5 जब यहोयाकीम ने राज्य करना आरम्भ किया तब वह पच्चीस वर्ष का था। उसने राजधानी यरूशलेम में ग्यारह वर्ष तक राज्य किया। उसने अपने प्रभु परमेश्वर की दृष्टि में दुष्कर्म किए।
5 यहोयाकीम उस समय पच्चीस वर्ष का था जब वह यहूदा का नया राजा हुआ। वह ग्यारह वर्ष तक यरूशलेम में राजा रहा। यहोयाकीम ने वह नहीं किया जिसे यहोवा चाहता था कि वह करे। उसने अपने यहोवा परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया।
5 जब यहोयाकीम राज्य करने लगा, तब वह पच्चीस वर्ष का था, और ग्यारह वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा। और उसने वह काम किया, जो उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में बुरा है।
5 जब यहोयाकीम राज्य करने लगा, तब वह पच्चीस वर्ष का था, और ग्यारह वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा। उसने वह काम किया, जो उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में बुरा है।
5 जब यहोयाकीम राज्य करने लगा, तब वह पच्चीस वर्ष का था, और ग्यारह वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा। उसने वह काम किया, जो उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में बुरा है।
राजा योशियाह के पश्चात् उसके पुत्र यहोयाकीम के राज्य-काल में भी प्रभु का सन्देश यिर्मयाह को मिला। राजा योशियाह के पुत्र सिदकियाह के राज्य-काल के ग्यारहवें वर्ष के अन्त तक प्रभु का सन्देश यिर्मयाह को मिलता रहा। इसी वर्ष के पांचवें महीने में यरूशलेम के निवासी गुलाम बनकर यहूदा प्रदेश से निष्कासित हुए।
यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीम बेन-योशियाह के राज्य-काल के चौथे वर्ष में बारूक बेन-नेरियाह ने नबी यिर्मयाह की नबूवतों की यह पुस्तक लिख कर समाप्त की। नबी यिर्मयाह ने उसको अपने मुंह से बोल कर लिखवाया था। जब बारूक पुस्तक लिख चुका तब यिर्मयाह ने उससे कहा:
यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीम के राज्यकाल के तीसरे वर्ष में बेबीलोन देश के राजा नबूकदनेस्सर ने यहूदा की राजधानी यरूशलेम पर आक्रमण कर दिया, और उसको घेर लिया।
तब प्रभु परमेश्वर ने राजा यहोयाकीम और उसके नगर को नबूकदनेस्सर के हाथ में सौंप दिया। नबूकदनेस्सर ने परमेश्वर के मन्दिर के कुछ पवित्र पात्रों पर भी अधिकार कर लिया, और वह उनको शिनार देश में स्थित अपने देवता के मन्दिर में ले गया। उसने पात्रों को अपने देवता के भंडारगृह में रख दिया।