परमेश्वर ने बालक के रोने की आवाज सुनी। परमेश्वर के दूत ने स्वर्ग से हागार को पुकारा और उससे कहा, ‘हागार, तुझे क्या हुआ है? मत डर, जहाँ तेरा बालक पड़ा है वहाँ से परमेश्वर ने उसकी आवाज सुनी है।
2 राजाओं 13:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब यहोआहाज ने अनुनय-विनय से प्रभु के क्रोध को शान्त किया और प्रभु ने उसकी प्रार्थना सुनी। सीरिया देश का राजा इस्राएली जनता पर अत्याचार कर रहा था। प्रभु ने इस अत्याचार पर दृष्टि की। पवित्र बाइबल तब यहोआहाज ने यहोवा से सहायता के लिये प्रार्थना की और यहोवा ने उसकी प्रार्थना सुनी। यहोवा ने इस्राएल के लोगों के कष्टों और अराम के राजा के उत्पीड़न को देखा था। Hindi Holy Bible तब यहोआहाज यहोवा के साम्हने गिड़गिड़ाया और यहोवा ने उसकी सुन ली; क्योंकि उसने इस्राएल पर अन्धेर देखा कि अराम का राजा उन पर कैसा अन्धेर करता था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यहोआहाज यहोवा के सामने गिड़गिड़ाया और यहोवा ने उसकी सुन ली; क्योंकि उसने इस्राएल पर अन्धेर देखा कि अराम का राजा उन पर कैसा अन्धेर करता था। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये यहोआहाज़ ने याहवेह से प्रार्थना की और याहवेह ने उसकी बिनती पर ध्यान दिया, क्योंकि उन्होंने इस्राएली प्रजा पर हो रहे अत्याचार को देखा, कि अराम का राजा उन्हें कैसे सता रहा था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यहोआहाज यहोवा के सामने गिड़गिड़ाया और यहोवा ने उसकी सुन ली; क्योंकि उसने इस्राएल पर अंधेर देखा कि अराम का राजा उन पर कैसा अंधेर करता था। |
परमेश्वर ने बालक के रोने की आवाज सुनी। परमेश्वर के दूत ने स्वर्ग से हागार को पुकारा और उससे कहा, ‘हागार, तुझे क्या हुआ है? मत डर, जहाँ तेरा बालक पड़ा है वहाँ से परमेश्वर ने उसकी आवाज सुनी है।
यदि मेरे पिता का परमेश्वर, अब्राहम का परमेश्वर, और इसहाक का “भयावह परमेश्वर” मेरे पक्ष में न होता तो आप निश्चय ही मुझे खाली हाथ विदा कर देते। परमेश्वर ने मेरी पीड़ा और मेरे हाथों के परिश्रम को देखा, और पिछली रात आपको डाँटा।’
यहोआहाज के राज्य-काल के दौरान सीरिया देश का राजा हजाएल इस्राएली राष्ट्र पर सदा अत्याचार करता रहा।
परन्तु प्रभु ने इस्राएलियों पर कृपा की। उसने उन पर दया की और वह उनकी ओर उन्मुख हुआ; क्योंकि उसने अब्राहम, इसहाक और याकूब से विधान स्थापित किया था। प्रभु ने उनको नष्ट नहीं किया। अब तक उसने उनको अपने सम्मुख से नहीं निकाला था।
प्रभु ने यह देखा था कि इस्राएली जनता की पीड़ा कितनी असहनीय है। वहां न स्वतन्त्र और न गुलाम व्यक्तियों में इस्राएली जनता की सहायता करने वाला कोई रह गया था।
‘द्रष्टाओं का इतिहास-ग्रंथ’ में भी मनश्शे का उल्लेख हुआ है: उसकी प्रार्थना; और परमेश्वर ने उसकी विनती, अनुनय-विनय कैसे स्वीकार किया; उसके पाप-कर्म तथा प्रभु के विरुद्ध उसका विश्वासघात; उन जगहों का वर्णन जहाँ मनश्शे ने पहाड़ी शिखर के मन्दिर बनाए थे, जहाँ अशेराह के खम्भे तथा मूर्तियाँ प्रतिष्ठित की थीं। इसी ग्रंथ में लिखा है कि उसने प्रभु के सम्मुख स्वयं को विनम्र किया था।
अत: हमने सामूहिक उपवास किया, और यात्रा में सुरक्षा के लिए परमेश्वर से प्रार्थना की, और उसने हमारी प्रार्थना सुनी।
तुम उससे प्रार्थना करोगे, और वह तुम्हारी प्रार्थना स्वीकार करेगा। तुम उसके लिए अपनी मन्नतें पूरी करोगे।
जब परमेश्वर ने उन्हें मारा, तब उन्होंने उसकी खोज की, और पश्चात्ताप कर उसको ढूंढ़ने लगे।
प्रभु ने कहा, ‘मैंने निश्चय ही अपनी प्रजा की, जो मिस्र देश में है, दु:ख-पीड़ा देखी है। उनसे बेगार कराने वालों के कारण उत्पन्न उनकी दुहाई सुनी है। मैं उनके दु:ख को जानता हूं।
देख, इस्राएलियों की दुहाई मुझ तक पहुंची है। मैंने उस अत्याचार को भी देखा है, जो मिस्र के निवासी उन पर कर रहे हैं।
प्रभु, हम संकट-काल में तुझे ढूंढ़ते हैं। जब तू हमें ताड़ित करता है, तब हम तुझसे निरन्तर प्रार्थना करते हैं।
वे काठ स्तम्भ से कहते हैं, “तू हमारा पिता है।” वे पत्थर से कहते हैं, “तूने ही हमें जन्म दिया है।” उन्होंने मेरी ओर अपना मुंह नहीं वरन् अपनी पीठ फेरी है। जब उन पर संकट के बादल मंडराते हैं, तब मुझसे कहते हैं, “उठ और हमें बचा।”
यिर्मयाह, मुझे पुकार और मैं तुझे उत्तर दूंगा। मैं तुझे महान और रहस्यमय बातें बताऊंगा जो तू नहीं जानता है।
लोग मूसा के पास आए। उन्होंने कहा, ‘हमने प्रभु के और आपके विरुद्ध बोलकर पाप किया है। प्रभु से प्रार्थना कीजिए कि वह हमारे मध्य से सर्पों को दूर करे।’ मूसा ने लोगों के लिए प्रभु से प्रार्थना की।
तब इस्राएलियों ने प्रभु की दुहाई दी। उन्होंने कहा, ‘हे प्रभु, हमने तेरे विरुद्ध पाप किया; क्योंकि हमने तुझे, अपने परमेश्वर को, त्याग दिया और बअल देवता की पूजा की।’