दिया, और उन नबियों को मार डाला जो उन्हें सावधान करते थे, और तेरे पास लौटने का सन्देश देते थे। यों उन्होंने तेरी घोर निन्दा की।
उनके पूर्वजों के सामने, मिस्र देश में सोअन की भूमि पर परमेश्वर ने अद्भुत कार्य किए थे।
‘मैं प्रभु, तेरा परमेश्वर हूं, जो तुझे मिस्र देश से, दासत्व के घर से बाहर निकाल लाया।
तुम हर एक हरे वृक्ष के नीचे, बांज वृक्ष के निकुंज में कामातुर पड़े रहते हो; घाटियों में, चट्टानों की दरारों में तुम अपने बच्चों की बलि चढ़ाते हो।
उनकी ये मूर्तियां ककड़ी के खेत में खड़े फूस के पुतले के समान हैं; वे न बोल सकती हैं, और न चल ही सकती हैं। अत: उनको लाद कर ले जाते हैं। उनसे मत डरो, वे न तो तुम्हारा अनिष्ट कर सकती हैं, और न उनमें भलाई करने का सामर्थ्य ही है।’
‘इस्राएली अशुद्ध थे। उन्होंने अपराध किया था। अत: मैंने उनकी अशुद्धता और अपराध के अनुरूप उनसे व्यवहार किया और उनसे मुंह फेर लिया था।
एफ्रइम ने प्रभु को उकसाया है कि वह उससे बहुत नाराज हो। अत: उसका स्वामी उसकी हत्या के लिए उसे ही दोषी ठहराएगा! ईश-निंदा का प्रतिफल उसके ही माथे पर मढ़ेगा।
मेरे निज लोग काठ के पुतले से सलाह लेते हैं, वे पूजा के डण्डों से शकुन पूछते हैं! वेश्यावृत्ति की आत्मा ने उन्हें पथभ्रष्ट कर दिया है। उन्होंने मुझ-परमेश्वर को त्याग कर अन्य देवताओं पर विश्वास किया है।
वे पहाड़ी शिखर की वेदियों पर बलि चढ़ाते हैं; वे पहाड़ियों पर, बांज, चिनार और एला वृक्षों के नीचे धूप जलाते हैं; क्योंकि उन्हें इन वृक्षों की छाया भली लगती है। तुम्हारी पुत्रियाँ भी वेश्यावृत्ति करती हैं। तुम्हारी बहुएँ भी व्यभिचार करती हैं।
मैं जानता हूँ, तुम मेरी मृत्यु के पश्चात् निश्चय ही भ्रष्ट हो जाओगे। जिस मार्ग पर चलने का मैंने तुम्हें आदेश दिया है, उससे भटक जाओगे। आगामी दिनों में तुम पर बुराई का आक्रमण होगा। तुम वही कार्य करोगे, जो प्रभु की दृष्टि में बुरा है। इस प्रकार तुम अपने व्यवहार से उसको चिढ़ाओगे।’
यदि तुम अपने प्रभु परमेश्वर के विधान को भंग करोगे, जिसका पालन करने की आज्ञा उसने तुम्हें दी थी, और दूसरे देवताओं का अनुसरण कर उनकी पूजा करोगे, झुक कर उनकी वन्दना करोगे, तो तुम्हारे प्रति प्रभु का क्रोध भड़क उठेगा, और तुम इस उत्तम देश में, जिसको उसने तुम्हें प्रदान किया है, अविलम्ब नष्ट हो जाओगे।’
तब मैंने तुमसे यह कहा था : मैं तुम्हारा प्रभु परमेश्वर हूँ। तुम एमोरी जाति के देवताओं की, जिनके देश में निवास करोगे, पूजा मत करना। पर तुमने मेरी वाणी नहीं सुनी।” ’